What to Include in Diet For Joint Pain : आमतौर पर जब जोड़ों के बीच कार्टिलेज घिसने लगते हैं तो हड्डियों में दर्द की शिकायत रहती है। इस दर्द से निजात पाने के लिए हम पेन किलर का इस्तेमाल करते हैं। पेनकिलर जोड़ों के दर्द से कुछ समय के लिए निजात दिलाते हैं, लेकिन उसके बाद फिर से यह समस्या बनी रहती है।
इस दर्द से छुटकारा पाने के लिए आयुर्वेद में असरदार नुस्खें मौजूद है जिन्हें अपनाकर आप दर्द से निजात पा सकते हैं। तो लेडीज, ये खाद्य पदार्थ आपके जोड़ों की दर्द से राहत दे सकता है। जल्दी इन्हे हेल्दी डाइट में शामिल करें।
शाकाहारी भोजन करने वालों के लिए नट्स और सीड एक अच्छा विकल्प है। ओमेगा-3 विभिन्न प्रकार के नट्स और बीजों में पाया जा सकता है। अखरोट,बादाम, अलसी, चिया सीड्स या पाइन नट्स का एक छोटा सा हिस्सा अपनी दैनिक आहार में जोड़ें। यह कनेक्टिंग टिशू में सूजन को कम करने में मदद कर सकता है।
आपकी डाइट में सही तेल का होना बहुत आवश्यक है। वनस्पति तेल, सनफ्लावर आयल और मूंगफली के तेल को अपनी डाइट से बाहर करें। यह सूजन के जोखिम को बढ़ाता है।
इनका स्वस्थ विकल्प है जैतून का तेल। इस तेल को अपने सलाद की ड्रेसिंग या खाना पकाने के लिए करें। यह हेल्दी फैट प्रदान करता हैं और ओमेगा-3 का बेहतर स्रोत है।
आपकी चाय, सूप, सब्जी और मिठाइयों में स्वाद बढ़ाने के अलावा, अदरक गठिया के लक्षणों को कम करने में भी मदद कर सकता है। 2001 के एक अध्ययन ने घुटने के पुराने आॅस्टियोआर्थराइटिस के 261 रोगियों में अदरक के अर्क के प्रभावों का आकलन किया।
छह सप्ताह के बाद, 63% मरीजों ने घुटने के दर्द में सुधार का अनुभव किया। अदरक का ताजा, पाउडर या सूखे रूप में सेवन करने से सूजन कम हो सकती है और गठिया के लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है।
पालक और अन्य हरी सब्जियां पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। उनके कुछ घटक वास्तव में गठिया के कारण होने वाली सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। पालक विशेष रूप से एंटीआॅक्सीडेंट केंपफेरॉल में उच्च है, जो रूमेटोइड गठिया से जुड़े सूजन से आराम देता है।
आपको अपने आहार में हरी सब्जियां शामिल करनी चाहिए। दूसरी ओर आप सबको पता है कि ब्रोकली स्वास्थ्यप्रद खाद्य पदार्थों में से एक है। यह सूजन को कम करने में भी मदद करता है। ब्रोकोली में महत्वपूर्ण घटक भी होते हैं जो गठिया के लक्षणों को कम करते हैं। सल्फोराफेन ब्रोकली में पाया जाने वाला एक यौगिक है। यह रुमेटीइड गठिया से जुड़े सेल्स की वृद्धि को रोकने में मदद करता है।
लहसुन, प्याज और हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। विभिन्न अध्ययनों से पता चला है कि ये तीखी जड़ वाली सब्जियां गठिया और अन्य जोड़ों के दर्द के लक्षणों के उपचार में उपयोगी हो सकती हैं। अतिरिक्त स्वाद के लिए इन सब्जियों को भोजन में शामिल करें। लहसुन और इसके घटकों में कैंसर से लड़ने वाले गुण पाए गए हैं।
इनमें ऐसे यौगिक भी होते हैं जो हृदय रोग और डिमेंशिया के जोखिम को कम कर सकते हैं। यह आपकी इम्यूनिटी को भी मजबूत बनाता है। अपने आहार में लहसुन को शामिल करने से गठिया के लक्षण और समग्र स्वास्थ्य दोनों को लाभ हो सकता है।
फैटी फिश जैसे सैल्मन, मैकेरल, सार्डिन और ट्राउट ओमेगा -3 फैटी एसिड में उच्च होते हैं। यह शक्तिशाली एंटी इंफ्लेमेटरी गुण प्रदान करते हैं। मछली विटामिन डी का एक अच्छा स्रोत है, जो हड्डियों को मजबूत करने में मदद कर सकता है।
कई अध्ययनों में पाया गया है कि रुमेटीइड अर्थराइटिस विटामिन डी के निम्न स्तर से जुड़ा हो सकता है, जो लक्षणों में योगदान कर सकता है। एंटी इंफ्लेमेटरी गुण का लाभ उठाने के लिए प्रत्येक सप्ताह अपने आहार में वसायुक्त मछली की कम से कम दो सर्विंग्स को शामिल करनी चाहिए।
What to Include in Diet For Joint Pain
Read Also : Tips To Prevent Dust Allergy During Diwali Cleaning दिवाली सफाई के दौरान डस्ट एलर्जी के बचाव के उपाय
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.