India News (इंडिया न्यूज), नई दिल्ली: आज कल आप देख रहे होंगे कि सोशल मीडिया पर AI (Artificial Intelligence) का क्रेज कितना ज्यादा बढ़ता जा रहा है। कभी भगवान तो कभी नेताओं की एआई इमेज सामने आ रही है जिसे लोग भी काफी पसंद कर रहे हैं। अब इस पर दिल्ली हाई कोर्ट ने अपनी चिंता जाहिर की है। खबर एजेंसी की माने तो अदालत ने इसे खतरा बताया है।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि एआई किसी भी इंसान का शक्ल अख्तियार कर सकता है। उदाहरण के लिए हाल ही में कई मीडिया चैनल्स ने एआई एंकर का इस्तेमाल किया। आपने देखा होगा सोशल मीडिया पर कई एआई वाले रील्स भी सामने आ रहे हैं। लेकिन एक तरह जहां लोग इसे बहुत ज्यादा पसंद कर रहे हैं वहीं इसके कई नुकसान भी हैं और खतरा भी।
न्यूज एजेंसी की माने तो एक मामले की सुनवाई के दौरान दिल्ली हाई कोर्ट (Delhi High Court) कहा कि इस संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता कि वर्चुअल सुनवाई के दौरान AI के जरिए डुप्लिकेसी हो सकती है।
क्या था मामला
हाई कोर्ट के अनुसार टेक्नोलॉजी में प्रगति और AI के आने के साथ ही वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा किसी ऑथॉरिटी के सामने पेश होते वक्त पर डुप्लिकेसी की संभावना है जिससे इनकार नहीं किया जा सकता है. AI के माध्यम से किसी इंसान की हूबहू नकल तैयार किए जाने का खतरा है।
दरअसल जस्टिस सुब्रमण्यम प्रसाद (Justice Subramonium Prasad) स्पेशल मैरिज एक्ट (Special Marriage Act) के तहत अपनी शादी के रजिस्ट्रेशन की मांग करने वाले एक जोड़े की याचिका पर सुनवाई कर रहे थे इसी दौरान उन्होंने यह टिप्पणी की है। इस मामले में अदालत में इनमें से एक की पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.