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India News (इंडिया न्यूज़), Aak Leaves For Diabetes, दिल्ली: आयुर्वेद एक ऐसा विज्ञान है जिसमें पेड़, पौधे और वनस्पतियों का इस्तेमाल औषधी के रूप में किया जाता है। दोस्तों ऐसे में कई ऐसे पेड़-पौधे भी आयुर्वेद में बताए गए हैं जिसका इस्तेमाल गंभीर से गंभीर बीमारियों को खत्म करने में किया जाता है। ऐसा ही एक पौधा है जो है आक का जिसे मदार भी कहा जाता है। दोस्तों इसका फूल भगवान शिव को भी बेहद प्यारा होता है ।
आक के पत्तों में पाया जाने वाला एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी के गुण कई रोगों से हमें बचाने में बेहद असरदार होते हैं। इस पौधे का उपयोग कब्ज, दस्त, जोड़ों के दर्द, दांतों की समस्या और बॉडी में होने वाले ऐंठन के इलाज के लिए भी किया जाता है। तो दोस्तों आज हम जानेंगे आक के पत्तों के क्या-क्या फायदे हैं…
आक के पत्तों के इस्तेमाल से आप रातभर में ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल कर सकते हैं। ये ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में काफी फायदेमंद होता है। इसके लिए आपको क्या करना है वो हम आगे इस लेख में जानेंगे..
सबसे पहले आपको आक की कुछ पत्तियां लेनी होंगी और फिर इसे अच्छे से साफ कर लेना होगा । इसके ऊपर मौजूद हल्दी कांपों को हटा देना है। अब आक के पत्ते के चिकने वाले हिस्से को अपने पैर के तलवों पर लगाना है. इसको यहां टिकाकर रखने के लिए आप मौजा भी पहन सकते हैं ताकि यह तलवे से चिपका रहे। रातभर इन पत्तों को ऐसे ही पैर से बंधा रहने दें।
इस प्रक्रिया को लगातार 20 दिन तक दोहराएं आपका शुगर लेवल नॉर्मल हो जाएगा और डायबिटीज ठीक भी हो सकती है. वहीं अस्थमा के रोगियों के लिए इसका फूल बेहद फायदेमंद है। इसके फूलों का सूखाकर नियमित सेवन किया जाए तो अस्थमा के साथ फेफड़ों से जुड़ी परेशानी भी दूर हो सकती है. वहीं बवासीर के मरीजों के लिए भी आक का पत्ता काफी फायदेमंद है।
आक की कुछ पत्तियों और डंठलों को पानी में भिंगोकर कुछ देर बाद इस पानी को पिएं। इससे बवासीर की समस्या से मुक्ति मिल सकती है। वहीं आक की जड़ों को जलाकर इसके राख को सरसों तेल में मिलाकर खुजली वाले स्थान पर लगाने से खुजली की समस्या खत्म हो जाती है।
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