संबंधित खबरें
सेब, जूस में मिलावट के बाद अब…केरल से सामने आया दिलदहला देने वाला वीडियो, देखकर खौल जाएगा आपका खून
धुने गए पुनीत सुपरस्टार…2 लोगों ने जमकर बजाये थप्पड़, संभलने का भी नहीं दिया मौका, वायरल वीडियो ने मचाया हड़कंप
बाइक को 1KM तक घसीटती रही बेरहम कार, निकलती रही चिंगारी लेकिन ड्राइवर नहीं रुका, वीडियो देखकर कांप जाएगी रूह
जब जलती चिता से चीख उठा मुर्दा…2 घंटे तक डीप फ्रीजर में जमता रहा जिंदा इंसान, ऐसे हुआ पर्दा फाश?
एक ऐसा अनोखा शहर जहां आज तक नहीं बजा 12! कितनी भी कर लेंगे कोशिश सही जवाब नहीं जान पाएंगे आप
'हिन्दी में बोलो, बांग्लादेश में नहीं हो', कोलकाता मेट्रो में दो महिलाओं में मार-पीट का वीडियो हुआ वायरल, एक दूसरे की जमकर की कुटाई!
India News (इंडिया न्यूज़), Sonam Kapoor Invited for King Charles III, दिल्ली: सदी के बेहतरीन अभिनेता और दिवंगत सुपरस्टार देव आनंद और कल्पना कृतिका के बेटे सुनील आनंद का जन्म 30 जून 1956 में हुआ था। वह भी अपने पिता की तरह एक्टर बनना चाहते थे। बता दें कि सुनील आनंद काफी पढ़ी लिखी थी। उन्होंने अमेरिका के विश्वविद्यालय वाशिंगटन से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में पढ़ाई की थी लेकिन एक्टर बनने की चाह भी थी। इसलिए वह बिजनेस के साथ-साथ अपने पिता की तरह एक्टिंग की दुनिया में भी नाम कमाने की ख्वाहिश रखते थे। वही बेटे के सपने को पूरा करने के लिए देव आनंद ने भी कई बार उनका साथ दिया लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था इसलिए देव आनंद की बेटी को एक्टिंग की दुनिया में शोहरत नहीं मिली।
बात 1984 की है जब सुनील आनंद में फिल्म आनंद और आनंद से बॉलीवुड में कदम रखा था। इस फिल्म में सुनील के साथ उनके पिता देव आनंद भी लीड रोल में नजर आए थे। यह पहली बार था जब पिता और बेटा साथ में किसी फिल्म में आमने-सामने देखे गए हूं। फिल्म को देवानंद ने हीं डायरेक्ट किया था और प्रोड्यूस भी किया था। मगर अफसोस यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से फ्लॉप साबित हुई।
सुनिल के करियर में देव आनंद का स्टारडम भी कुछ काम नहीं कर पाया और सुनील की पहली फिल्म बुरी तरीके से फ्लॉप हो गई। इसके बाद सुनील को सलीम मलकान की फिल्म कार थीफ में देखा गया था। इस फिल्म में विजयता पंडित सुनील के साथ देखा गया था हालांकि यह फिल्म कुछ खास कमाल नहीं कर पाई।
सुनील आनंद की लगातार दो फिल्में बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से फ्लॉप साबित हुई। वही अपने बेटे का करियर बचाने के लिए देव आनंद एक ने एक और बार कोशिश करवे की सोची। इस बार अपने बड़े भाई विजय आनंद के साथ मिलकर एक फिल्म बनाने की ठान ली। जिसका नाम मैं तेरे लिए था। यह फिल्म 1988 में रिलीज की गई थी। इसके अंदर राजेंद्र कुमार , आशा पारेख , सुनील आनंद , मीनाक्षी शेषाद्रि ने लीड रोल अदा किया था। लेकिन बॉक्स ऑफिस पर फिल्म कुछ कमाल नहीं दिखा पाई सुनील की यह तीसरी फ्लॉप फिल्म थी।
सुनील को आखरी और चौथी फिल्म बताओ एक्टर 2001 में मिली थी। जिसका नाम मास्टर था। इस फिल्म में खुद सुनील ने डायरेक्शन भी संभाला था लेकिन अफसोस की बात यह है कि उनकी किस्मत को कुछ और ही मौजूंर था। एक्ट्रिंद में बात ना बनने के बाद सुनिल धीरे-धीरे डायरेक्शन और प्रोडक्शन की दुनिया में आगऐं और एक्टिंग से दूरी बना ली। अब सुनील नवकेतन फिल्म्स प्रोडक्शन हाउस को संभाल रहे हैं और वह 66 साल के हैं।
ये भी पढ़े: कियारा आडवाणी ने ‘सत्यप्रेम की कथा’ की शूटिंग की खत्म, फोटोज शेयर कर फिल्म की स्टारकास्ट का किया धन्यवाद
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.