होम / NASA Alert: 2024 के पूर्ण सूर्य ग्रहण से ठीक पहले पृथ्वी के पास से गुजरेगा क्षुद्रग्रह, नासा ने किया अलर्ट

NASA Alert: 2024 के पूर्ण सूर्य ग्रहण से ठीक पहले पृथ्वी के पास से गुजरेगा क्षुद्रग्रह, नासा ने किया अलर्ट

Himanshu Pandey • LAST UPDATED : April 4, 2024, 1:10 am IST
ADVERTISEMENT

संबंधित खबरें

NASA Alert: 2024 के पूर्ण सूर्य ग्रहण से ठीक पहले पृथ्वी के पास से गुजरेगा क्षुद्रग्रह, नासा ने किया अलर्ट

NASA Alert

India News (इंडिया न्यूज़), NASA Alert: अंतरिक्ष प्रेमीयों और स्काईवॉचर्स मोहित कर देने वाले दृश्य को देखने के लिए 8 अप्रैल के पूर्ण सूर्य ग्रहण 2024 का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। हालांकि इसको लेकर नासा का कहना है कि इस जरूर देखी जाने वाली खगोलीय घटना से पहले एक खतरा मंडरा रहा है जो हजारों की रफ्तार से पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है! अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी के CNEOS डेटा से पता चला है कि एक विशाल क्षुद्रग्रह 2024 FH2 कुल सूर्य ग्रहण से ठीक पहले पृथ्वी से अपनी निकटतम दूरी बनाने के लिए तैयार है, जिस पर बारीकी से निगरानी करने की आवश्यकता है। इस विशाल अंतरिक्ष चट्टान के बारे में नासा ने क्या कहा है।

इसके अलावा, पूर्ण सूर्य ग्रहण से एक दिन पहले 7 अप्रैल को इसके 71174 किमी प्रति घंटे की तीव्र गति से चलने की पुष्टि की गई है। यह पृथ्वी के कितना करीब होगा? सीएनईओएस डेटा से पता चला है कि यह हमारे गृह ग्रह से सिर्फ 3.83 मिलियन मील दूर होगा।

नासा कई अन्य क्षुद्रग्रहों पर रखता है नजर

बता दें कि, यह एटेन क्षुद्रग्रह समूह से संबंधित है, जिसमें 1 खगोलीय इकाई (AU) से कम अर्ध-प्रमुख अक्षों और 0.983 एयू से अधिक एपेलियन दूरी वाले निकट-पृथ्वी क्षुद्रग्रह शामिल हैं, जिसका अर्थ है कि वे अपना अधिकांश समय पृथ्वी की कक्षा के अंदर बिताते हैं। इनका नाम क्षुद्रग्रह 2062 एटेन के नाम पर रखा गया है, जो इस समूह में खोजा जाने वाला पहला क्षुद्रग्रह था। सामान्य तौर पर एटेन क्षुद्रग्रहों को पृथ्वी की कक्षा से निकटता के कारण संभावित खतरनाक क्षुद्रग्रहों के रूप में वर्गीकृत किया जाता है।

Karnataka High Court: कर्नाटक में दिल दहला देने वाला मंजर, हाई कोर्ट में मुख्य न्यायाधीश के सामने व्यक्ति ने काटा अपना गला

क्या यह एक संभावित ख़तरा है? दुर्भाग्य से, यह है! नासा ने क्षुद्रग्रह को एक संभावित खतरनाक वस्तु के रूप में नामित किया है जो पृथ्वी से 4.6 मिलियन मील (7.5 मिलियन किलोमीटर) के भीतर आता है और लगभग 150 मीटर से बड़ा है। क्योंकि क्षुद्रग्रह 2024 FH2 इन शर्तों को पूरा करता है, इसलिए यह एक संभावित खतरा है। हालांकि, नासा इस क्षुद्रग्रह के साथ-साथ कई अन्य क्षुद्रग्रहों पर लगातार नजर रख रहा है जिनके पृथ्वी के करीब आने की उम्मीद है।

नासा क्षुद्रग्रहों को कैसे करता है ट्रैक करता?

