होम / China-America Relation: चीन-अमेरिका के बीच हुई दुश्मनी! जानें फ्लाइंग टाइगर्स की कहानी

China-America Relation: चीन-अमेरिका के बीच हुई दुश्मनी! जानें फ्लाइंग टाइगर्स की कहानी

Rajesh kumar • LAST UPDATED : December 24, 2023, 10:29 pm IST
ADVERTISEMENT

संबंधित खबरें

China-America Relation: चीन-अमेरिका के बीच हुई दुश्मनी! जानें फ्लाइंग टाइगर्स की कहानी

India News (इंडिया न्यूज़),China-America Relation: जापान तेजी से चीन पर कब्ज़ा कर रहा था। सभी बंदरगाह और उनकी परिवहन प्रणालियाँ जापानी सैनिकों के हाथों में आ गई थीं। साम्यवादी देश चीन बाहरी दुनिया से लगभग कटा हुआ था। न तो चीन के पास इन सैनिकों से लड़ने की ताकत बची थी और न ही किसी को मदद के लिए बुलाने की ताकत बची थी। जापान अपनी जीत से खुश था, लेकिन उसे इस बात का अंदाज़ा नहीं था कि मुसीबत उसे अपना शिकार बनाने वाली है।

हमले के हीरो थे क्लेयर ली चेन्नाल्ट

टाइम मैगज़ीन की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकन फ़्लाइंग टाइगर्स का नेतृत्व क्लेयर ली चेन्नॉल्ट कर रहे थे, जो एक शांत स्वभाव के नेता थे, जो कभी अमेरिकन आर्मी एयर कॉर्प्स में थे, लेकिन बाद में उन्होंने इस्तीफा दे दिया। 43 साल की उम्र में चीन ने उन्हें वायु सेना में नौकरी की पेशकश की, हालांकि चेन्नॉल्ट ने इसे स्वीकार नहीं किया, लेकिन वह चीन के हवाई जहाज देखने गए। जब जापान ने चीन पर हमला किया, तो वह लौट आया जापान तेजी से चीन पर कब्ज़ा कर रहा था। सभी बंदरगाह और उनकी परिवहन प्रणालियाँ जापानी सैनिकों के हाथों में आ गईं। साम्यवादी देश चीन बाहरी दुनिया से लगभग कटा हुआ था। चीन के पास न तो इन सैनिकों से लड़ने की ताकत बची थी और न ही किसी को मदद के लिए बुलाने की ताकत। जापान अपनी जीत से खुश था, लेकिन उसे इस बात का अंदाज़ा नहीं था कि मुसीबत उसे अपना शिकार बनाने वाली है।

आज अमेरिका और चीन के बीच सबसे ताकतवर देश बनने की होड़ मची हुई है। कभी चीन दावा करता है कि अमेरिका उसके बढ़ते प्रभुत्व से डरता है तो कभी अमेरिका चीन पर जासूसी का आरोप लगाता है। हाल ही में जब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात हुई तो दोनों देशों के बीच तनाव खुलकर सामने आ गया। इस द्विपक्षीय मुलाकात के बाद जो बाइडेन ने जिनपिंग को तानाशाह बताया। चीन ने भी इसका कड़ा विरोध किया। बेशक, अब दोनों देश एक-दूसरे को बिल्कुल भी पसंद नहीं करते, लेकिन एक समय ऐसा भी था जब संकट में फंसे कम्युनिस्ट देश की इज्जत अमेरिका के लड़ाकू विमान उड़ाने से ही बच जाती थी।

जापान को इस मुसीबत का अंदाज़ा नहीं 

ये बात दूसरे विश्व युद्ध की है। चीन और जापान के बीच युद्ध शुरू हो गया था। उस समय चीन की समस्या आंतरिक गृहयुद्ध भी थी। राष्ट्रवादी और कम्युनिस्ट भी एक दूसरे के विरोधी थे। हालाँकि जब जापान ने हमला किया तो दोनों पक्ष एकजुट हो गए, लेकिन उनके पास जापान की बमबारी से बचने का कोई साधन नहीं था। जापान धीरे-धीरे चीन के बंदरगाहों पर कब्ज़ा कर रहा था। सेना इतनी मजबूत थी कि उसे हराना असंभव था। दिसंबर में आज ही के दिन जापान के कब्जे वाले चीनी बंदरगाहों पर अचानक बमबारी शुरू हो गई थी। यह हमला इतना तेज़ और घातक था कि जब तक जापान को कुछ समझ आता, वह युद्ध में पीछे छूट चुका था। हमलावर एक अमेरिकी स्वयंसेवी समूह थे, जिसे बाद में फ्लाइंग टाइगर्स नाम दिया गया।

