संबंधित खबरें
Jammu and Kashmir: बडगाम में खाई में गिरी BSF जवानों की बस, 4 जवान शहीद, 32 घायल
मेरठ में बड़ा हादसा, तीन मंजिला मकान गिरने से कई घायल, मलबे में दबे पशु
किस दिन होगा केजरीवाल की किस्मत का फैसला? इस घोटाले में काट रहे हैं सजा
No Horn Please: हिमचाल सरकार का बड़ा फैसला, प्रेशर हॉर्न बजाने पर वाहन उठा लेगी पुलिस
Himachal News: बेरोजगार युवाओं के लिए अच्छे दिन! जानें पूरी खबर
Rajasthan: चेतन शर्मा का इंडिया की अंडर-19 टीम में चयन, किराए के मकान में रहने के लिए नहीं थे पैसे
Explosives in Assam: असम में भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया गया है। गोलपारा जिला के एक अभियान में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं एक यात्री बस से भारी मात्रा में विस्फोटक और जिलेटिन डेटोनेटर बरामद किए गए।
#WATCH |Assam: In a joint operation with a team from Krishnai PS, Goalpara district police arrested two people and recovered a huge cache of explosives and gelatin detonators from a passenger bus.
"We have arrested a person in connection with this. Police recovered 1162 numbers… pic.twitter.com/805jObR8xG
— ANI (@ANI) April 16, 2023
गुप्त सूचना के आधार पर, गोलपारा जिले और कृष्णाई पुलिस स्टेशन की एक पुलिस टीम ने एक अभियान चलाया और कृष्णाई क्षेत्र में पंजीकरण संख्या AS-25AC-5475 वाली एक यात्री बस को रोका। गोलपारा एएसपी, ऋतुराज डोले ने इस बयान पर देते हुए कहा कि हमने इस संबंध में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बस से 1162 जिलेटिन और 998 डेटोनेटर बरामद किए हैं। बस मेघालय से आ रही थी। हमारी जांच जारी है।
जिलेटिन एक विस्फोटक है। ये नाइट्रोसेल्यूलोज या गन कॉटन है, जिसे नाइट्रोग्लिसरीन या नाइट्रोग्लायकोल में तोड़कर इसमें लकड़ी की लुगदी या शोरा मिलाया जाता है। यह धीरे-धीरे जलता है और बिना डेटोनेटर्स के विस्फोट नहीं कर सकता।
जिलेटिन से बनी छड़ों का उपयोग गिट्टी क्रशर पर चट्टानों को तोड़ने के लिए किया जाता है। पहाड़ों को तोड़ने के लिए भी विस्फोटक के तौर पर इसका इस्तेमाल किया जाता है। इन दिनों शहरी क्षेत्र में अवैध निर्माण को तोड़ने के लिए विस्फोटक विशेषज्ञ जिलेटिन का प्रयोग करते है। हालांकि, इस दौरान काफी सावधानी रखी जाती है।
डेटोनेटर की मदद से बम को सक्रिय किया जाता है. सामान्य भाषा में इसे बम का ट्रिगर भी कह सकते हैं। इसका इस्तेमाल गड्ढा खोदकर छुपाए गए बमों आईईडी (इम्प्रोवाइज एक्सप्लोजिव डिवाइसेस) में किया जाता है। डेटोनेटर से बम की विस्फोटक क्षमता बढ़ जाती है। नक्सली आमतौर पर ऐसे ही बमों का उपयोग करते हैं।
20 जिलेटिन की छड़ से एक पूरी इमारत गिराई जा सकती है। एक कार उसके आस-पास के एरिया को पूरी तरह से तबाह किया जा सकता है। एक हजार जिलेटिन से एक पूरे छोटे कस्बे को तबाह किया जा सकत है।
यह भी पढ़े-
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.