इंडिया न्यूज, Patna News। Bihar Political Crisis : बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) से नाता तोड़कर नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने मुख्यमंत्री पद से मंगलवार को इस्तीफा दे दिया। उन्होंने राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात करके 160 विधायकों के समर्थन के साथ राज्य में नई सरकार बनाने का दावा भी इस दौरान पेश किया। इस संबंध में नीतीश ने राज्यपाल को समर्थन पत्र सौंपा है।
अब नीतीश कुमार महागठबंधन के साथ फिर बिहार में नई सरकार बनाएंगे। राज्यपाल ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। गौरतलब है कि 2015 में नीतीश महागठबंधन के समर्थन से ही मुख्यमंत्री बने थे। हालांकि यह महागठबंधन मात्र दो साल ही चल सका था और 2017 में फिर नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू और बीजेपी में गठबंधन हो गया था। मंगलवार को नीतीश ने अपने आवास पर आयोजित पार्टी की बैठक में कहा कि एनडीए छोड़ने का फैसला पार्टी का है।
उन्होंने कहा, अब वह महागठबंधन की नई सरकार बनाएंगे। इससे पहले मंगलवार को जेडीयू के अध्यक्ष ललन सिंह तथा जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने जेडीयू के नए गठबंधन में जाने की घोषणा की। महागठबंधन की नई नीतीश सरकार में दो उपमुख्यमंत्री रहेंगे। इनमें आरजेडी विधायक दल के नेता तेजस्वी यादव का नाम तय है।
कांग्रेस को स्पीकर की कुर्सी मिल सकती है। नीतीश ने राजभवन के बाहर पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा कि सभी विधायकों और सांसदों ने एक स्वर में एनडीए गठबंधन से बाहर रहने का सुझाव दिया, जिसके बाद हमने इस्तीफा दे दिया है।
जेडीयू की बैठक में विधायकों ने बीजेपी के रवैये पर नाराजगी जताई और नीतीश कुमार को नए गठबंधन के लिए अधिकृत किया। खबर लिखे जाने तक जीतन राम मांझी की पार्टी हम ने समर्थन पत्र नहीं सौंपा था, इसलिए 160 विधायकों का समर्थन पत्र लेकर नीतीश राजभवन पहुंचे।
कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान ने भी कहा है कि नीतीश कुमार महागठबंधन के मुख्यमंत्री होंगे और यह सब बहुत जल्द तय हो जाएगा। इस बीच महागठबंधन की नई सरकार का फॉमूर्ला भी तय हो गया। पांच विधायकों पर एक मंत्री का फॉमूर्ला तय किया गया है।
बताया जा रहा है कि आरजेडी व कांग्रेस से एक-एक उपमुख्यमंत्री रहेंगे। इनमें आरजेडी से तेजस्वी यादव का नाम तय है। तेजस्वी को गृह मंत्रालय भी दिए जाने की बात कही जा रही है। सरकार में महागठबंधन के घटक दल शामिल होंगे।
तेजस्वी यादव ने कहा कि विधायकों की इच्छा थी बड़े दल के रूप में आरजेडी का मुख्यमंत्री हो, लेकिन अभी बहुत लड़ाई बाकी है। इस बयान से स्पष्ट है कि तेजस्वी नई सरकार में उपमुख्यमंत्री बनेंगे, जबकि, नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने रहेंगे। तेजस्वी यादव करीब 115 विधायकों का समर्थन पत्र जेडीयू को सौंप सकते हैं।
जेडीयू के गठबंधन तोड़ने की घोषणा के बाद बीजेपी ने कहा कि नीतीश का विवेक मर गया है। इससे पहले मंगलवार को दोपहर तक बीजेपी पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए थी।
जेडीयू की एनडीए से नाता तोड़ने की घोषणा से पहले शाहनवाज हुसैन ने कहा था कि उन्हें किसी तरह की जानकारी नहीं है। जेडीयू की एनडीए छोड़ने की घोषणा के बाद केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि विनाश काल में नीतीश का विवेक मर गया है।
उन्होंने बीजेपी कोर कमेटी की बैठक होगी और जल्द पार्टी अपने पत्ते खोलेगी। केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने कहा कि आरजेडी और जेडीयू की सरकार पहले भी बनी थी लेकिन चल नहीं पाई। फिर ये लोग मिलकर सरकार बना रहे हैं। ये बिहार के विकास के लिए शुभ संकेत नहीं है। हमारी पार्टी एनडीए के साथ थी और आगे भी रहेगी।
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे कैबिनेट का गठन
एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री बनने के 39 दिन बाद महाराष्ट्र में मंगलवार को कैबिनेट का गठन हो गया। 50-50 फॉमूर्ला के तहत दोनों ओर से 9-9 विधायक मंत्री बनाए गए। सबसे पहले भाजपा के राधाकृष्ण विखे पाटिल ने शपथ ली।
नए मंत्रिमंडल में भाजपा के प्रभात लोढा सबसे अमीर हैं, जबकि मुख्यमंत्री खुद सबसे कम 10वीं पास हैं। प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र 10 से 18 अगस्त तक चलेगा। विधानमंडल सचिवालय ने मानसून सत्र से पहले की तैयारियों के लिए छुट्टियां कैंसिल कर दी हैं
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