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-बॉर्डर एरिया में लगते पांच जिलों में हरियाणा और यूपी की तरफ से खड़े किए जाने हैं पिलर
इंडिया न्यूज, चंडीगढ़:
देश के कई राज्य ऐसे हैं, जिनमें सीमा विवाद जारी है। गत दिनों असम-मिजोरम में सीमा विवाद के चलते कई पुलिस कर्मचारियों की जान चली गई। इसी कड़ी में आगे बता दें कि हरियाणा और उत्तर प्रदेश का सीमा विवाद कोई नया नहीं है। यहां भी सीमा विवाद व जमीन को लेकर कितनी ही बार खूनी संघर्ष हो चुका है, लेकिन पुख्ता समाधान अभी तक नहीं हो पाया। समय-समय पर विवाद हुआ, जिसके चलते आपसी खींचतान में दोनों तरफ के लोगों की जान भी गई है। इसी कड़ी में अब सामने आया है कि दोनों प्रदेश की सरकार इस विवाद को हर हाल में निपटाना चाहती है, ताकि आगे किसी किसान, व्यक्ति या परिवार को इस विवाद के चलते नुकसान न उठाने पड़े। सामने आया है कि हरियाणा सरकार की तरफ से नए सिरे से यूपी सीमा से सटे विवाद वाले इलाकों में पिलर स्थापित किए जाएंगे और इनके जरिए दोनों राज्यों का बॉर्डर चिन्हित होगा। जानकारी के अनुसार 6 जिले यूपी बॉर्डर से सटे हैं। इनमें यमुनानगर में कहीं यूपी से सटे इलाकों से कोई विवाद नहीं है तो पानीपत, करनाल, सोनीपत, फरीदाबाद और पलवल में ये पिलर स्थापित किए जाने हैं। यूपी की सीमा से सटे पांच जिलों से लगते बॉर्डर में कुल 1819 से ज्यादा पिलर खड़े किए जाने हैं जो सीमा निर्धारण का काम करेंगे। इनमें से 200 से ज्यादा तो लग चुके हैं और बाकी भी जल्दी स्थापित किए जाएंगे। ये भी बता दें कि ये पिलर सम व विषम आधार पर खड़े होंगे।बता दें कि दोनों राज्यों की सीमा पर पिलर लगाने के कार्य को भारतीय सर्वेक्षण विभाग (सर्वे आॅफ इंडिया) और दोनों राज्यों हरियाणा-यूपी के संबंधित जिलों के लोक निर्माण विभाग (भवन व सड़कें) द्वारा संयुक्त रूप से किया जाना है। जरूरत पड़ने पर सर्वेक्षण विभाग से तमाम औपचारिकताओं के लिए अनुमति भी लेनी पड़ेगी।
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