India News (इंडिया न्यूज), MEA: विदेश मंत्रालय द्वारा आज (बुधवार) कहा गया कि भारत सरकार ने संगठित अपराधियों, बंदूक चलाने वालों, आतंकवादियों और अन्य लोगों के बीच सांठगांठ की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया है। इस बयान में कहा गया कि संयुक्त राज्य अमेरिका ने सांठगांठ से संबंधित इनपुट साझा किए हैं जिसके आधार पर जांच समिति का गठन किया गया है।
विदेश मंत्रालय द्वारा जारी किए गए बयान में कहा गया कि “हम पहले ही कह चुके हैं कि द्विपक्षीय सुरक्षा सहयोग पर अमेरिका के साथ चर्चा के दौरान, अमेरिकी पक्ष ने संगठित अपराधियों, बंदूक चलाने वालों, आतंकवादियों और अन्य लोगों के बीच सांठगांठ से संबंधित कुछ इनपुट साझा किए थे। सूचित किया गया है कि 18 नवंबर 2023 को भारत सरकार ने मामले के सभी प्रासंगिक पहलुओं को देखने के लिए एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया था। भारत सरकार जांच समिति के निष्कर्षों के आधार पर आवश्यक अनुवर्ती कार्रवाई करेगी।
On media queries on India – US security cooperation, MEA says, "We have already said that during the course of discussions with the US on bilateral security cooperation, the US side shared some inputs pertaining to nexus between organized criminals, gun runners, terrorists and… pic.twitter.com/WPq77QZe2L
— ANI (@ANI) November 29, 2023
विदेश मंत्रालय का यह बयान फाइनेंशियल टाइम्स की उस रिपोर्ट के प्रकाशित होने के कुछ दिनों बाद आया है, जिसमें कहा गया था कि अमेरिकी सरकार ने अमेरिकी धरती पर खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नून को मारने की साजिश को विफल कर दिया और साजिश में कथित संलिप्तता के बारे में नई दिल्ली को “चेतावनी” दी। अमेरिकी-कनाडाई नागरिक पन्ननु जो प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस के कानूनी सलाहकार हैं। भारत में उसे गृह मंत्रालय द्वारा आतंकवादी नामित किया गया है। एफटी की रिपोर्ट इस साल जून में ब्रिटिश कोलंबिया में एक अन्य खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत और कनाडा के बीच चल रहे राजनयिक विवाद के बीच आई है।
Also Read:
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.