संबंधित खबरें
Jalandhar Encounter : गन्ने के खेत में पुलिसवालों ने किया एनकाउंटर, 50 बार हुईं धांय-धांय, वीडियो देखकर कांप गए लोग
फिर खून के आंसू रोए 25 कश्मीरी पंडित, घाटी में हुआ ये दर्दनाक काम, वीडियो सामने आने पर CM उमर अब्दुल्ला की थू-थू
'भारत कभी हिंदू राष्ट्र नहीं…', धीरेंद्र शास्त्री के इस कदम पर भड़क गए मौलाना रिजवी, कह डाली चौंकाने वाली बात
बदल गए ट्रेन रिजर्वेशन के नियम…ट्रैवल करने से पहले जान लें सारे नए बदलाव, अब ऐसे होगी टिकट बुकिंग
भरी महफिल में Rahul Gandhi के चेहरे पर दिखा हारे हुए हरियाणा का दर्द? Video में कही ऐसी बात…गूंजने लगे ठहाके
Mulayam Singh Birth Anniversary: 'बेटा छोड़ जा रहा हूं…', जनता से मुलायम सिंह ने कही ऐसी कौन सी बात, बदल गई अखिलेश यादव की जिंदगी?
India News (इंडिया न्यूज), Agni-5 Missile Test: भारत ने सोमवार को अपनी 5,000 किमी रेंज वाली अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का पहला सफल उड़ान परीक्षण किया। यह मिसाइल लगभग पूरे चीन को निशाना बनाने में सक्षम मानी जाती है और ऐसा लगता है कि इसने चीन की नींद उड़ा दी है। शायद यही वजह है कि अग्नि-5 मिसाइल की इस परीक्षण उड़ान पर संभवत: नजर रखने के लिए उसने अपना जासूसी जहाज भारतीय तट के पास तैनात कर दिया था। बीजिंग इसे एक शोध पोत कहता है, हालांकि दुनिया भर के विशेषज्ञों का मानना है कि चीन इनका इस्तेमाल दूसरे देशों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए करता है। यह चीनी जहाज पहले मालदीव के तट पर खड़ा था, हालांकि यह पिछले हफ्ते ही वहां से रवाना हुआ था। इसके बाद इसे भारतीय जल सीमा के ठीक बाहर अंतरराष्ट्रीय जल सीमा में मंडराते देखा गया। विशेषज्ञों का अनुमान है कि चीन ने इस जहाज को ओडिशा तट के पास स्थित डॉ. एपीजी अब्दुल कलाम तट से किया जा रहा मिसाइल परीक्षण की जासूसी करने के लिए तैनात किया था।
बता दें कि, अग्नि-5 मिसाइल की खूबियों की अगर बात करें तो इससे चीन की नींद उड़ना लाजमी लगता है। अब तक, चीन के अलावा, चार अन्य देशों अमेरिका, रूस, फ्रांस और ब्रिटेन के पास ऐसी मल्टीपल इंडिपेंडेंट टारगेटेबल रीएंट्री व्हीकल (एमआईआरवी) तकनीक के साथ मिसाइल लॉन्च करने की क्षमता है। इन देशों के पास जमीन या पनडुब्बी से इन मिसाइलों को दागने की क्षमता है।
समुद्री गतिविधियों पर नजर रखने वाली संस्था मरीन ट्रैफिक के मुताबिक, चीनी जहाज ‘जियांग यांग होंग-01’ 23 फरवरी को चीन के चेंगदू बंदरगाह से रवाना हुआ था। अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, ओपन-सोर्स इंटेलिजेंस एक्सपर्ट डेमियन साइमन ने 4,425 की एंट्री दिखाई थी। रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बंगाल की खाड़ी में टन का जहाज।
ये भी पढ़े-Israel-Hamas War: रमज़ान में कोई राहत नहीं, गाजा में रक्तपात जारी, 67 लोग मारे गए
7 मार्च को ही भारत ने बंगाल की खाड़ी और 3,550 किमी तक फैले हिंद महासागर क्षेत्र पर एक NOTAM – नोटिस टू एयर मिशन जारी कर अपने पड़ोसियों को इस मिसाइल परीक्षण के बारे में सचेत किया था। प्रत्येक मिसाइल या रॉकेट परीक्षण से पहले यह नोटिस जारी करना अनिवार्य है। संभावना है कि इस चीनी ‘जासूस’ जहाज ने पूरे मिसाइल परीक्षण का अवलोकन किया होगा और इसकी सीमा और क्षमता के आंकड़ों की गणना की होगी। हालाँकि चीन का कहना है कि, ये जहाज केवल अनुसंधान उद्देश्यों के लिए हैं, भारत के साथ-साथ कुछ पश्चिमी देशों को भी ऐसा लगता है कि, ‘वैज्ञानिक अनुसंधान’ जहाजों का चीनी बेड़ा विशेष रूप से सैन्य उद्देश्यों के लिए है ताकि वह हिंद महासागर क्षेत्र में उसके प्रतिद्वंद्वियों को टक्कर दी जा सके।
यह पहली बार नहीं है कि किसी चीनी जहाज को मिसाइल परीक्षण से ठीक पहले हिंद महासागर क्षेत्र में प्रवेश करते देखा गया है। इससे पहले नवंबर 2022 में भी, एक चीनी अनुसंधान पोत ‘युआन वांग 06’ ने भारत के निर्धारित मिसाइल परीक्षण से कुछ दिन पहले आईओआर में प्रवेश किया था। हालाँकि, बाद में भारत ने NOTAM को रद्द कर दिया। फिर उसी साल दिसंबर में भारत ने ओडिशा के अब्दुल कलाम द्वीप से अग्नि-5 का परीक्षण करने के लिए एक और नोटम जारी किया और इस बार चीन का युआन वांग 05 हिंद महासागर में देखा गया।
ये भी पढ़े- Petrol-Diesel Price Today: पेट्रोल और डीजल की नई कीमतें जारी, यहां जानिए आपके शहर का हाल
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.