हमले के हीरो थे क्लेयर ली चेन्नाल्ट

टाइम मैगज़ीन की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकन फ़्लाइंग टाइगर्स का नेतृत्व क्लेयर ली चेन्नाल्ट ने किया था, जो एक शांत नेता थे, जो कभी यूएस आर्मी एयर कॉर्प्स में थे लेकिन बाद में उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। 43 साल की उम्र में चीन ने उन्हें वायु सेना में नौकरी की पेशकश की, हालांकि चेन्नॉल्ट ने इसे स्वीकार नहीं किया, लेकिन वह चीन के हवाई जहाज देखने गए। जब जापान ने चीन पर हमला किया, तो वह लौट आया और कुछ अमेरिकी सैन्य पायलटों को वापस ले आया। दावा किया जाता है कि उस समय अमेरिकी वालंटियर ग्रुप भाड़े के सैनिकों का समूह था, लेकिन इसे चीन की मदद करने की इजाजत खुद अमेरिकी सरकार ने दी थी। बाद में इस स्वयंसेवी समूह का नाम फ्लाइंग टाइगर्स रखा गया और अमेरिका ने इसे अपनी 10वीं वायुसेना में शामिल किया।

अमेरिका ने दिये 100 कर्टिस पी-40 विमान 

द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान चीन की हालत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जापान का मुकाबला करने के लिए अमेरिका ने उसे 100 कर्टिस पी-40 विमान दिए थे। उस समय फ्लाइंग फाइटर्स एक अमेरिकी स्वयंसेवी समूह के रूप में आए थे, क्योंकि अमेरिका अभी तक द्वितीय विश्व युद्ध में शामिल नहीं हुआ था। उस ग्रुप में 200 लोग थे, जिनमें से 99 पायलट, 59 नाविक और बाकी सैन्य अधिकारी थे। हालाँकि, बाद में जब जापान ने पर्ल हार्बर पर हमला कर हजारों अमेरिकी सैनिकों को मार डाला और विमानों को नष्ट कर दिया, तो अमेरिका भी युद्ध में कूद पड़ा।

ग्रामीणों की मदद से बनाए गए रनवे

फ्लाइंग टाइगर्स ने दक्षिण-पश्चिम चीन के कुनमिंग में अपना आधार स्थापित किया। ये वो इलाका था जहां से जापानी सेना काफी दूर थी। हालाँकि, यहाँ सबसे बड़ी बाधा रनवे की कमी थी। कहा जाता है कि फ्लाइंग टाइगर्स के साथ-साथ चीन के हजारों लोगों यानी किसानों और मजदूरों ने रनवे बनाने में मदद की थी। खास बात यह है कि उनके पास कोई भी आधुनिक उपकरण नहीं था। ये रनवे हाथों से बनाए गए थे।

फ्लाइंग टाइगर्स को स्वीकार करता है चीन 

अमेरिका और चीन के बीच जारी तनाव के बावजूद, चीन फ्लाइंग टाइगर्स का आभारी है। हर साल वह दोस्ती का जश्न मनाने के लिए अमेरिकी पायलटों के एक समूह को सलाम करते हैं। हाल ही में चीन में उपराष्ट्रपति हान झेंग ने यूएस 14वीं वायु सेना के सेवानिवृत्त फ्लाइंग टाइगर्स हैरी मोयर और मेल मैकमुलेन को सम्मानित किया। ये दोनों फ्लाइंग टाइगर्स उसी समूह में थे जो जापान से चीन की रक्षा करते थे। इस बीच उपराष्ट्रपति हान झेंग ने कहा था कि चीन के लोगों को फ्लाइंग टाइगर्स के वीरतापूर्ण कार्यों को हमेशा याद रखना चाहिए।

