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India News(इंडिया न्यूज),NEET Row: देश में इन दिनों लगातार चल रहे नीट विवाद के बीच इस मामले में एक नया मोड़ आया है जिसमें केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) को पटना में राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा 2024 के आयोजन में कथित अनियमितताओं पर एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया है। दूसरी ओर सूत्रों की माने तो ईओयू ने नीट-यूजी 2024 पेपर लीक से संबंधित साक्ष्यों की पूरी सूची तैयार कर ली है। उम्मीद है कि ईओयू सुप्रीम कोर्ट में नीट यूजी 2024 विवाद पर चल रही सुनवाई में साक्ष्यों से संबंधित जानकारी पेश करेगी।
मिली जानकारी के अनुसार पेपर लीक से संबंधित साक्ष्य में जला हुआ प्रश्नपत्र, ओएमआर शीट, बुकलेट नंबर, पोस्ट-डेटेड बैंक चेक, पेपर लीक माफिया से बरामद एक फॉर्मेटेड मोबाइल फोन और उम्मीदवारों के दस्तावेज शामिल हैं।इसके अलावा, ईओयू के पास उन स्थानों के बारे में भी जानकारी है जहां उम्मीदवारों को प्रश्नपत्र याद कराया गया था। यह शिक्षा मंत्रालय और सुप्रीम कोर्ट दोनों के सामने पेपर लीक में शामिल उम्मीदवारों के कबूलनामे पेश करने की संभावना है।
18 जून को सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) से कहा कि नीट यूजी 2024 परीक्षा आयोजित करने में किसी भी तरह की गड़बड़ी से तुरंत निपटा जाना चाहिए।
जस्टिस विक्रम नाथ और एसवीएन भट्टी की अवकाश पीठ ने कहा, “अगर किसी की ओर से 0.001 प्रतिशत भी लापरवाही हुई है, तो उससे पूरी तरह निपटा जाना चाहिए। इन सभी मामलों को विरोधात्मक मुकदमेबाजी के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।” नीट यूजी 2024 पेपर लीक मामले में सुप्रीम कोर्ट में अगली सुनवाई 8 जुलाई को होनी है।
नीट यूजी 2024 के नतीजों को रद्द करने और प्रवेश परीक्षा को फिर से आयोजित करने के आदेश की मांग करते हुए शीर्ष अदालत में कई याचिकाए दायर की गई थीं, जिसमें 5 मई को आयोजित परीक्षा में पेपर लीक और गड़बड़ी का दावा किया गया था।
इसके साथ ही इस महीने की शुरुआत में, NTA ने शीर्ष अदालत को बताया कि प्रवेश परीक्षा में शामिल होने के दौरान समय की हानि के मुआवजे के रूप में “ग्रेस मार्क्स” आवंटित किए गए कुल 1,563 उम्मीदवारों की मार्कशीट रद्द कर दी जाएगी। एजेंसी ने कहा कि उम्मीदवारों को परीक्षा में फिर से बैठने का मौका मिलेगा।
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