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India News (इंडिया न्यूज), Rajasthan Election 2023: राजस्थान में चुनावी बयार तेज है। वहां के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को राजनीति का जादूगर माना जाता है। सही समय पर सही दांव खेलना वह बखूबी जानते हैं। अब उन्होने एक नया पासा फेंक दिया है। जिसने उनके पार्टी के आलाकमान को भी चौंका दिया है। अशोक गहलोत ने कांग्रेस के फैसला लेने से पहले ही खुद को अगला राज्य का मुख्यमंत्री चेहरा घोषित कर दिया है।
गौरतलब हो कि अशोक गहलोत को कई मौके पर कहते हुए सुना गया है कि वह सीएम नहीं रहना चाहते हैं। इस बार गहलोत ने यही बात कुछ इस अंदाज में कहा कि कांग्रेस भी सन्न रह गई। राजस्थान में राजनीतिक कौतूहल सबके मन में है कि कांग्रेस वापस आती है तो सीएम फेस कौन होगा?
जिसका जवाब अब अशोक गहलोत ने बिना पार्टी की सहमति के ही दे दिया। उनके अनुसार ‘वह मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते, लेकिन यह कुर्सी उन्हें छोड़ने को तैयार नहीं है और न ही छोड़ेगी। जान लें कि पार्टी ने अब तक उन्हें सीएम का दावेदार घोषित नहीं किया है.।
राजस्थान में लोकसभा चुनाव होने से पहले सियासी जुबान तेज हो गई है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार (19 अक्टूबर) को अपनी प्रतिद्वंद्वी और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को लेकर बीजेपी पर तंज कसा। गहलोत ने कहा कि मेरी वजह से वसुंधरा राजे को सजा नहीं मिलनी चाहिए। दरअसल, सीएम ने साल 2020 में गहलोत सरकार को गिराने के लिए वसुंधरा राजे द्वारा बीजेपी का साथ नहीं देने के वाकये को याद करते हुए यह बयान दिया है।
बता दें कि बीते मई महीने में सीएम गहलोत ने धौलपुर जिले में बड़ा खुलासा करते हुए कहा था कि वह 2020 में कांग्रेस के विधायकों की बगावत से बच गए क्योंकि बीजेपी नेता वसुंधरा राजे और कैलाश मेघवाल ने धन बल के जरिए उनकी सरकार को “गिराने की साजिश” का समर्थन नहीं किया था।
कथित तौर पर बीजेपी में वसुंधरा राजे को दरकिनार किए जाने के सवाल पर गहलोत ने मीडिया से कहा कि यह बीजेपी का आंतरिक मामला है और वह इस पर टिप्पणी नहीं करना चाहते। उन्होंने कहा, “लेकिन मैं कहना चाहूंगा कि मेरी वजह से वसुंधरा राजे को सजा नहीं मिलनी चाहिए। यह उसके साथ अन्याय होगा।”
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