संबंधित खबरें
सेब, जूस में मिलावट के बाद अब…केरल से सामने आया दिलदहला देने वाला वीडियो, देखकर खौल जाएगा आपका खून
BJP ने शुरू की दिल्ली विधानसभा की तैयारी… पूर्व APP नेता ने की जेपी नड्डा से मुलाकात, बताई पार्टी छोड़ने की बड़ी वजह
मणिपुर में जल्द होगी शांति! राज्य में हिंसा को लेकर केंद्र सरकार ने लिया बड़ा फैसला, उपद्रवियों के बुरे दिन शुरू
नतीजों से पहले ही हो गई होटलों की बुकिंग? झारखंड और महाराष्ट्र में कांग्रेस ने विधायकों को दिया सीक्रेट इशारा
चुनाव नतीजों से पहले महाराष्ट्र में BJP को किसने दिया धोखा? ठहाके मार रहे होंगे उद्धव ठाकरे…जानें पूरा मामला
मक्का की मस्जिदों के नीचे मंदिर है?, नरसिंहानंद ने खोला 'अरब से आए लुटेरों' का राज, फिर बिदक जाएंगे मौलाना
Ganesh Chaturthi 2022: गणेश चतुर्थी का त्यौहार जल्द ही शुरू होने वाला है। इस बार गणेश चतुर्थी 31 अगस्त से शुरू हो रही है। इस साल गणपति उत्सव के दौरान हर रोज भगवान गणेश को मोदक का भोग लगाएं। शास्त्रों में कहा गया है कि गणपति बप्पा को प्रसन्न करने का सबसे आसान तरीका मोदक का भोग लगाकर करना है। भगवान गणेश को खुश करने के लिए आप चाहे मालपुआ, रसगुल्ला और रसमलाई कुछ भी चढ़ा लें, लेकिन अगर आप मोदक का भोग नहीं लगाएगें, तो आपका छप्पन भोग भी गणेश जी पसंद नहीं करेंगे।
गणपति बप्पा को मिठाई में सबसे ज्यादा मोदक पसंद है। लेकिन उनका मोदक पसंद करना भी बुद्धिमानी का प्रतीक है। आइए आपको बताते हैं कि गणेश जी को मोदक आखिर इतना पसंद क्यों है। मोदक प्रसन्नता देने वाली एक मिठाई होती है जिस वजह से भगवान गणेश को मोदक बहुत प्रिय है। मोदक के शब्द पर ध्यान दें तो ‘मोद’ का अर्थ हर्ष यानी खुशी होता है।
इसके अलावा परशुराम जी से युद्ध में गणेश जी का एक दांत टूट गया था। जिस वजह से उन्हें बाकि की चीजे खाने में तकलीफ होती है। क्योंकि अन्य चीजों को चबाना पड़ता है। लेकिन मोदक बहुत ही मुलायम होती है इसे चबाना भी नहीं पड़ता है। यह मुंह में जाते ही घुल जाता है।
आपको बता दें कि शास्त्रों में गणपति बप्पा को मंगलकारी और हमेशा खुश रहने वाला देवता बताया गया है। वह कोई भी चिंता नहीं लेते हैं। इसका कारण भी मोदक ही है। क्योंकि मोदक बप्पा को हमेशा खुश रखता है। इसी वजह से उन्हें मोदक अधिक प्रिय है।
पद्म पुराण के सृष्टि खंड में गणपति जी को मोदक पसंद होने की कथा बताई गई है। उस कथा के मुताबिक मोदक अमृत से बनाया गया था। एक दिव्य मोदक देवताओं ने माता पार्वती को दिया था। जब गणपति बप्पा को माता पार्वती ने मोदक के गुणों को बताया तो उनको मोदक खाने की इच्छा उत्पन्न हो गई। जिसके बाद भगवान गणेश ने चतुराई से माता से मोदक ले लिया था। बप्पा को मोदक खाने के बाद इतना पसंद आया कि मोदक गणेश जी का प्रिय बन गया।
बात दें कि गणपत्यथर्वशीर्ष में लिखा है “यो मोदकसहस्त्रेण यजति स वांछितफलमवाप्नोति।” इसका अर्थ है कि जो इंसान गणेश जी को मोदक अर्पित करके प्रसन्न करता है। उस व्यक्ति को गणेश भगवान मनोवांछित फल प्रदान करते हैं।
Also Read: इस गणेश चतुर्थी बप्पा को इन रूपों में ला सकते हैं घर, सजावट में लगेंगे चार चांद
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.