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इंडिया न्यूज, Business News (Foreign Exchange Reserves):
देश के विदेशी मुद्रा भंडार लगातार दूसरे सप्ताह गिरावट दर्ज की गई है। रिजर्व बैंक आफ इंडिया की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक 10 जून 2022 को खत्म सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार गिरकर 600 बिलियन डॉलर से नीचे आ गया है। आंकड़ों के मुताबिक 10 जून 2022 को समाप्त सप्ताह के दौरान यह 4.599 अरब डॉलर घट कर 596.458 अरब डॉलर रह गया है। आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक इससे पिछले सप्ताह, विदेशी मुद्रा भंडार 30.6 करोड़ डॉलर घटकर 601.057 अरब डॉलर रह गया था।
समीक्षाधीन सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट का कारण विदेशी मुद्रा आस्तियों या फॉरेन करेंसी असेट में आई गिरावट है। दरअसल, यह कुल विदेशी मुद्रा भंडार का एक महत्वपूर्ण घटक है। आंकड़ों के अनुसार फॉरेन करेंसी असेट (एफसीए) 4.535 अरब डॉलर घटकर 532.244 अरब डॉलर रह गयी। डॉलर में अभिव्यक्त विदेशी मुद्रा भंडार में रखे जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियों में यूरो, पौंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं में मूल्यवृद्धि अथवा मूल्यह्रास के प्रभावों को शामिल किया जाता है।
कुछ सप्ताह पहले विदेशी मुद्रा भंडार 600 अरब डॉलर के पार गया था। 27 मई को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 3.854 अरब डॉलर बढ़कर 601.363 अरब डॉलर पहुंच गया था। इससे पहले, बीते 3 जून को समाप्त सप्ताह में भी यह 3.06 अरब डॉलर घटा था। तब यह 601.057 अरब डॉलर रह गया था।
RBI के आंकड़ों के अनुसार बीते 27 मई को समाप्त हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 3.854 अरब डॉलर बढ़कर 601.363 अरब डॉलर पर पहुंच गया था। गौरतलब है कि डॉलर में अभिव्यक्त विदेशी मुद्रा भंडार में रखे जाने वाली एफसीए में यूरो, पौंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं में मूल्यवृद्धि अथवा मूल्यह्रास के प्रभावों को शामिल किया जाता है।
आंकड़ों के अनुसार, बीते सप्ताह में स्वर्ण भंडार का मूल्य भी 10 लाख डॉलर की मामूली गिरावट के साथ 40.842 अरब डॉलर रह गया। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के पास जमा स्पेशल ड्राइंग राइट 2.3 करोड़ डॉलर घटकर 18.388 अरब डॉलर रह गया। आईएमएफ में रखे देश का मुद्रा भंडार भी 4 करोड़ डॉलर घटकर 4.985 अरब डॉलर रह गया।
बता दें कि अमेरिका समेत दुनियाभर के शेयर बाजारों में भी बीते सप्ताह गिरावट आई है। अमेरिका में महंगाई को कंट्रोल करने के लिए फेड ने ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है। वहीं निवेशकों में आर्थिक मंदी का भी डर बना हुआ है। इसी कारण एफपीआई भी बाजार से निकासी कर रहे हैं। बीते लगभग 15 दिनों में निफ्टी 1000 अंकों की गिरावट देखने को मिली है।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का इंडेक्स निफ्टी इसी हफ्ते अपने 52 सप्ताह के लो लेवल पर पहुंच गया है। आखिरी कारोबारी सत्र शुक्रवार को निफ्टी 15,293 के स्तर पर बंद हुआ। एक रिपोर्ट के मुताबिक शेयर बाजार में 6 दिन से जारी गिरावट के कारण निवेशकों को 18.17 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
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