संबंधित खबरें
नेपाल के अलावा इन देशों के नागरिक भारतीय सेना में दिखाते हैं दमखम, जानें किन देशों की सेना में एंट्री नहीं
‘केंद्रीय अर्धसैनिक बल, CISF और पुलिस के जवान पैसे लेते हैं तो…’ रिश्वत लेने वालों पर CM Mamata ने ये क्या कह दिया?
चलती बस से कूदी लड़की, बस में फैली यौन शोषण की…महिला के मेडिकल से हुआ बड़ा खुलासा
UP के इन 5 जगहों में नहीं लगेगा कोई फोन कॉल, CM Yogi के इस फैसले से ‘खास समुदाय’ की हो गई खटिया खड़ी
यूपी में भेड़िया के बाद बाघ का आतंक! हमले में किसान को उतारा मौत के घाट
पहले फाड़े कपड़े, तोड़ दिए दांत और आंखे, फिर मार-मार कर किया अधमरा, महिला के साथ बदमाशों ने की सारे हदें पार
India News (इंडिया न्यूज),India Maldives Dispute: भारत और मालदीव के बीच चल रहे तनाव के बीच चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। चीन लगातार आग में घी डालने का काम कर रहा है। अब चीन का मुखपत्र माने जाने वाले ग्लोबल टाइम्स ने भारत के बारे में लिखा है कि अहंकारी देश दूसरों के साथ ऐसा व्यवहार करते हैं जैसे वे गुलाम हों। इससे पहले चीन ने भारत का नाम लिए बिना कहा था कि अगर कोई देश मालदीव के आंतरिक मामलों में दखल देने की कोशिश करेगा तो वह उसका विरोध करेगा।
ग्लोबल टाइम्स ने कहा है कि भारत क्षेत्रीय सहयोग को अपने नुकसान के तौर पर देख रहा है लेकिन ऐसा नहीं है। आगे चीनी अखबार ने लिखा है कि मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के चीन दौरे पर दुनिया की नजर है, लेकिन भारत इसमें ज्यादा दिलचस्पी ले रहा है। गौरतलब है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के निमंत्रण पर मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू चीन की पांच दिवसीय राजकीय यात्रा पर हैं।
टाइम्स ने लिखा कि मालदीव की चीन के साथ बढ़ती नजदीकियां देखकर भारत हैरान है। चीनी मुखपत्र ने भारतीय मीडिया में चल रही कवरेज का जिक्र करते हुए लिखा है कि ये सब भारत के अहंकार को दर्शाता है। भारत हमेशा दक्षिण एशिया के क्षेत्र को पिछड़ा मानता है। ऐसे में भारत इन देशों को आगे बढ़ता नहीं देख पा रहा है।
ग्लोबल टाइम्स ने आगे लिखा है कि भारत दूसरे देशों के साथ ऐसा व्यवहार कर रहा है मानो वे भारत के अधीन हों, यह एक विकृत मानसिकता है। भारत को दूसरे देशों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने का कोई अधिकार नहीं है।’ इससे पहले चीन ने कहा था कि अगर कोई भी देश मालदीव के आंतरिक मामलों में दखल देने की कोशिश करेगा तो वह उसका विरोध करेगा। हालाँकि, इस दौरान भी चीन ने भारत का नाम नहीं लिया। चीनी अखबार ने लिखा है कि भारत को चीन के साथ क्षेत्रीय देशों के साथ सहयोग को लेकर और अधिक खुला होना चाहिए।
यह भी पढ़ेंः-
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.