Benefits of Coconut Sugar मीठा खाना सबको पंसद है। सभी लोग जरूरत के अनुसार मीठे का सेवन करते है लेकिन डायबिटीज के मरीजों के लिए मीठा खाना जहर के समान होता है। इस बीमारी से पीड़ित लोग मीठा खाने से परहेज करते है। या फिर मीठे के तौर पर गुड, शकर या फिर शुगर फ्री का इस्तेमाल करते है ताकि उनकी डायबिटीज कंट्रोल में रहे।
इसलिए आम हमको आपको एक ऐसे खाद्य पदार्थ के बारे में बता रहे है जिसके सेवन से आपकी शुगर भी कंट्रोल में रहेगी और आपको मीठा खाने से परहेज नहीं करना पड़ेगा। डायबिटीज से पीड़ित लोग मीठे में कोकोनट शुगर का इस्तेमाल कर सकते है।
(Benefits of Coconut Sugar)
खाने में ये चीनी जैसा स्वाद देती है लेकिन इसमें न्यूट्रिशन सफेद चीनी से कई गुना ज्यादा है। कोकोनट शुगर का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम होता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए कोकोनट पाम शुगर एक बेहतरीन विकल्प है। जानिये नारियल के पेड़ से कैसे बनती है ये चीनी कैसे बनती है और क्या हैं इसके फायदे।
क्या है कोकोनट शुगर (Benefits of Coconut Sugar)
यह नारियल के पेड़ से लगातार निकलने वाले एक फ्लूइड बनती है। यह दो चरणों में बनाई जाती है।
1. कोकोनट पाम (डंठल) के कट लगाकर इसे निकाला जाता है और एक बर्तन में इसे एकत्र कर लिया जाता है।
2. पेड़ के डंठल को निकालकर इसे तपाया जाए, इसमें से जितना पानी निकल सकता है, निकल जाने दिया जाए। इन दोनों प्रक्रियाओं के अंत में जो मिलेगा, वह भूरे रंग का दानेदार प्रोडक्ट होगा। ठीक खांडसारी के समान, जो कोकोनट शुगर है।
सामान्य चीनी से बेहतर (Benefits of Coconut Sugar)
सामान्य शक्कर में फ्रक्टोज अधिक मात्रा में होता है। इससे कोई पोषण नहीं होता है। जबकि कोकोनट शुगर में आयरन, जिंक, पोटैशियम, कैल्शियम यानी पर्याप्त मिनरल्स होते हैं।
इसमें फैटी एसिड्स जैसे पोलिफेनॉल्स और एंटीआक्सीडेंट्स भी होते हैं।
इसमें कुछ फाइबर भी होते हैं, जैसे इनुलिन, जो ग्लूकोज को धीमी गति से शरीर में समाहित होने देता है। इसमें कैलोरीज पर्याप्त होती है।
यह पूरी तरह आर्गेनिक है यानी इसमें ऐसा कोई भी केमिकल नहीं पाया जाता है जो शरीर को नुकसान पहुंचाए।
इसमें 16 तरह के अमीनो एसिड्स पाए जाते हैं ये प्रोटीन बनाते हैं जो क्षतिग्रस्त मांसपेशियों, और ऊतकों को रिपेयर करने का काम करते हैं।
कोकोनट शुगर के फायदे (Benefits of Coconut Sugar)
चीनी में बस कैलोरी होती है लेकिन कोकोनट पाम शुगर में कैलोरी बहुत कम हैं और विटामिन्स- मिनरल्स ज्यादा होते हैं। इसमें विटामिन बी-1, बी-12 और फॉलिक एसिड होता है जो शरीर के लिएफायदेमंद है।
कोकोनट शुगर में ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी शहद और सफेद चीनी से कम होता है जो डायबिटीज वालों के लिए राहत की बात है।
नारियल की चीनी में ग्लाइसेमिकल इंडेक्स बस 35 होता है जबकि दूसरी और चीनी में ये 60 या इससे ज्यादा होता है।
कोकोनट पाम शुगर में फाइबर और प्रोबायोटिक भी होता है जो डाइजेशन के लिये बहुत अच्छा है। इसलिये अगर आप थोड़ी बहुत मात्रा में चीनी खाना चाहते हैं तो कोकोनट पाम शुगर जरूर ट्राई करें। इसका इस्तेमाल चाय, दूध और मिठाइयों में किया जा सकता है।
(Benefits of Coconut Sugar)
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