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इंडिया न्यूज, उदयपुर । एनआईए ने कन्हैया लाल मर्डर केस के संदिग्धों पर शिकंजा कस दिया है। गौरतलब है कि गत माह राजस्थान के उदयपुर जिले में नूपुर शर्मा के समर्थक दर्जी कन्हैया लाल की दिनदहाड़े हत्या करने के मामले में जांच तेज कर दी है। एनआईए ने मंगलवार को राजस्थान में नौ जगहों पर छापेमारी की। एजेंसी ने उदयपुर में भी संदिग्धों के परिसरों की तलाशी ली।
एनआईए ने छापेमारी के दौरान डिजिटल डिवाइस (मोबाइल फोन, लैपटॉप और सिम कार्ड) और अन्य आपत्तिजनक सामग्री जब्त करने का दावा किया था। यह मामला 47 वर्षीय कन्हैया लाल तेली की 28 जून को उदयपुर के मालदास स्ट्रीट में उनकी दुकान पर हत्या करने से संबंधित है। कन्हैया लाल की इसलिए हत्या कर दी गई क्योंकि उसने कथित तौर पर नूपुर शर्मा के समर्थन में एक सोशल मीडिया पोस्ट साझा किया था। पूर्व भाजपा नेता जिन्होंने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी की थी।
मामला शुरू में 29 जून को उदयपुर के धनमंडी पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था। एनआईए ने 29 जून को मामला फिर से दर्ज किया और जांच अपने हाथ में ले ली। कन्हैया लाल तेली की हत्या के मामले में एनआईए अब तक सात लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। एजेंसी ने नौ जुलाई को कहा था कि उसने 7वें आरोपी फरहाद मोहम्मद शेख उर्फ बबला (31) को उदयपुर से गिरफ्तार किया है। फरहाद मोहम्मद मुख्य हत्यारों में से एक रियाज अत्तारी का करीबी आपराधिक सहयोगी था और कन्हैया लाल को मारने की साजिश में वह सक्रिय रूप से शामिल था।
इससे पहले इस मामले में 29 जून, 1 जुलाई और 4 जुलाई को छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। मामले में शामिल मुख्य हत्यारों-रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद- को 29 जून को पुलिस और फिर एनआईए ने मामले की जांच के दौरान हिरासत में लिया था। हालांकि, एनआईए ने 1 जुलाई और 4 जुलाई को गिरफ्तार किए गए आरोपियों के बारे में विवरण साझा नहीं किया है।
एनआईए की एफआईआर में उल्लेख किया गया है कि कन्हैया लाल की कू्रर हत्या में शामिल हमलावरों ने धार्मिक आधार पर दुश्मनी को बढ़ावा देने और देश भर में जनता के बीच आतंक और भय पैदा करने के दावे के साथ हमले का एक वीडियो प्रसारित किया।
एफआईआर राजस्थान के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी निवासी कन्हैया के बेटे यश तेली की शिकायत पर आधारित है, जिसमें दो हमलावरों – रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद द्वारा उसके पिता की भूत महल मालदास गली, उदयपुर में ‘सुप्रीम टेलर’ की दुकान पर धारदार हथियारों से नृशंस हत्या कर दी गई थी। घटना में दुकान के दो कर्मचारी भी घायल हो गए, एफआईआर में इसका उल्लेख है।
नृशंस हत्या 28 जून (मंगलवार) को दोपहर 3 से 3.30 बजे के बीच हुई थी और एनआईए को गृह मंत्रालय के आतंकवाद रोधी और काउंटर रेडिकलाइजेशन डिवीजन (सीटीसीआर) द्वारा 29 जून को जारी एक आदेश के माध्यम से जानकारी प्राप्त हुई थी। हत्या करने के तुरंत बाद उदयपुर के ही निवासी दोनों आरोपियों ने सोशल मीडिया पर सिर काटने के बारे में शेखी बघारते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मारने भी धमकी दी थी।
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