होम / शिवसेना का "मशाल" एवं 'ढाल और दो तलवार' से रहा है पुराना नाता, जानें

शिवसेना का "मशाल" एवं 'ढाल और दो तलवार' से रहा है पुराना नाता, जानें

Roshan Kumar • LAST UPDATED : October 12, 2022, 6:09 pm IST
ADVERTISEMENT
शिवसेना का

मिले नए चिन्ह.

इंडिया न्यूज़ (मुंबई, Shivsena symbol history): महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को ‘ढाल और दो तलवार मिली’, उद्धव ठाकरे के खाते में ‘मशाल’ आई। उद्धव ठाकरे परिवार में इतने दिनों से लगी आग आखिर चुनाव आयोग के मशाल से शांत हुई। चुनाव आयोग के इस फैसले के साथ ही शिवसेना में जारी पहचान की जंग पर विराम लग गया है। पार्टी के दोनों दोनों गुटों को नया नाम भी मिला गया है।

बालासाहेब के बेटे और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की पार्टी ‘शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे)’ हुई है। वहीं, शिंदे की पार्टी को ‘बालासाहेबांची शिवसेना’ का नाम मिला है। यह दोनों चिन्ह चुनाव आयोग से मांगने और इन्हें मिलने की एक कहानी है। दरअसल, इतिहास बताता है कि दोनों चिह्न शिवसेना की राजनीतिक यात्रा में शामिल रहे हैं। आइये आपको बताते है इन दोनों चिन्हों की कहानी।

बीएमसी का चुनाव ‘ढाल और दो तलवार’ पर लड़ा था पार्टी ने

शिवसेना का गठन साल 1966 में हुआ था, तब पार्टी जनाधार बढ़ाने के लिए संघर्ष कर रही थी। फिर आया 1968 का साल, शिवसेना को बने दो साल का समय हो चुका था। तब बृह्नमुंबई महानगरपालिका के चुनाव लड़ने का फैसला पार्टी ने किया था। इस चुनाव में शिवसेना ने ढाल और दो तलवार के चिह्न पर चुनाव लड़ा था।

1985 shivsena election

साल 1985 के चुनाव में छगन भुजवल का चुनाव चिन्ह था मशाल.

पार्टी को शिवसेना नाम देने का श्रेय पार्टी संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे के पिता और समाज सुधारकर प्रबोधंकर केशव सीताराम ठाकरे को जाता है, शिवसेना का मतलब होता है, “छत्रपति शिवाजी महाराज की सेना”.

भुजवल ने मशाल पर लड़ा था चुनाव

महाराष्ट्र में साल 1985 में विधानसभा चुनाव हुए थे, तब शिवसेना का एक ही विधायक चुना गया था। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में एनसीपी के नेता छगन भुजवल ने महाराष्ट्र के मझगांव निर्वाचन क्षेत्र से मशाल के चिह्न पर चुनाव जीता था।

bal-thackeray-old-cartoon

बाल ठाकरे द्वारा बनाया गया कार्टून.

साल 1984-85 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी की हत्या की बाद हुए लोकसभा के चुनावों में शिवसेना के उम्मीदवारों ने बीजेपी के कमल निशान पर चुनाव लड़ा था। चुनाव के बाद शिवसेना और बीजेपी के रिश्ते में खटास भी आई थी। तब बालासाहेब ठाकरे ने अपने एक कार्टून में मशाल और कमल को लेकर भाजपा पर तंज कसा था।

कई चुनाव चिन्ह देख चुकी है पार्टी

अपने गठन के बाद से शिवसेना कई चुनाव चिन्ह देख चुकी है। साल 1968 के चुनाव में पार्टी का चिन्ह ‘ढाल और दो तलवार’ वही साल 1980 के साल में पार्टी का चुनाव चिन्ह रेल इंजन रहा है। साल 1978 का चुनाव पार्टी के उम्मीदवारों ने रेल इंजन के निशान पर ही लड़ा था। वही साल 1985 के विधानसभा चुनाव में शिवसेना के उम्मीदवारों टॉर्च, बैट-बॉल जैसे चिह्न लेकर मैदान में उतरे थे.

