संबंधित खबरें
मातम में बदलीं खुशियां, नाचते- नाचते ऐसा क्या हुआ शादी से पहले उठी…
नाइजीरिया में क्यों पीएम मोदी को दी गई 'चाबी'? क्या है इसका महत्व, तस्वीरें हो रही वायरल
Stray Dogs: बिलासपुर में आंवारा कुत्तों का आतंक, लॉ छात्रा पर किया हमला
छत्तीसगढ़ में इंडिगो फ्लाइट को मिली धमकी, इमरजेंसी हुई लैंडिग
ऑटो में बैठी थी महिला तभी पीठ पर किसी ने फेरा हाथ, पीछे मुड़ी तो कांप गई रूह, देखें सबसे डरावने 5 मिनट की झलक
खिचड़ी बनी जानलेवा, मौत से पटना में लोगों का रो रो कर हुआ बुरा हाल
India News (इंडिया न्यूज़), Festival Of Ideas, नई दिल्ली: ITV नेटवर्क की तरफ से 24 और 25 अगस्त, 2023 को देश की राजधानी दिल्ली में फेस्टिवल ऑफ आइडियाज (Festival Of Ideas) कॉन्क्लेव का आजोयन किया जा रहा है। इसमें देश के तमाम क्षेत्रों के दिग्गज लोग अपने विचारों को देश की जनता के साथ साझा करेंगे। साथ ही लोगों के सवालों का जवाब भी देंगे। इस कॉन्क्लेव के हर अपेडट के लिए जुड़े रहे हमारे साथ…
मनोज तीवारी ने कहा कि मैं एक गायक हूं और एक्टर भी हूं मैने बहुत सारे गाने गाए हैं फिल्में बनाई हैं। लेकिन जबसे मैं पीएम मोदी के साथ काम कर रहा हूं मुझे गर्व है कि मैं अपनी लोकसभा में 14 हजार करोड़ रूपए खर्च कर चुका हूं। ये एक मेरे जैसे साधारण सांसद के लिए बहुत बड़ी बात है। अपने लोकसभा में पहला मैट्रो मैने बनवाया।
चंद्रयान को लेकर बीजेपी नेता मनोज तिवारी ने कहा “जब चंद्रयान की लैंडिग कराई जा रही थी तो, मैं भगवान शिव की अराधना कर रहा था। मुझें भी डर लग रहा था, लेकिन मैं सोच रहा थी कि क्या संयोग हैं, सावन का महीना चल रहा है और बाबा के सिर पर भी चांद विराजमान है। ऐसे समय पर चंद्रयान वहां लैंड रहा था, जहां दुनिया का कोई चंद्रयान नहीं गया।
कांग्रेस नेता ने आगे पीएम मोदी में पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की छवि की बात कही। उन्होंने कहा कि अगर में पीएम मोदी की बात करु तो वो ऐसे लगते है जैसे वो पूर्व पीएम इंदर गांधी। तब वो आत्म निर्भर भारत की बात करते है तो वो सेल्फ रिलायंस है, जब वो कहते है ग्लोबल साउथ तो वो नोनअलाइन मूवमेंट्स होता है। उन्होंने कहा, “मैंने जब पीएम मोदी को सुना तो, मैंने बहुत समय के बाद पाया कि कोई है समाज के जीवन बारे में सोचता है। वो (पीएम मोदी) ऐसे है जैसे इंदिरा गांधी उस समय में थी, इसके अलावा वो रिक्ट भी ऐसे ही करते है।”
फेस्टिवल ऑफ आइडियाज में दिग्गज फिल्म अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने अपने विचार साझा किए। उन्होंने सबसे पहले चन्द्रयान 3 की सफलता पर बधाई देते हुए कहा, “मुझे ये लग रहा है कि मैं खुद चांद पर हूं। इससे ज्यादा पराउड की बात और कुछ नहीं हो सकता। हमें हर क्षेत्र में इसी इमान्दारी के साथ काम करना चाहिए।”
सपा अध्यक्ष ने कहा, हमारे एक साथी ने बनारस में विरोध किया तो उसको जेल में डाल दिया गया। आईएएस, आईपीएस अपनी शपथ भुल जाते है जब उपने ऊपर वालों लोगों को खुश करना होता है। बीजेपी वाले धर्म का कोकटेल लेकर आएंगे चुनाव में।
अखिलेश यादव ने कहा कि कांग्रेस की जो परंपरागत सीटें है वह नेता जी छोड़ते आए है। हम जब इसपर बात करेंगे तो इसपर देखेंगे। कांग्रेस में कई बुराई हो सकती है पर इस बार उससे बुरी पार्टी से चुनाव लड़ना है। कांग्रेस अपने इतिहास में काफी पुराने पोस्टर लगाती रही है।