क्षुद्रग्रहों को ट्रैक करने में जमीन-आधारित दूरबीनों और अंतरिक्ष-आधारित वेधशालाओं का संयोजन शामिल होता है। छोटे क्षुद्रग्रहों के लिए, ‘सिंथेटिक ट्रैकिंग’ नामक एक तकनीक का उपयोग किया जाता है जो उच्च गति वाले कैमरों को नियोजित करता है जो छोटे, उच्च फ्रेम-दर एक्सपोज़र को कैप्चर करते हैं, जिससे क्षुद्रग्रह की गति को प्रभावी ढंग से रोक दिया जाता है। फिर छवियों को स्थानांतरित करके और उन्हें एक साथ जोड़कर संसाधित किया जाता है, जिससे एक लंबी-एक्सपोज़र छवि बनती है जैसे कि दूरबीन वस्तु को ट्रैक कर रही हो। यह दृष्टिकोण सिग्नल-टू-शोर अनुपात को बढ़ाता है, जिससे छोटे, तेज़ गति वाले क्षुद्रग्रहों का पता लगाने और सटीक ट्रैकिंग करने में सक्षम होता है जिन्हें अन्यथा निरीक्षण करना मुश्किल हो सकता है।

India-Canada Relations: फिर ख़राब होगा भारत-कनाडा के बीच रिश्ता! कनाडाई सांसद ने लाया सदन में विवादास्पद प्रस्ताव

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

तेजस्वी को टक्कर देने के लिए नीतीश कुमार अपने बेटे को करने वाले हैं लॉन्च? सकते में आ गई RJD, बिहार की राजनीति में युवा चेहरों का बढ़ रहा क्रेज
तेजस्वी को टक्कर देने के लिए नीतीश कुमार अपने बेटे को करने वाले हैं लॉन्च? सकते में आ गई RJD, बिहार की राजनीति में युवा चेहरों का बढ़ रहा क्रेज
हिमाचल में नई करुणामूलक रोजगार नीति पर विचार, सीएम सुक्खू ने उच्च स्तरीय बैठक का किया निर्वाहन
हिमाचल में नई करुणामूलक रोजगार नीति पर विचार, सीएम सुक्खू ने उच्च स्तरीय बैठक का किया निर्वाहन
CM Yogi के भेजे हुए दाल-चावल रास्ते से हो रहे गायब? गरीबों के खाली पेट दे रहे बद्दुआ, सामने आई चौंकाने वाली रिपोर्ट
CM Yogi के भेजे हुए दाल-चावल रास्ते से हो रहे गायब? गरीबों के खाली पेट दे रहे बद्दुआ, सामने आई चौंकाने वाली रिपोर्ट
राष्ट्रीय हिमालय पर्यावरण संस्थान का अर्ली वार्निंग सिस्टम, जाने क्या है मामला
राष्ट्रीय हिमालय पर्यावरण संस्थान का अर्ली वार्निंग सिस्टम, जाने क्या है मामला
Alwar: मंडी में प्याज की आवक बढ़ी, सुबह तक बने रहे जाम के हालात
Alwar: मंडी में प्याज की आवक बढ़ी, सुबह तक बने रहे जाम के हालात
कुंडली में अगर कमजोर है सूर्य तो दिखते हैं 3 लक्षण, हताश होने के बजाए इन उपायों से संवारें जिंदगी
कुंडली में अगर कमजोर है सूर्य तो दिखते हैं 3 लक्षण, हताश होने के बजाए इन उपायों से संवारें जिंदगी
गौतम गंभीर को लगा बड़ा झटका, इस मामले को लेकर दिल्ली HC ने दिया बड़ा आदेश
गौतम गंभीर को लगा बड़ा झटका, इस मामले को लेकर दिल्ली HC ने दिया बड़ा आदेश
आखिरकार कई विवादों के बाद Emergency की रिलीज डेट आई सामने, अब इस दिन Kangana Ranaut राजनीतिक इतिहास के सबसे काले विषय को उतारेंगी सबके सामने
आखिरकार कई विवादों के बाद Emergency की रिलीज डेट आई सामने, अब इस दिन Kangana Ranaut राजनीतिक इतिहास के सबसे काले विषय को उतारेंगी सबके सामने
मेरी शादी कब होगी Guys…खूबसूरत लड़की के इस वीडियो पर लट्टू हुए लड़के, मामला जानकर लोट-पोट हो गए फॉलोवर्स
मेरी शादी कब होगी Guys…खूबसूरत लड़की के इस वीडियो पर लट्टू हुए लड़के, मामला जानकर लोट-पोट हो गए फॉलोवर्स
Kailash Gahlot को खोने के दुख पर पहली बार बोले Arvind Kejriwal, बातों में छलक आया बीजेपी एंगल का दर्द
Kailash Gahlot को खोने के दुख पर पहली बार बोले Arvind Kejriwal, बातों में छलक आया बीजेपी एंगल का दर्द
Jhansi Fire Incident: नवजातों की मौत का बढ़ा आंकड़ा, 12 पहुंची संख्या
Jhansi Fire Incident: नवजातों की मौत का बढ़ा आंकड़ा, 12 पहुंची संख्या
ADVERTISEMENT