दिल्ली (North Korea Missile Test): उत्तर कोरिया ने इस बात को स्वीकार किया है कि उसने पिछले दिनों अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) का परीक्षण किया और कहा कि यह डीपीआरके रणनीतिक परमाणु शक्ति लगातार बढ़ाने के प्रयासों का प्रमाण है। उत्तर कोरिया के सरकारी समाचार एजेंसी KCNA वॉच ने बताया कि शत्रुतापूर्ण ताकतों के खिलाफ घातक परमाणु पलटवार की अपनी क्षमता को लगातार विकसित किया जा रहा है।
दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ ने कहा कि उत्तर कोरिया ने शनिवार को अपने पूर्वी तट से समुद्र की ओर बैलिस्टिक मिसाइल दागी। आधिकारिक डीपीआरके मीडिया आउटपुट में उत्तर कोरिया ने कहा, “वर्तमान स्थिति में आयोजित आश्चर्यजनक आईसीबीएम लॉन्चिंग ड्रिल इस बात का प्रमाण है कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बढ़ते सैन्य खतरे से निपटने के लिए हम तैयार है।”
Official release from KCNA says the Missile General Bureau guided the firing drill, and involved in it was the "First Red Flag Hero Company", which North Korea says was involved in the launch of Hwasongpho-17 on November 18th, 2022.
Image below is of NK's Feb 18th, 2023 launch. https://t.co/0GRqU6afmO pic.twitter.com/NQ8A0sTBFD
— doge (@IntelDoge) February 19, 2023
उत्तर कोरिया ने शनिवार को एक नए प्रकार का ICBM Hwasongpho-17 लॉन्च किया। यह ड्रिल का आयोजन अचानक किया गया और वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया (डब्ल्यूपीके) के केंद्रीय सैन्य आयोग के अध्यक्ष द्वारा सुबह 8:00 बजे इसके लिए लिखित आदेश दिया गया था। शनिवार का मिसाइल परीक्षण अगले सप्ताह वाशिंगटन में होने वाले अमेरिका-दक्षिण कोरिया के संयुक्त अभ्यास से पहले किया गया है।
कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी द्वारा प्रकाशित टिप्पणियों में, उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय ने भविष्यवाणी की है कि अगर अमेरिका-दक्षिण कोरिया अभ्यास आगे बढ़ता है तो कोरियाई प्रायद्वीप में फिर से तनाव के संकट गंभीर में गिर जाएगा। बयान में कहा गया है, “अगर अमेरिका और दक्षिण कोरिया सैन्य अभ्यास के लिए अपनी पहले से घोषित योजना को अमल में लाते हैं तो उन्हें अभूतपूर्व रूप से लगातार और मजबूत जवाबी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।”
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