फेस्टिवल ऑफ आइडियाज में अगले स्पीकर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने विचारों को साझा किया। उन्होंने कहा कि इंडिया एक गठबंधन बना है। इंडिया को जो जिताएगा,वह पीडीए है। अखिलेश यादव ने कहा कि 2017 में मैंने सोचा था कि कांग्रेस के गठबंधन होगा तो परिमाण दूसरे होंगे। मैंने उनको इतनी सीटों के लिए रोका था पर परिमाण बहुत कम आया। इसिलए 2017 में हम नहीं जीत पाए।
कार्यक्रम में उदय माहूरकर ने कहा, जरा सोचिए मध्यकाल के दौरान हजारों मंदिर तोड़े गए। फिर अल्पसंख्यकों की तऱफ से इस देश पर विभाजन सौंपा गया। यहां तक की बहुसंख्यक समाज की तीन जगह- अयोध्या, मथूरा और काशी यह भी पूरी तरफ से आज हमें नहीं मिले है। Secularism एक तरफा नहीं होता। 2014 के बाद से हर चीज में सुधार हुआ है।
https://www.youtube.com/watch?v=l-wz-Z4ifCU&source_ve_path=Mjg2NjY&feature=emb_logo
फेस्टिवल ऑफ आइडियाज में वरिष्ठ पत्रकार, लेखक, और सूचना आयुक्त उदय माहूरकर और TDXs स्पीकर संजीव चोपड़ा शामिल हुए। दोनों लोगों ने न्यूजएक्स की पत्रकार देविका चोपड़ा से बातचीत की। यह पूछे जानें पर की भारत का विचार कैसे बदल रहा है। उदय माहूरकर ने कहा कि अगर आप पिछले 9 सालों में देखेंगे तो जो वह शायद 60 सालों में भी नहीं हुआ।
ब्रदीनारायण के अनुसार, अगर हम बहुसंख्यक को छोड़कर लोकतंत्र को परिभाषित करते है तो यह गलती होती है। इसकी यह तुष्टिकरण की बात सामने आती है। तब कुछ लोगों को लगता है की हमें महत्व नहीं दिया जा रहा इसलिए राजनीतिक धुव्रीकरण होता है।
https://www.youtube.com/watch?time_continue=2&v=zRcD0PG_W58&source_ve_path=Mjg2NjY&feature=emb_logo
इसी कड़ी में वरिष्ठ पत्रकार सशीद किदवई और लेखक बद्री नायारण शामिल हुए। संडे गार्जियन अखबार की निदेशक ऐश्वर्या पंडित शर्मा ने भी इस सत्र में हिस्सा लिया। तुष्टिकरण की राजनीति पर पूछे जाने पर बद्री नारायण ने कहा कि यह इस पर निर्भर करता है की राजनीतिक प्रक्रिया को कैसे देखते है। एक के लिए यह तुष्टिकरण है तो एक तरफ यह शामिल करने और प्रतिनिधत्व देने का तरीका है। ब्रदीनारायण ने कहा कि किसी भी लोकतंत्र में बहुसंख्यक का आकलन किया जाता है। अल्पसंख्यक भी दिखाई देते है।
https://www.youtube.com/watch?v=I6bS1BXn_ho
फेस्टिवल ऑफ आइडियाज में विनय सीतापति से ये सवाल किया गया कि अभी तक देश में जितने प्रधानमंत्री रहे हैं उनमें से कौन सा प्रधानमंत्री अच्छा है। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि इसके जवाब में उन्होंने कहा कि इस सवाल से पहले आपको ये पूछना चाहिए कि एक अच्छे प्रधानमंत्री की क्वालिटीज क्या होती हैं। इसके साथ ही उन्होंने अपने विचारों को रखते हुए कहा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का उदाहरण दिया। उनके मुताबिक एक अच्छे पीएम में उनके जैसी क्वालिटी होनी चाहिए।
ITV नेटवर्क की तरफ से आयोजित फेस्टिवल ऑफ आइडियाज का आगाज हो चुका है। ITV फाउंडेशन की चेयरपर्सन डॉ ऐश्वर्या पंडित शर्मा के संबोधन से कार्यक्रम की शुरूआत हुई। जिसके बाद अब धीरे-धीरे करके देश की तमाम हस्तियां इस कार्यक्रम में अपने विचारों को साझा करेंगी।
Also Read:
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.