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Symptoms Of Breast Cancer : आजकल महिलाओं की तुलना में पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर होना आम है। कई बार पुरुषों की ओर से बरती जाने वाली लापरवाही के कारण भी उनमें ब्रेस्ट कैंसर हो जाता है। ऐसे में जरूरी है कि पुरुष भी शारीरिक जांच नियमित रूप से करवाते रहें।
पुरुषों के पास भी महिलाओं की तरह ब्रेस्ट टिश्यू होते हैं और इसलिए उन्हें भी ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है। महिलाओं में ब्रेस्ट टिश्यू युवा अवस्था के दौरान अधिक विकसित हो जाते हैं, जबकि पुरुषों में मौजूद ब्रेस्ट टिश्यू एस्ट्रोजन हॉर्मोन की कमी के कारण आगे विकसित नहीं हो पाते हैं।
अमूमन ब्रेस्ट कैंसर के इलाज में ब्रेस्ट टिश्यू को सर्जरी से हटा दिया जाता है। कीमोथेरेपी और रेडिएशन थेरेपी अन्य ट्रीटमेंट हैं, जो रोगी की बीमारी के स्टेज के अनुसार किए जाते हैं। औसत मामलों में मेल ब्रेस्ट कैंसर उम्रदराज लोगों को होता है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि यह किसी भी उम्र में नहीं हो सकता है।
* बहुत अधिक थकान लगने लगना।
* वजन में कमी आना।
* छाती में गांठ बनना।
* ब्रेस्ट टिश्यू का आकार बढ़ना।
* निप्पल के नीचे या आसपास घाव या दाना होना।
* ब्रेस्ट की त्वचा के रंग में बदलाव होना।
* निप्पल के आसपास की त्वचा सख्त होने लगे।
* निप्पल डिस्चार्ज।
* खाने के प्रति अरुचि होने लगना।
* जोड़ों और हड्डियों में दर्द होना।
* सांस लेने में की तकलीफ होना।
मेल ब्रेस्ट कैंसर का यह पहला स्टेज नॉन- इनवेसिव है लेकिन बाकी तीन हैं। ये कैंसर बहुत छोटे होते हैं और सम्भव है कि लिम्फ मोड तक न पहुंचें। या यह भी हो सकता है कि लिम्फ मोड में कैंसर का छोटा सा हिस्सा फैला हो। इस स्टेज में मुख्य इलाज सर्जरी है।
पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर के दूसरे स्टेज में कैंसर पहले स्टेज से बड़ा होता है। हो सकता है कि यह लिम्फ के आस- पास फैला हो या न भी फैला हो। इस स्टेज में सर्जरी के बाद रेडिएशन थेरेपी दी जा सकती है।
इस स्टेज में कैंसर और ट्यूमर अधिक एडवांस स्टेज में पहुंच जाते हैं। कैंसर का आकार बड़ा हो सकता है, जो तेजी से बढ़ रहा होता है। यह आसपास की स्किन और मसल्स में फैल रहा होता है। यह आस- पास के कई लिम्फ मोड में पहुंच चुका होता है।
चौथे स्टेज में कैंसर ब्रेस्ट से आगे फैल चुका होता है। आसपास के लिम्फ मोड़ से निकलकर बॉडी के अन्य हिस्सों तक पहुंच चुका होता है। ब्रेस्ट कैंसर आसानी से हड्डियों, लीवर और फेफड़ों में पहुंच जाता है। कई दफा यह ब्रेन तक भी फैल चुका होता है।
मेल ब्रेस्ट कैंसर का इलाज अलग-अलग स्टेज अनुसार किया जाता है। सबसे जरूरी और प्रभावशाली इलाज सर्जरी है। साथ ही अन्य तरह से भी इलाज किए जाते हैं। ब्रेस्ट टिश्यू को हटाने के लिए सर्जरी की जाती है। हॉर्मोनल थेरेपी, कीमोथेरेपी और रेडिएशन थेरेपी के जरिए मेल ब्रेस्ट कैंसर का इलाज किया जाता है।
कीमोथेरेपी और रेडिएशन थेरेपी अमूमन सर्जरी के बाद की जाती है। रोगियों को अपना वजन कम करने, हेल्दी खाना खाने, रोजाना फिजिकल एक्टिविटी करने और धूम्रपान एवं शराब से दूर रहने की सलाह दी जाती है।
(Symptoms Of Breast Cancer)
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