हमें Google News पर फॉलो करें- क्लिक करें !
संबंधित खबरें
फिर खून के आंसू रोए 25 कश्मीरी पंडित, घाटी में हुआ ये दर्दनाक काम, वीडियो सामने आने पर CM उमर अब्दुल्ला की थू-थू
'भारत कभी हिंदू राष्ट्र नहीं…', धीरेंद्र शास्त्री के इस कदम पर भड़क गए मौलाना रिजवी, कह डाली चौंकाने वाली बात
बदल गए ट्रेन रिजर्वेशन के नियम…ट्रैवल करने से पहले जान लें सारे नए बदलाव, अब ऐसे होगी टिकट बुकिंग
भरी महफिल में Rahul Gandhi के चेहरे पर दिखा हारे हुए हरियाणा का दर्द? Video में कही ऐसी बात…गूंजने लगे ठहाके
Mulayam Singh Birth Anniversary: 'बेटा छोड़ जा रहा हूं…', जनता से मुलायम सिंह ने कही ऐसी कौन सी बात, बदल गई अखिलेश यादव की जिंदगी?
अस्पताल के शौचालय में पैदा हुआ बच्चा, दर्द से तड़पती रही मां, हैवान बनकर आया कुत्ता और मुंह में दबाकर…
INDIA NEWS, NEW DELHI| New Parliament Building: सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत बन रही देश की सबसे बड़ी पंचायत यानी संसद के नए भवन का मुख्य ढांचा बनकर तैयार हो चुका है। अब आंतरिक स्तर पर काम (फिनिशिंग) पूरा किया जा रहा है। टाटा प्रोजेक्ट्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक विनायक पई ने रविवार को यह जानकारी दी।
टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड नए संसद भवन का निर्माण कर रही है जिसमें भारत की लोकतांत्रिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिए एक भव्य संविधान हॉल, सांसदों लिए एक लाउंज, एक पुस्तकालय, कई समिति कक्ष, भोजन क्षेत्र और पर्याप्त पार्किंग स्थल बनाया जा रहा है।
पई ने कहा, मुख्य ढांचा (नए संसद भवन का) पूरा हो चुका है। हम अब उस चरण में हैं जहां हम फिनिशिंग को पूरा कर रहे हैं। यह अपनी तरह का एक खास भवन है। इसलिए वास्तुविदों द्वारा फिनिशिंग के काम को काफी सोच-विचार के बाद पूरा किया जा रहा है। सरकार का कहना है कि संसद का शीतकालीन सत्र नरेंद्र मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत बन रहे नए भवन में होगा।
टाटा प्रोजेक्ट्स उच्च मुद्रास्फीति दबाव की चुनौती का सामना कैसे कर रही है, इस सवाल पर पई ने कहा कि निश्चित रूप से ऐसी चुनौतियां हैं जिनका अधिकांश उद्योग सामना कर रहे हैं, क्योंकि वे काफी हद तक जिंसों पर निर्भर हैं। उन्होंने कहा, एक चीज जिस पर हमें लगातार ध्यान देना है वह है स्मार्ट खरीद। इसलिए हमारे द्वारा की जाने वाली थोक सामग्री की बहुत सारी खरीद के लिए हमारे पास दीर्घकालक अनुबंध है।
उन्होंने कहा कि एक अन्य बात यह है कि हमारे काफी ऐसे अनुबंध अब परिपक्व हो गए हैं जिनमें मूल्य में उतार-चढ़ाव का प्रावधान है। उन्होंने कहा, इससे हमें संरक्षण मिला है। हालांकि, इससे जिंस कीमतों में वृद्धि का पूरा बोझ कम नहीं हुआ है, लेकिन हमें काफी समर्थन मिला है।
पई ने कहा कि भारत में बुनियादी ढांचा क्षेत्र में काफी अवसर हैं, विशेषरूप से नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में। बुनियादी ढांचे के अलावा सतत और हरित ऊर्जा के क्षेत्र में हमें काफी अवसर दिख रहे हैं।
ये भी पढ़ें : आजाद के पार्टी छोड़ते ही कांग्रेस में लगी इस्तीफों की झड़ी, जम्मू कश्मीर में तीन नेताओं ने छोड़ी पार्टी
ये भी पढ़ें : कांग्रेस पार्टी के सभी पदों से गुलाम नबी आजाद ने दिया इस्तीफा
हमें Google News पर फॉलो करें- क्लिक करें !
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.