जिनपिंग ने लिखा एक पत्र

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भी पिछले महीने हैरी मोयेर और मेल मैकमुलेन को पत्र लिखा था और कहा था कि चीन-अमेरिका संबंधों की नींव अब युवाओं के भविष्य पर टिकी है। यह एक ऐसा मिशन है जिसमें लड़ाकू विमान उड़ाकर एक बार फिर अपना योगदान दे सकते हैं। जिनपिंग ने लिखा था कि अतीत पर नजर डालें तो चीन और अमेरिका के लोग जापानी फासीवाद के खिलाफ लड़ाई में एक साथ खड़े हुए थे और गहरी दोस्ती बनाई थी। आज भी दोनों देश दुनिया में शांति, स्थिरता और विकास कायम रखने के लिए अपनी जिम्मेदारी निभाते हैं। जिनपिंग ने आपसी सम्मान के साथ आपसी सहयोग बढ़ाने का भी आह्वान किया था।

यह भी पढ़ेंः-

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

इस्लाम में क्या और कैसे होते है एलोमिनी के नियम? तो फिर AR Rahman की एक्स वाइफ सायरा को कितना मिलेगा गुजारा भत्ता
इस्लाम में क्या और कैसे होते है एलोमिनी के नियम? तो फिर AR Rahman की एक्स वाइफ सायरा को कितना मिलेगा गुजारा भत्ता
CM Atishi News: दिल्ली में BJP को झटका, CM आतिशी के खिलाफ मानहानि केस पर रोक
CM Atishi News: दिल्ली में BJP को झटका, CM आतिशी के खिलाफ मानहानि केस पर रोक
लापता मां और बेटी का कुएं में मिला शव…मचा हड़कंप, जांच में जुटी पुलिस
लापता मां और बेटी का कुएं में मिला शव…मचा हड़कंप, जांच में जुटी पुलिस
फिर खून के आंसू रोए 25 कश्मीरी पंडित, घाटी में हुआ ये दर्दनाक काम, वीडियो सामने आने पर CM उमर अब्दुल्ला की थू-थू
फिर खून के आंसू रोए 25 कश्मीरी पंडित, घाटी में हुआ ये दर्दनाक काम, वीडियो सामने आने पर CM उमर अब्दुल्ला की थू-थू
प्रदीप मिश्रा की कथा में चल रही थी लूट…पुलिस ने गैंग को दबोचा, 15 महिलाएं गिरफ्तार
प्रदीप मिश्रा की कथा में चल रही थी लूट…पुलिस ने गैंग को दबोचा, 15 महिलाएं गिरफ्तार
संत माइकल हाई स्कूल में ‘एक पृथ्वी-एक परिवार’ थीम पर खास कार्यक्रम, नन्हे बच्चों ने दिया बड़ा संदेश
संत माइकल हाई स्कूल में ‘एक पृथ्वी-एक परिवार’ थीम पर खास कार्यक्रम, नन्हे बच्चों ने दिया बड़ा संदेश
Delhi Pollution News: प्रदूषण से दिल्लीवाले हुए परेशान, SC ने सरकार और पुलिस को लगाई फटकार, दिए सख्त निर्देश
Delhi Pollution News: प्रदूषण से दिल्लीवाले हुए परेशान, SC ने सरकार और पुलिस को लगाई फटकार, दिए सख्त निर्देश
‘वो मेरी बेटी नहीं’, जब Aishwarya Rai का नाम आते ही ऐसा बोल पड़ी थी Jaya Bachchan, सास-बहू के रिश्ते में  क्या हुई ऐसी बात
‘वो मेरी बेटी नहीं’, जब Aishwarya Rai का नाम आते ही ऐसा बोल पड़ी थी Jaya Bachchan, सास-बहू के रिश्ते में क्या हुई ऐसी बात
‘भारत कभी हिंदू राष्ट्र नहीं…’, धीरेंद्र शास्त्री के इस कदम पर भड़क गए मौलाना रिजवी, कह डाली चौंकाने वाली बात
‘भारत कभी हिंदू राष्ट्र नहीं…’, धीरेंद्र शास्त्री के इस कदम पर भड़क गए मौलाना रिजवी, कह डाली चौंकाने वाली बात
फेमस होने के चक्कर में क्लास रूम में ही कर डाली अनोखी शादी, मचा बवाल
फेमस होने के चक्कर में क्लास रूम में ही कर डाली अनोखी शादी, मचा बवाल
बदल गए ट्रेन रिजर्वेशन के नियम…ट्रैवल करने से पहले जान लें सारे नए बदलाव, अब ऐसे होगी टिकट बुकिंग
बदल गए ट्रेन रिजर्वेशन के नियम…ट्रैवल करने से पहले जान लें सारे नए बदलाव, अब ऐसे होगी टिकट बुकिंग
ADVERTISEMENT