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India News(इंडिया न्यूज),Vivah Muhurat July 2024: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार विवाह कार्यों में बृहस्पति और शुक्र ग्रह सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। बृहस्पति को विवाह का कारक और शुक्र को पति के सुख का कारक माना जाता है। इसलिए विवाह के लिए शुभ मुहूर्त निकालते समय यह देखा जाता है कि शुक्र कब उदय हो रहा है और कब अस्त हो रहा है। इस बार जुलाई माह में सिर्फ 7 दिन का ही शुभ मुहूर्त बन रहा है और इस दौरान विवाह समेत अन्य शुभ कार्य भी किए जा सकेंगे। क्योंकि बाद में शुभ कार्यों के लिए चार महीने का इंतजार करना पड़ेगा क्योंकि देवशयनी एकादशी से चातुर्मास शुरू हो जाएगा। चातुर्मास में देवता सो जाते हैं और इसलिए इस दौरान शुभ और मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं।
अगर आप जुलाई माह में विवाह या सगाई के बारे में सोच रहे हैं तो ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस माह सिर्फ 7 दिन का ही शुभ मुहूर्त बन रहा है। जुलाई में 9, 10, 11, 12, 13, 14 और 15 तारीखें विवाह के लिए शुभ हैं। इस दौरान आप विवाह, नामकरण, मुंडन, गृह प्रवेश, भूमि पूजन और जनेऊ संस्कार जैसे शुभ कार्य भी कर सकते हैं। इसके बाद 17 जुलाई को देवशयनी एकादशी है और फिर चातुर्मास शुरू हो जाएगा। चातुर्मास में किसी भी तरह का शुभ या मांगलिक कार्य करना वर्जित माना जाता है। 12 नवंबर को देवउठनी एकादशी के दिन चातुर्मास समाप्त हो जाएगा और इसी के साथ शुभ कार्य भी शुरू हो जाएंगे।
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ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, बृहस्पति को पुत्री सुख का कारक और शुक्र को पति का कारक कहा जाता है। इसलिए विवाह के समय बृहस्पति और शुक्र दोनों का उदय होना जरूरी है। जब ये दोनों ग्रह उदय होते हैं, तभी विवाह कार्य किए जाते हैं और इससे वैवाहिक जीवन में किसी तरह की खटास नहीं आती है। यही वजह है कि विवाह का मुहूर्त निकालते समय ग्रहों के अस्त और उदय होने का समय देखा जाता है।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है।पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।
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