होम / SC ने केंद्र को दिए चुनाव के दौरान मुफ्त योजनाओं के उपहार बांटने पर रोक लगाने के निर्देश

SC ने केंद्र को दिए चुनाव के दौरान मुफ्त योजनाओं के उपहार बांटने पर रोक लगाने के निर्देश

Naresh Kumar • LAST UPDATED : July 26, 2022, 5:05 pm IST
ADVERTISEMENT
SC ने केंद्र को दिए चुनाव के दौरान मुफ्त योजनाओं के उपहार बांटने पर रोक लगाने के निर्देश

सुप्रीम कोर्ट (FILE PHOTO).

इंडिया न्यूज, New Delhi News। Supreme Court : जैसा कि आप जानते ही हैं कि किसी भी चुनाव के दौरान राजनीतिक पार्टियों के द्वारा मुफ्त में उपहार के रूप में योजनाएं देने का वायदा किया जाता है। अब इसी मामले को लेकर मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को इस परम्परा रोकने के लिए समाधान खोजने का निर्देश दिया है। वहीं अब इस मामले में अगली सुनवाई 3 अगस्त को की जाएगी।

वित्त आयोग के साथ चर्चा करे केंद्र सरकार

सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को निर्देश दिया है कि वह राजनीतिक दलों के मुद्दे पर वित्त आयोग के साथ बातचीत करे और मुफ्त में खर्च किए गए पैसे को ध्यान में रखकर जांच करे कि क्या इसे विनियमित करने की संभावना है।

अगले सप्ताह किसी समय सूचीबद्ध करें

बता दें कि यह निर्देश मुख्य न्यायाधीश एन.वी. रमणा की अध्यक्षता वाली और न्यायमूर्ति कृष्ण मुरारी और न्यायमूर्ति हेमा कोहली की पीठ ने दिए हैं।

वहीं केंद्र सरकार का प्रतिनिधित्व कर रहे अतिरिक्त सालिसिटर जनरल के.एम. नटराज को कोर्ट ने कहा कि कृपया वित्त आयोग से पता करें। इसे अगले सप्ताह किसी समय सूचीबद्ध करेंगे। बहस शुरू करने का अधिकार क्या है।

कपिल सिब्बल से जानें विचार

वहीं सुनवाई के दौरान न्यायमूर्ति रमना ने वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल, जो किसी अन्य मामले के लिए अदालत कक्ष में मौजूद थे, से राजनीतिक दलों द्वारा चुनावों के दौरान घोषित मुफ्त उपहारों पर सवाल उठाने वाली एक जनहित याचिका पर उनके विचार पूछे।

मुफ्तखोरी को नियंत्रित करना मुश्किल : कपिल सिब्बल

जानकारी अनुसार इस दौरान मुख्य न्यायाधीश ने कहा, ‘श्री सिब्बल यहां एक वरिष्ठ सांसद के रूप में हैं। आपका क्या विचार है। इस पर सिब्बल ने जवाब दिया कि मुफ्तखोरी एक गंभीर मामला है, लेकिन राजनीतिक रूप से इसे नियंत्रित करना मुश्किल है। वित्त आयोग को विभिन्न राज्यों को धन आवंटन करते समय उनका कर्ज और मुफ्त योजनाओं को ध्यान में रखना चाहिए।

केंद्र से नहीं की जा सकती काई उम्मीद

वहीं जवाब में सिब्बल ने कहा कि केंद्र से निर्देश जारी करने की उम्मीद नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि वित्त आयोग इस मुद्दे की जांच करने के लिए उपयुक्त प्राधिकरण है।

कोर्ट ने पूछा, केंद्र स्टैंड लेने से क्यों झिझक रही

वहीं चुनाव आयोग के वकील ने सुझाव दिया कि केंद्र सरकार इस मुद्दे से निपटने के लिए एक कानून ला सकती है, हालांकि नटराज ने सुझाव दिया कि यह चुनाव आयोग के क्षेत्र में आता है। इस पर पीठ ने पूछा कि केंद्र इस पर एक स्टैंड लेने से क्यों झिझक रहा है।

एक जनहित याचिका पर सुनवाई कर रही थी शीर्ष अदालत

शीर्ष अदालत अधिवक्ता अश्विनी कुमार उपाध्याय की एक जनहित याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें चुनाव के दौरान मुफ्त में मतदाताओं को लुभाने के लिए राजनीतिक दलों द्वारा की गई घोषणाओं के खिलाफ याचिका दायर की गई थी।

अगले सप्ताह होगी सुनवाई

बता दें कि उपाध्याय ने दलील दी कि अगर मैं यूपी का नागरिक हूं, तो मुझे यह जानने का अधिकार है कि हमारे ऊपर कितना कर्ज है। उन्होंने तर्क दिया कि चुनाव आयोग को राज्य और राष्ट्रीय दलों को ऐसे वादे करने से रोकना चाहिए। अब इस मामले में अगली सुनवाई 3 अगस्त को की जाएगी।

