संबंधित खबरें
नेपाल के अलावा इन देशों के नागरिक भारतीय सेना में दिखाते हैं दमखम, जानें किन देशों की सेना में एंट्री नहीं
‘केंद्रीय अर्धसैनिक बल, CISF और पुलिस के जवान पैसे लेते हैं तो…’ रिश्वत लेने वालों पर CM Mamata ने ये क्या कह दिया?
चलती बस से कूदी लड़की, बस में फैली यौन शोषण की…महिला के मेडिकल से हुआ बड़ा खुलासा
UP के इन 5 जगहों में नहीं लगेगा कोई फोन कॉल, CM Yogi के इस फैसले से ‘खास समुदाय’ की हो गई खटिया खड़ी
यूपी में भेड़िया के बाद बाघ का आतंक! हमले में किसान को उतारा मौत के घाट
पहले फाड़े कपड़े, तोड़ दिए दांत और आंखे, फिर मार-मार कर किया अधमरा, महिला के साथ बदमाशों ने की सारे हदें पार
India News (इंडिया न्यूज़), Nepali Gaurav Samman: दार्जिलिंग संसदीय क्षेत्र के कलिम्पोंग में सोशल इंजीनियरिंग समिति द्वारा ‘नेपाली गौरव सम्मान’ समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में गेस्ट ऑफ ऑनर के तौर पर दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर मनोज कुमार और मुख्य अतिथि के तौर पर सिक्किम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य मौजूद थे। कार्यक्रम में साहित्य, संगीत, खेल, शिक्षा और पत्रकारिता से जुड़े लोगों को विशिष्ट सम्मान से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सिक्किम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने कहा कि नेपाली समाज अपनी संस्कृति का संरक्षण करने वाला सबसे मजबूत समाज है और नेपाली समाज ने आज भारत की समावेशी संस्कृति को बखूबी बचा कर रखा है।
कार्यक्रम के गेस्ट ऑफ ऑनर दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर मनोज कुमार ने कहा कि किसी भी समाज का विकास उसके सिविल सोसाइटी की सक्रियता पर निर्भर करता है, और यह कार्यक्रम भारतीय नेपाली समाज की सक्रियता का परिणाम है। प्रोफेसर मनोज कुमार ने कहा कि इस कार्यक्रम की सफलता यह दर्शाती है कि यह समाज जीवित समाज है जिसने अपने सांस्कृतिक धरोहर को बचा कर रखा है ।
नेपाली समाज ने भारत की आजादी के पहले और बाद में देश के लिए प्रत्येक क्षेत्र में अहम योगदान दिया है। इस समाज के लिए केंद्र और राज्य सरकार दोनों को विशेष मदद करनी चाहिए तथा राज्य सरकार को केंद्र की सभी नीतियों को इस क्षेत्र में लागू करना चाहिए।
प्रोफेसर मनोज कुमार ने कहा कि ‘कलिम्पोंग’ प्राकृतिक रूप से बहुत ही संसाधन युक्त है। अगर यहाँ की राज्य सरकार देश का नेतृत्व करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा लाए गये सीमावर्ती राज्यो के लिए महत्वाकांक्षी योजनाओ को समावेशी विकास के रूप में लागू करे तो यह ऐतिहासिक जगह पुनः भारतीय हेरिटेज में अपना स्थान बना सकता है। इस कार्यक्रम में भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान और मेजर ध्यानचंद अवार्ड से सम्मानित भरत छेत्री भी मौजूद थे।
यह भी पढ़ें:-
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.