इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
Photo Viral On Social Media हमारे देश में लोग अक्सर दहेज न लेने की शिक्षा के बारे में पढ़ते और सुनते हैं लेकिन इसके विपरीत अगर दहेज लेने के फायदे अगर किताब में पढ़ने को मिलें तो यह देखकर या पढ़कर हर कोई एक बार जरूर सोचेगा कि यह सच है या गलत तो नहीं। दरअसल एक किताब के पेज की फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है और इसमें दहेज प्रथा के फायदों का जिक्र किया गया है।
The book is Textbook of Sociology for Nurses. Author TK Indrani. Page 122. Chapter 6. Second Edition. Have 4.5 Rating on Amazon. Yes 4.5 RATING. https://t.co/mggah7z98b pic.twitter.com/6gobV99xv8
— Aparna (@chhuti_is) April 3, 2022
यह देखकर लोग हतप्रभ हैं और वे पूछ रहे हैं कि आखिर ऐसी पाठ्यपुस्तक से देश युवा वर्ग और समाज में क्या संदेश दिया जा रहा है। सोशल मीडिया यूजर्स के मुताबिक किताब का यह पेज टीके इंद्राणी द्वारा लिखा गया है और यह किताब नर्सिंग के छात्रों के सेलेब्स का हिस्सा है। पेज पर शीर्षक (Title) लिखा है कि मैरिट आफ डॉउरी (Merit of Dowry) यानी दहेज के फायदे। वहीं किताब के कवर पर लिखा है, इंडियन नर्सिंग काउंसिल सलेब्स। शीर्षक, मैरिट आफ डॉउरी,
राज्यसभा सांसद और शिवसेना नेता प्रियंका चतुवेर्दी ने पेज की फोटो शेयर कर शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान से अनुरोध किया है कि पाठ्यपुस्तकों से ऐसी चीजें हटाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा है कि पाठ्यक्रम में इस तरह की बातें होना शर्मनाक है। पेज पर लिखा है कि फ्रिज, फर्नीचर, व वाहनों जैसे उपकरणों से दहेज से नया घर स्थापित करने में मदद मिलती है।
यह भी इसमें कहा गया है कि दहेज में माता-पिता की संपत्ति में हिस्सा पाने वाली लड़कियों को इस प्रथा की एक और योग्यता के रूप में सूचीबद्ध किया गया है। पेज के अंत लिखा है, दहेज प्रथा बदसूरत दिखने वाली लड़कियों की शादी करने में मदद कर सकती है।
I request Shri @dpradhanbjp ji to remove such books from circulation. That a textbook elaborating the merits of dowry can actually exist in our curriculum is a shame for the nation and its constitution. https://t.co/qQVE1FaOEw
— Priyanka Chaturvedi🇮🇳 (@priyankac19) April 3, 2022
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ट्विटर यूजर्स (twitter users) ने कहा, यह हतप्रभ व शर्मनाक है कि ऐसी किताबें कॉलेज स्तर के छात्रों के पाठ्यक्रम का हिस्सा हैं। उनका कहना है कि दहेज हमारे देश की बड़ी समस्याओं में से एक है। कानूनी तौर पर यह प्रथा बैन है, पर इसके बावजूद दहेज का लेनदेन देश में जारी है। दहेज की मांग के लिए महिलाओं को प्रताड़ित करने, उनकी हत्या कर देने और आत्महत्या के लिए उकसाने की खबरें अक्सर सुनने व पढ़ने को मिल जाती हैं। ऐसे में किसी किताब में दहेज के फायदे बताना चिंताजनक है।
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