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Facts on Earthquake: चंद्रग्रहण के बाद से मुश्किल से हफ्ते भर में उत्तर भारत में भूकंप के कई झटके महसूस किए जा चुके हैं। बता दें कि आमतौर पर जो भूकंप जानलेवा साबित होते हैं, उनकी तीव्रता 06 से 08 के बीच होती है। अगर इस तीव्रता के भूकंप थोड़ी देर भी रुक जाते हैं तो तबाही आ जाती है। हर तरफ तबाही का जलजला नजर आने लगता है। ये सवाल अक्सर पूछा जाता है कि भूकंप की अधिकतम तीव्रता कितनी हो सकती है। क्या इसकी तीव्रता रिक्टर स्केट पर 10 हो सकती है?
अगर साइंस को इसका उत्तर देना हो तो अमेरिका की भूकंप की जानकारी देने वाली साइट यूएसजीएस में भूकंप से जुड़े तथ्य कहते हैं कि ऐसा कभी नहीं हो सकता यानि दुनिया में शायद ही कभी 10 की तीव्रता वाला भूकंप का झटका लगे।
वैज्ञानिक तथ्य कहते हैं कि पृथ्वी का आकार इसकी फाल्ट की लंबाई पर निर्भर करता है। अगर फाल्ट लाइन लंबी होगी तो भूकंप भी बड़ा होगा। फाल्ट चट्टानों का वो ब्रेक होता है जो धरती के नीचे होता है और धरती के ऊपरी सतह क्रस्ट के घर्षण करता है, दोनों एक दूसरे पर रहते हैं। ये इतनी बड़ी नहीं होती लिहाजा इसीलिए अब तक पृथ्वी पर कभी 10 तीव्रता का भूकंप नहीं आया है। अगर कभी ऐसा हुआ तो पृथ्वी का एक बड़ा हिस्सा इसकी जद में आ जाएगा।
वैसे पृथ्वी पर अब तक का सबसे बड़ा भूकंप 22 मई 1960 में आया था, चिली में आए इस भूकंप की तीव्रता 9.5 थी, इसकी फाल्ट लाइन 1000 मील की थी। इसे अब तक का सबसे बड़ा भूकंप या मेगाक्वेक कहा जाता है।
जानकारी के अनुसार, भूकंप आने से पहले जानवरों का व्यवहार कुछ अजीब सा हो जाता है, जिससे लगता है कि उन्हें इस बात का पूर्वाभास हो जाता है। इसका उल्लेख 373 वर्ष ईसा पूर्व ग्रीक में आए भूकंप के बारे में मिलता है।
तब भूकंप से कईं दिनों पहले ही चूहे, कीड़े मकौड़ों, सांप आदि अपने बिलों से बाहर निकल आए थे। इसके बाद ये सभी किसी सुरक्षित जगह की तरफ चले गए। ये उल्लेख भी मिलता है कि भूकंप आने से कुछ समय पहले से जानवर, मछलियां, पक्षी, सरीसृप और कीड़े मकौड़े अजीब व्यवहार करने लगते हैं। वैज्ञानिकों ने बकायदा चीन और जापान में इस तरह चीजों का अध्ययन भी किया है।
चीन में कई दशक पहले एक भूकंप के बारे में भविष्यवाणी कर दी गई थी, क्योंकि वहां कई छोटे भूकंप आ रहे थे और जानवरों की गतिविधियां अजीब हो गईं थीं। तब बहुत से लोग अपने घरों के बाहर सोने लगे थे। जब असल में बड़ा भूकंप आया तो बड़ी तबाही हुई लेकिन वो सभी लोग बच गए।
नहीं, दुनिया की कोई भी वैज्ञानिक संस्थान या संस्था ये पता नहीं लगा सकती कि भूकंप आने वाला है। साइंटिस्ट अब तक ये मालूम करने में विफल रहे हैं कि भूकंप कब और किस तीव्रता का आएगा और कहां आएगा। हां यूएसजीएस के वैज्ञानिक ये गणना कर सकते हैं कि कोई भूकंप आ सकता है लेकिन ये पक्का नहीं होता।
एक भूकंप के बारे में जानने के लिए तीन बातें जरूरी हैं– समय, तारीख, जगह और उसकी तीव्रता। हां कुछ लोगों ने दावा किया है वो भूकंप का अंदाज लगा सकते हैं लेकिन उनके दावे आमतौर पर गलत पाए गए। इन सभी की भविष्यवाणियां बहुत सामान्य किस्म की रही हैं।
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