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इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
Defense Ministry: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में रक्षा मंत्रालय (Defense Ministry) ने बुधवार को 13,165 करोड़ रुपए के सैन्य प्लेटफार्मों और साजो सामान की खरीद को मंजूरी दी। इसमें 25 स्वदेशी रूप से विकसित एएलएच मार्क-ककक हेलीकाप्टरों की खरीद भी शामिल हैं। रक्षा मंत्रालय ने बताया है कि हेलीकाप्टरों की खरीद पर 3,850 करोड़ रुपए आंकी गई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक राकेट गोला बारूद की खरीद पर 4,962 करोड़ रुपये का खर्च होगा।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई रक्षा अधिग्रहण परिषद की बैठक में इन खरीद प्रस्तावों को मंजूरी मिल गई है। इस मंजूरी के बाद 11,486 करोड़ रुपये के उपकरण और प्लेटफार्म घरेलू कंपनियों से खरीदे जाएंगे। डीएसी ने भारतीय सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण और परिचालन संबंधी जरूरतों के लिए लगभग 13,165 करोड़ रुपये के पूंजी अधिग्रहण प्रस्तावों के लिए जरूरी मंजूरी प्रदान की।
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मंत्रालय (Defense Ministry) ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि 13,165 करोड़ रुपए में से 11,486 करोड़ रुपये की खरीद घरेलू कंपनियों से होगी। इसके अलावा रक्षा अधिग्रहण परिषद ने रक्षा अधिग्रहण प्रक्रिया 2020 में ‘बिजनेस प्रोसेस री-इंजीनियरिंग’ के एक हिस्से के रूप में कुछ संशोधनों को भी मंजूरी दी ताकि रक्षा उद्योग क्षेत्र को व्यापार करने में सहूलियत हो।
रक्षा उपकरणों के लिए इस खरीद को ऐसे समय मंजूरी दी गई है जब पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर चीन की आक्रामकता बढ़ती जा रही है। एक रिपोर्ट के मुताबिक एलएसी पर अभी भी भारत और चीन की ओर से 50 से 60 हजार जवानों की तैनाती बरकरार है। रक्षा सूत्रों ने बताया था कि पूर्वी लद्दाख में एलएसी से लगे अपने इलाकों में चीन स्थाई सैन्य ठिकानों का निर्माण कर रहा है।
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