संबंधित खबरें
‘एकजुट होकर हम और भी ऊंचे उठेंगे’, महाराष्ट्र-झारखंड चुनाव नतीजों पर PM Modi ने कह दी ये बड़ी बात, इन्हें दिया जीत का श्रेय
महाराष्ट्र के असली हीरो मोदी-शाह नहीं…CM Yogi निकले? नतीजों के बाद कुछ बड़ा होने वाला है
उद्धव ठाकरे के कितने भाई थे, आखिर क्यों नहीं होती किसी और की चर्चा? वजह जान हिल जाएंगे आप
NOTA को बिग बॉस के Ajaz Khan से ज्यादा मिले वोट, 5.6 मिलियन फॉलोअर्स होने के बावजूद महाराष्ट्र चुनाव में मिली हार
उद्धव ठाकरे ने मौलानाओं के सामने मांगी माफी? सच्चाई जान हिल जाएंगे आप, शिवसेना UBT प्रमुख को हिंदू विरोधी बताकर मिली महायुति को जीत!
नहीं काम आया मौलवी का आशीर्वाद? चुनाव में Swara Bhasker के पति का हुआ ऐसा हाल, रोने लगीं एक्ट्रेस
इंडिया न्यूज, गुवाहाटी, (Cyclone Sitrang In India) : बांग्लादेश के बाद में चक्रवाती तूफान सितरंग ने भारत के पूर्वोत्तर राज्य असम में कहर बरपाया है। हालांकि इसके कारण अबतक किसी तरह की जानहानि की सूचना नहीं है, लेकिन फसलों को खासा नुकसान पहुंचा है। बांग्लादेश में सितरंग के कारण अब तक करीब 35 लोगों की मौत हो चुकी है।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक 80 से ज्यादा गांवों के एक हजार से ज्यादा लोग तूफान से प्रभावित हुए हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया है कि राज्य में फिलहाल स्थिति चिंताजनक बनी हुई है और आज सुबह तक 83 गांवों के 1146 लोग तूफान के चलते प्रभावित हुए थे। भारी बारिश के कारण कई मकान भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों के मुताबिक सोमवार रात आए तूफान के कारण 325.501 हेक्टेयर फसल को क्षति पहुंचाई है। राज्य के नगांव जिले के विभिन्न हिस्सों में कई पेड़ व बिजली के खंभे उखड़ गए हैं। जानकारी के अनुसार मध्य असम जिले के सकमुथिया चाय बागान, बोरलीगांव क्षेत्रों, कलियाबोर और बामुनि में कई घर क्षतिग्रस्त हुए हैं।
प्रभावित गांव प्रधान के अनुसार क्षेत्र में अब तक तूफान से किसी के हताहत होने की सुचना नहीं है। उन्होंने बताया कि कलियाबोर क्षेत्र में तूफान के कारण कई घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इसी इलाके में कई पेड़ उखड़ गए। प्रधान ने कहा, बतौर एक सरकारी ग्राम प्रधान, मैंने पूरे गांव का दौरा किया है और मैं रिपोर्ट अपने सर्कल अधिकारी को सौंपूंगा।
सितरंग के प्रभाव के कारण पश्चिम बंगाल के तटीय जिले दक्षिण 24 परगना व उत्तर 24 परगना के अलावा पूर्व मेदिनीपुर में भी मध्यम से भारी बारिश हुई है। बक्खाली समुद्र तट पर कल ज्वार-भाटा की सूचना थी। सिविल डिफेंस के लोगों ने पर्यटकों और स्थानीय लोगों को समुद्र से दूर रहने के लिए कहा है, साथ ही इलाके में चेतावनी भी जारी की है। दिवाली और काली पूजा भी तूफान के कारण प्रभावित हुई है।
पश्चिम बंगाल सरकार ने तूफान की चेतावनी के मद्देनजर लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। नबन्ना में एक उच्च स्तरीय बैठक में मुख्य सचिव हरि कृष्ण द्विवेदी ने जिलाधिकारियों को स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त राहत स्टॉक रखने के प्रबंध करने को कहा। इसी के साथ तटीय क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित जगह जाने को कहा है। मछुआरों के लिए भी रेड अलर्ट जारी है। उन्हें समुद्र से दूर रहने को कहा गया है।
ये भी पढ़ें : जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में एक आतंकी ढेर, दो फरार, तलाशी अभियान जारी
ये भी पढ़ें : बिहार व झारखंड के बीच हावड़ा-नई दिल्ली रूट पर मालगाड़ी दुर्घटनाग्रस्त, 53 डिब्बे पटरी से उतरे, कई ट्रेनें कैंसिल
ये भी पढ़ें : ‘सितरंग’ ने बांग्लादेश में मचाई तबाही, भारत पहुंचा, पूर्वोत्तर के इन राज्यों में रेड अलर्ट
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.