संबंधित खबरें
नेपाल के अलावा इन देशों के नागरिक भारतीय सेना में दिखाते हैं दमखम, जानें किन देशों की सेना में एंट्री नहीं
‘केंद्रीय अर्धसैनिक बल, CISF और पुलिस के जवान पैसे लेते हैं तो…’ रिश्वत लेने वालों पर CM Mamata ने ये क्या कह दिया?
चलती बस से कूदी लड़की, बस में फैली यौन शोषण की…महिला के मेडिकल से हुआ बड़ा खुलासा
UP के इन 5 जगहों में नहीं लगेगा कोई फोन कॉल, CM Yogi के इस फैसले से ‘खास समुदाय’ की हो गई खटिया खड़ी
यूपी में भेड़िया के बाद बाघ का आतंक! हमले में किसान को उतारा मौत के घाट
पहले फाड़े कपड़े, तोड़ दिए दांत और आंखे, फिर मार-मार कर किया अधमरा, महिला के साथ बदमाशों ने की सारे हदें पार
India News(इंडिया न्यूज),Amit Shah: देश में इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर देश की सियासत में जबरदस्त गर्माहट है। जिसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि “पुत्र-पुत्री मोह” के कारण महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और शिवसेना में विभाजन हुआ और इसके लिए भाजपा को दोषी नहीं ठहराया जा सकता।
इसके साथ ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि, “मैं उन टिप्पणियों से अलग हूं कि हमने पार्टियां तोड़ी हैं। हमने कोई भी पार्टी नहीं तोड़ी है। कई पार्टियां अपने पुत्र-पुत्री के मोह में टूट गईं…मैं फिर से दोहराता हूं कि एनसीपी और शिव सेना, डोनो पार्टियां पुत्र, पुत्री मोह मैं टूट गई। बेटियों और बेटों को बढ़ावा देने पर जोर देने के कारण कई पार्टियां टूट गईं। मैं दोहराता हूं कि बेटे और बेटी को बढ़ावा देने पर जोर देने के कारण एनसीपी और शिवसेना टूट गईं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन में भाजपा और अन्य दलों ने सीट-बंटवारे पर समझौता कर लिया है और यह कुछ दिनों में सामने आ जाएगा।
ये भी पढ़े:–Indian Navy ने सोमालिया तट पर बांग्लादेशी ध्वज वाले जहाज को बचाया, समुद्री डकैतों के हमले का दिया करारा जवाब
अमित शाह ने कहा कि उद्धव ठाकरे अपने बेटे आदित्य को महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनाना चाहते थे और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार अपनी बेटी सुप्रिया सुले को एनसीपी का नेता बनाना चाहते थे। उद्धवजी आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते थे। कई लोगों ने उनकी पार्टी छोड़ दी क्योंकि वे आदित्य ठाकरे को अपना नेता मानने के लिए तैयार नहीं थे। जो लोग बालासाहेब ठाकरे के समय से शिवसेना में काम कर रहे हैं, उन्होंने पहले उद्धव को अपना नेता माना, अब उन्होंने उन्होंने कहा, “आदित्य को भी स्वीकार करना। यह उनके लिए स्वीकार्य नहीं था। शरद पवार भी अपनी बेटी सुप्रिया सुले को एनसीपी नेता बनाना चाहते थे। शरद पवार भी अपनी बेटी सुप्रिया सुले को एनसीपी नेता बनाना चाहते थे।”
जानकारी के लिए बता दें कि, भाजपा, अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा हैं। भाजपा अक्सर अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों पर वंशवाद की राजनीति करने के लिए हमला करती रही है। लोकसभा और कुछ राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान शनिवार को किया जाएगा।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.