संबंधित खबरें
Delhi Election 2025: संजय सिंह का बड़ा बयान, बोले- 'BJP चाहे जितना विरोध करे लेकिन…'
Delhi Election Campaign Launch: अरविंद केजरीवाल ने लॉन्च किया चुनावी कैंपेन, कहा- 'हम फ्री में दे रहे हैं…'
Delhi Pollution News: दिल्ली में प्रदूषण का कहर बरकरार, कई इलाकों में हवा की गुणवत्ता अभी भी जहरीली, जानें कहां कितना है AQI
Delhi Crime News: दिल्ली- NCR में 'बैंड बाजा बारात' गैंग का खुलासा, हाई प्रोफाइल शादियों को बनाते थे निशाना
Delhi Election 2025: अरविंद केजरीवाल ने किया बड़ा ऐलान, दिल्ली चुनावी कैंपेन का आज करेंगे आगाज
India Gate Viral Video: सारे हदें पार…इंडिया गेट पर तौलिया लपेटकर लड़की ने किया डांस, लोगों ने की सख्त कार्रवाई की मांग
Delhi Air Pollution कल से चलेगा खुले में कचरा जलाने के खिलाफ अभियान
आगामी एक माह तक रहेगा जारी
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
Delhi Air Pollution राजधानी में हर साल सर्दी शुरू होते ही वायु प्रदूषण एक गंभीर समस्या का रूप धारण कर लेता है। प्रदूषण के चलते राजधानी एक तरह से गैस चैंबर में तबदील हो जाती है और लोगों को सांस लेने लायक हवा नहीं मिल पाती। दिल्ली सरकार ने बढ़ते वायु प्रदूषण पर लगाम लगाने और मौजूदों उपायों और इंतजामों की समीक्षा के लिए मंगलवार को हुई विभिन्न एजेंसियों के साथ बैठक में कई कड़े कदम उठाने का निर्णय लिया है।
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली सरकार 11 नवंबर से 11 दिसंबर तक खुले में कचरा जलाए जाने के खिलाफ के अभियान चलाएगी। राय ने कहा कि धूल-रोधी अभियान का दूसरा चरण 12 नवंबर से 12 दिसंबर के बीच चलाया जाएगा।
मंत्री ने कहा कि दिल्ली में खुले में कूड़ा जलने की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए 10 विभागों की 550 टीमों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। हम लोगों से भी अपील करते हैं कि अगर उन्हें खुले में आग जलने की कोई घटना दिखाई देती है तो वे ग्रीन दिल्ली ऐप पर शिकायत करें।
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए डीजल जनरेटर पर प्रतिबंध, मॉल और अन्य निर्दिष्ट र्पाकिंग क्षेत्रों में र्पाकिंग शुल्क में वृद्धि तथा मेट्रो ट्रेनों और डीटीसी बसों की संख्या में वृद्धि की जाएगी।
दिल्ली के प्रदूषण में पराली जलाने की हिस्सेदारी गत रविवार को बढ़कर तीन साल के उच्चतम स्तर 48 प्रतिशत पर पहुंच गई और सोमवार को सरकारी एजेंसियों ने राजधानी दिल्ली के पड़ोसी राज्यों में पराली जलने की 5,450 घटनाओं की सूचना दी, जो इस मौसम में सबसे अधिक है।
गोपाल राय ने कहा कि इसमें किसानों की गलती नहीं है। उनके खिलाफ किसी भी बयान का कोई मतलब नहीं है। पराली का समाधान सरकारों को देना था। हमने दिल्ली में यह करके दिखाया है (कैसे पराली जलाने पर अंकुश लगाया जा सकता है)। अन्य राज्यों में ऐसा करने की इच्छाशक्ति की कमी है।
राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में दर्ज की गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों अनुसार एक्यूआई 400 दर्ज किए जाने के साथ ही बहुत खराब श्रेणी में रहा। सरकारी एजेंसियों के अनुसार, 0-50 के बीच एक्यूआई को अच्छा माना जाता है, 51-100 को संतोषजनक, 101-200 को मध्यम, 201-300 को खराब, 301-400 को बहुत खराब और 401-500 को गंभीर-खतरनाक माना जाता है।
Also Read : स्थाई शांति गलियारा बनाए सरकार : बादल
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.