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India News (इंडिया न्यूज़), After all, life is possible only on earth, reveals scientists: वैज्ञानिकों के लिए कई तरह के सवाल अभी बने हुए हैं, जिसपर लगातार खोज हो रही है। सबको पता है कि पृथ्वी पर जीवन है। लेकिन सवाल यह है कि पृथ्वी के साथ ही मंगल ग्रह और कई अन्य ग्रह भी है, लेकिन पृथ्वी पर ही जीवन क्यों शुरू हुआ। आखिर इसके पीछे की क्या वजह है। इसी बात को लेकर वैज्ञानिकों का एक नया खुलासा सामने आया है। तो चलिए जानते हैं इसको लेकर क्या कहा गया।
वैज्ञानिकों द्वारा रिसर्च में ये बताया गया कि कि शुरुआती समय में में धरती पर कार्बन डाई आक्साइड और आणविक नाइट्रोजन की मात्रा काफी ज्यादा थी और अमोनिया, मीथेन की मात्रा कम थी। जिसकी वजह से यहां जीवन के लिए अधिक ऊर्जा की जरूरत थी जो सूर्य से ही मिल सकती थी।
जर्नल लाइफ के मुताबिक 100 मिलियन साल पहले सूर्य 30 प्रतिशत तक धुंधला हुआ करता था। यानी उसका प्रकाश अब जितना साफ नही था। लेकिन सूर्य की सतह पर होने वाले विस्फोट की बदौलत ही धरती तक ऊर्जावान प्रोटोन पहुंचे होंगे जो जीवन देने वाले बन पाये ।
सूर्य पर जो विस्फोटो होते हैं उनको ‘सोलर फ्लेयर्स’ कहते है, बता दें ये तब हेाते हैं, जब सूर्य अपने चुंबकीय ऊर्जा को छोड़ता है। वैज्ञानिकों का दावा है कि ये सोलर फ्लेयर्स हाइड्रोजन बमों की तुलना में कहीं अधिक ज्यादा शक्तिशाली माने जाते हैं ।
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