सार्वजनिक कोष से तर्कहीन मुफ्त के वादों पर लगे रोक

उपाध्याय ने अपनी याचिका में शीर्ष अदालत से यह घोषित करने का निर्देश देने की मांग की गई है कि चुनाव से पहले जनता के धन से अतार्किक मुफ्त का वादा, जो सार्वजनिक उद्देश्यों के लिए नहीं है, संविधान के अनुच्छेद 14, 162, 266 (3) और 282 का उल्लंघन करता है। याचिका में कहा गया है कि राजनीतिक दलों पर एक शर्त लगाई जानी चाहिए कि वे सार्वजनिक कोष से तर्कहीन मुफ्त का वादा या वितरण नहीं करेंगे।

चुनाव आयोग ने दिया यह तर्क

चुनाव आयोग ने जवाब दिया कि ‘इसका परिणाम ऐसी स्थिति में हो सकता है जहां राजनीतिक दल अपने चुनावी प्रदर्शन को दिखाने से पहले ही अपनी मान्यता खो देंगे। शीर्ष अदालत ने 25 जनवरी को याचिका पर नोटिस जारी किया था।

ये भी पढ़े :  सोनिया से पूछताछ के विरोध में प्रदर्शन में शामिल राहुल गांधी को हिरासत में लिया

ये भी पढ़े :  पंजाब के गैंगस्टरों के लिए कनाडा बना सुरक्षित पनाहगाह

ये भी पढ़े :  रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व तीनों सेना प्रमुखों ने कारगिल युद्ध के वीरों को दी श्रद्धांजलि

ये भी पढ़े : पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट को मिलेंगे 13 नए जज, सुप्रीम कोर्ट ने की वकीलों के नाम की सिफारिश

हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे !

Connect With Us : Twitter | Facebook Youtube

Tags:

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

मणिपुर में जल्द होगी शांति! राज्य में हिंसा को लेकर केंद्र सरकार ने लिया बड़ा फैसला, उपद्रवियों के बुरे दिन शुरू
मणिपुर में जल्द होगी शांति! राज्य में हिंसा को लेकर केंद्र सरकार ने लिया बड़ा फैसला, उपद्रवियों के बुरे दिन शुरू
जहां पर भी फटेगा परमाणु बम…तबाह हो जाएगा सबकुछ, यहां जाने उस विनाश और उसके प्रभाव के बारे में
जहां पर भी फटेगा परमाणु बम…तबाह हो जाएगा सबकुछ, यहां जाने उस विनाश और उसके प्रभाव के बारे में
उपचुनाव के बाद UP में आया सियासी भूचाल,ओवैसी ने CM  योगी पर लगाया बड़ा आरोप
उपचुनाव के बाद UP में आया सियासी भूचाल,ओवैसी ने CM योगी पर लगाया बड़ा आरोप
दूसरी बार मां बनने जा रही है Sana Khan, इस अंदाज में फैंस संग शेयर की खुशखबरी
दूसरी बार मां बनने जा रही है Sana Khan, इस अंदाज में फैंस संग शेयर की खुशखबरी
नतीजों से पहले ही हो गई होटलों की बुकिंग? झारखंड और महाराष्ट्र में कांग्रेस ने विधायकों को दिया सीक्रेट इशारा
नतीजों से पहले ही हो गई होटलों की बुकिंग? झारखंड और महाराष्ट्र में कांग्रेस ने विधायकों को दिया सीक्रेट इशारा
एलजी वीके सक्सेना CM आतिशी पर हुए मेहरबान, दीक्षांत समारोह में कह दी ये बात..
एलजी वीके सक्सेना CM आतिशी पर हुए मेहरबान, दीक्षांत समारोह में कह दी ये बात..
चुनाव नतीजों से पहले महाराष्ट्र में BJP को किसने दिया धोखा? ठहाके मार रहे होंगे उद्धव ठाकरे…जानें पूरा मामला
चुनाव नतीजों से पहले महाराष्ट्र में BJP को किसने दिया धोखा? ठहाके मार रहे होंगे उद्धव ठाकरे…जानें पूरा मामला
दर्दनाक हादसा! स्कूली बच्चों की ऑटो  का ट्रक से भिड़ंत, मौके पर 4 की मौत
दर्दनाक हादसा! स्कूली बच्चों की ऑटो का ट्रक से भिड़ंत, मौके पर 4 की मौत
मक्का की मस्जिदों के नीचे मंदिर है?, नरसिंहानंद ने खोला ‘अरब से आए लुटेरों’ का राज, फिर बिदक जाएंगे मौलाना
मक्का की मस्जिदों के नीचे मंदिर है?, नरसिंहानंद ने खोला ‘अरब से आए लुटेरों’ का राज, फिर बिदक जाएंगे मौलाना
राजस्थान में बढ़ी कड़ाके की सर्दी, इस शहर में 5 डिग्री तक लुढ़का पारा
राजस्थान में बढ़ी कड़ाके की सर्दी, इस शहर में 5 डिग्री तक लुढ़का पारा
अगर दोस्त पुतिन ने फोड़ा परमाणु बम…तो भारत पर क्या होगा असर? मिट जाएगा इन देशों का नामो-निशान
अगर दोस्त पुतिन ने फोड़ा परमाणु बम…तो भारत पर क्या होगा असर? मिट जाएगा इन देशों का नामो-निशान
ADVERTISEMENT