इंडिया न्यूज़ (दिल्ली) : आठवीं क्लास के बच्चों के बैग में कॉन्डम। क्लास में टीचर को ‘आई लव यू’ कहकर छेड़ते बच्चे। मोबाइल पर घंटों पॉर्न देखने के बाद नाबालिग का पड़ोस की 10 साल की बच्ची के साथ रेप। उसकी हत्या करके मौत को आत्महत्या का रूप देने की कोशिश। पॉर्न देखने के आदी नौवीं और दसवीं क्लास के बच्चों का गैंगरेप में शामिल होना। मोबाइल इस्तेमाल करने से मना करने पर बच्ची ने की खुदकुशी। ये सभी हाल की घटनाएं हैं। ये घटनाएं डराती हैं। आखिर बच्चों को ये क्या हो रहा? देशभर से आ रहीं ये घटनाएं हर अभिभावक, हर मां-बाप की चिंता बढ़ाने वाली हैं।
बेंगलुरु में स्कूली बच्चों के बैग से मिले कॉन्डम, शराब, सिगरेट और गर्भनिरोधक गोलियां
आपको बता दें, बेंगलुरु के स्कूलों में स्टूडेंट्स के बैग की चेकिंग की गई है। इस चेकिंग में स्टूडेंट्स के बैग से कंडोम, गर्म निरोधक दवाइयाँ, लाइटर, सिगरेट, व्हाइटनर और कुछ नगद पैसे मिले हैं। यही नहीं, कुछ स्टूडेंट्स के पास से शराब की बोतलें व पानी को बोतलों में भी शराब मिली है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बेंगलुरु के कई स्कूलों में ऐसी शिकायतें मिल रही थीं कि स्टूडेंट्स अपने स्कूल बैग में मोबाइल फोन छिपाकर क्लास में आ रहे हैं। इस शिकायत के चलते प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों के जुड़े प्रशासन एसोसिएटेड मैनेजमेंट्स ऑफ प्राइमरी एंड सेकंडरी स्कूल्स इन कर्नाटक ने सभी स्कूलों से छात्रों के बैग की जाँच शुरू करने को कहा था। इसके बाद, कई स्कूलों में स्टूडेंट्स के बैग की तलाशी करने के लिए अभियान चलाया गया।
हरकत में आया स्कूल प्रशासन
इस तलाशी में, क्लास 8, 9 और 10 के स्टूडेंट्स के स्कूल बैग की तलाशी ली गई तो उनके बैग से मोबाइल फोन तो मिला ही, साथ ही कंडोम समेत कई आपत्तिजनक सामग्री भी मिली है। स्टूडेंट्स के बैग में ऐसी सामग्री मिलने के बाद स्कूल प्रशासन सख्ती बरत रहा है।यही नहीं, स्टूडेंट्स के बैग से मिली इन सामग्री को लेकर कुछ स्कूलों ने छात्रों के पेरेटन्स को बुलाकर मीटिंग भी की है। हालाँकि इस बारे में जब, स्कूल प्रशासन द्वारा पैरेंट्स को बताया गया तो वह भी हैरान रह गए।
इस पूरे मामले पर, बेंगलुरु के नगरभावी में स्थित एक स्कूल के प्रिंसिपल ने कहा, “स्कूल द्वारा जब छात्रों के माता-पिता को उनके बैग से मिली आपत्तिजनक सामग्री के बारे में बताया तो वह हैरान हो गए। पेरेंट्स ने हमसे छात्रों के व्यवहार में अचानक हुए परिवर्तन को लेकर भी बात की है।”फिलहाल, मौजूदा स्थिति को संभालने के लिए स्कूलों ने छात्रों को सस्पेंड करने के बजाए पेरेंट्स को नोटिस जारी किया है। साथ ही, स्कूल प्रशासन ने पैरेंट्स से बच्चों की काउंसिलिंग कराने को कहा है। इसके लिए बच्चों को 10 दिनों की छुट्टी भी दी गई है।
बच्चों को को ये क्या हो गया?
एक अन्य स्कूल के प्रिंसिपल ने कहा है कि 10 वीं की एक छात्रा के बैग में कंडोम मिला था। इस बारे में जब उससे पूछा गया तो उसने कहा कि वह प्राइवेट ट्यूशन में पढ़ने जाती है। वहाँ, उसके साथ पढ़ने वाले अन्य छात्रों ने उसके बैग में कंडोम रख दिया होगा।
एसोसिएटेड मैनेजमेंट्स ऑफ प्राइमरी एंड सेकंडरी स्कूल्स इन कर्नाटक के महासचिव डी शशि कुमार ने कहा है कि 80 प्रतिशत स्कूलों में चेकिंग की गई है। बच्चों के बैग से गर्भनिरोधक गोलियाँ भी मिली हैं। इसके अलावा उनके बैग में शराब की बोतलें भी मिली हैं। हम इस सदमे से बाहर निकलने की कोशिश कर रहे हैं। कुछ बच्चे शिक्षकों और दूसरे स्टूडेंट्स को परेशान कर रहे हैं, उनके लिए गंदे शब्दों का उपयोग कर रहे हैं और उनकी ओर गलत इशारे कर रहे हैं। ऐसी हरकतें 5वीं पढ़ने वाले छात्रों में भी देखने को मिल रहीं हैं।