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

पेट भरने वाली रोटी बनी कैंसर की वजह? धीमे-धीमे शरीर में जहर फैलाने का कर रही है काम, रिसर्च ने किया बड़ा खुलासा
पेट भरने वाली रोटी बनी कैंसर की वजह? धीमे-धीमे शरीर में जहर फैलाने का कर रही है काम, रिसर्च ने किया बड़ा खुलासा
लालू के बेटे को किया इस शख्स ने मानसिक प्रताड़ित, तेजस्वी ने लगाई पुलिस से एक्शन की गुहार
लालू के बेटे को किया इस शख्स ने मानसिक प्रताड़ित, तेजस्वी ने लगाई पुलिस से एक्शन की गुहार
सेब, जूस में मिलावट के बाद अब…केरल से सामने आया दिलदहला देने वाला वीडियो, देखकर खौल जाएगा आपका खून
सेब, जूस में मिलावट के बाद अब…केरल से सामने आया दिलदहला देने वाला वीडियो, देखकर खौल जाएगा आपका खून
BJP ने शुरू की दिल्ली विधानसभा की तैयारी… पूर्व APP नेता ने की जेपी नड्डा से मुलाकात, बताई पार्टी  छोड़ने  की बड़ी वजह
BJP ने शुरू की दिल्ली विधानसभा की तैयारी… पूर्व APP नेता ने की जेपी नड्डा से मुलाकात, बताई पार्टी छोड़ने की बड़ी वजह
शादी समारोह में गया परिवार…फिर घर लौटने पर छाया मातम, जानें पूरा मामला
शादी समारोह में गया परिवार…फिर घर लौटने पर छाया मातम, जानें पूरा मामला
पत्नी को हुए कैंसर के बाद Navjot Singh Sidhu ने दी ऐसी सलाह…बोले- ’10-12 नीम के पत्ते, सेब का सिरका और फिर स्टेज 4 कैंसर छू’
पत्नी को हुए कैंसर के बाद Navjot Singh Sidhu ने दी ऐसी सलाह…बोले- ’10-12 नीम के पत्ते, सेब का सिरका और फिर स्टेज 4 कैंसर छू’
ICC के फैसले का नहीं पढ़ रहा नेतन्याहू पर असर, लेबनान में लगातार बह रहा मासूमों का खून…ताजा हमलें में गई जान बचाने वालों की जान
ICC के फैसले का नहीं पढ़ रहा नेतन्याहू पर असर, लेबनान में लगातार बह रहा मासूमों का खून…ताजा हमलें में गई जान बचाने वालों की जान
शादी के मंडप पर अचानक पहुंची गर्लफ्रेंड… फिर हुआ हाई वोल्टेज फिल्मी ड्रामा
शादी के मंडप पर अचानक पहुंची गर्लफ्रेंड… फिर हुआ हाई वोल्टेज फिल्मी ड्रामा
पीएम जस्टिन ट्रूडो को आई अकल, भारतीयों के सामने झुकी कनाडा की सरकार…एक दिन बाद ही वापस लिया ये फैसला
पीएम जस्टिन ट्रूडो को आई अकल, भारतीयों के सामने झुकी कनाडा की सरकार…एक दिन बाद ही वापस लिया ये फैसला
मणिपुर में जल्द होगी शांति! राज्य में हिंसा को लेकर केंद्र सरकार ने लिया बड़ा फैसला, उपद्रवियों के बुरे दिन शुरू
मणिपुर में जल्द होगी शांति! राज्य में हिंसा को लेकर केंद्र सरकार ने लिया बड़ा फैसला, उपद्रवियों के बुरे दिन शुरू
जहां पर भी फटेगा परमाणु बम…तबाह हो जाएगा सबकुछ, यहां जाने उस विनाश और उसके प्रभाव के बारे में
जहां पर भी फटेगा परमाणु बम…तबाह हो जाएगा सबकुछ, यहां जाने उस विनाश और उसके प्रभाव के बारे में
ADVERTISEMENT