इंडिया न्यूज़, If he lost the election of the President of the Student Union, Lawrence established the world of crime: लॉरेंस बिश्रोई को विद्यार्थी जीवन से राजनीति में पैर रखना शुरू किया। यहां पैर नहीं जमें तो अपराध की दुनिया में नाम चमकाने में लगा। उसकेे बाद लॉरेंस ने पीछे मुडक़र नहीं देखा। स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद चंडीगढ़ चला गया और वहां डीएवी कॉलेज में एडमिशन ले लिया वहां से लॉ की पढ़ाई करते करते कॉलेज के चुनावों में भी हिस्सा लिया। उसने स्टूडेंट ऑर्गनाइजेशन ऑफ पंजाब यूनिवर्सिटी यानी सोपू नाम का एक संगठन भी बना लिया और स्टूडेंट यूनियन के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा लेकिन वह चुनाव हार गया।
इस हार के बाद फरवरी 2011 में एक दिन लोरेंस बिश्रोई और उसको हराने वाले विरोधी उदय के गुट का आमना-सामना हो गया। इस दौरान लोरेंस ने दूसरे गुट पर फायरिंग कर दी। ये पहली बार था, जब लॉरेंस ने फायरिंग की थी. पुलिस ने केस दर्ज किया।ये पहला मामला था, जो लॉरेंस बिश्नोई के नाम पर दर्ज हुआ था. हालांकि इससे पहले भी उसका नाम पंजाब के कई गैंगेस्टर के साथ जुड़ता रहा था।
कॉलेज की राजनीति करते करते जुर्म की काली दुनिया में कदम बढ़ाता चला गया और तब से लेकर अब तक लॉरेंस पर करीब 50 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। उसके बाद वह हत्या, लूट और रंगदारी वसूलने जैसे अपराध करता रहा, जेल जाता रहा और जमानत पर रिहा होता रहा। बहुत ही कम समय में लॉरेंस बिश्नोई ने लोगों की सुपारी लेकर काफी पैसा बनाया। ऐसा कहा जाता है कि वर्तमान में लॉरेंस के पास करोड़ों रुपये हैं।
17 जनवरी 2015 को जब पंजाब पुलिस उसे कोर्ट में पेशी के लिए लेकर जा रही थी, तो वो पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। हालाँकि बाद में 4 मार्च 2015 को वो फाजिल्का पुलिस के हत्थे चढ़ गया। इसके बाद फरीदकोट जेल में बंद रहने के दौरान वो फोन का इस्तेमाल करने लगा।
फ़ोन के जरिए ही वो पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में अवैध वसूली, रंदगारी और लोगों को जान से मारने की धमकी देने के साथ ही हत्या की सुपारी भी लेने लगा।बाद में उसे जोधपुर जेल भेजा गया जोधपुर में आने के बाद भी लॉरेंस बिश्नोई ने मोबाइल के जरिए वसूली और धमकी का खेल जारी रखा।परेशान जोधपुर प्रशासन ने उसे अजमेर की घूघरा घाटी हाई सिक्योरिटी जेल में भेज दिया।
इसी जेल में राजस्थान के कुख्यात आनंदपाल के गैंग के भी शूटर थे. यहाँ आने पर लॉरेंस की मुलाकात आनंदपाल के भाई से हुई।लॉरेंस बिश्नोई ने जेल से ही फोन करके अपने शूटर रविंदर काली को भेजकर आनंदपाल के सियासी विरोधी रहे सीकर के पूर्व सरपंच सरदार राव की 27 अगस्त 2017 को हत्या करवा दी।
5 जनवरी 2018 को राजस्थान के जोधपुर में लॉरेंस पेशी पर पहुंचा था। तब उसने सलमान खान को जान से मारने की धमकी दी थी। उसने सिर्फ धमकी ही नहीं दी थी बल्कि अपने गिरोह के सदस्य, हरियाणा के कुख्यात संपत नेहरा को सलमान खान को मारने के लिए भी भेजा था। हालांकि, सुरक्षा अधिक होने के कारण संपत नेहरा सलमान को मारने में कामयाब नहीं हो सका था।
लारेंस, बिश्नोई समाज से है। बिश्नोई समाज काले हिरण की पूजा करता है। सलमान खान के काले हिरण शिकार मामले के बाद से ही पूरा बिश्नोई समाज सलमान खान के खिलाफ है।
सलमान खान को धमकी देकर लॉरेंस, बिश्नोई समाज का नेता बनने की मंशा रखता था।सलमान को धमकी देने के बाद से लॉरेन्स को बिश्नोई समाज का काफी समर्थन भी मिला।
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