India News (इंडिया न्यूज़), Lord Vishnu & Maa Lakshmi: भगवान विष्णु के चरण कमलों में माँ लक्ष्मी के बैठने के पीछे एक गूढ़ रहस्य और आध्यात्मिक संदेश छिपा हुआ है। इसे विभिन्न पौराणिक कथाओं और धार्मिक ग्रंथों में इस प्रकार बताया गया है:
माँ लक्ष्मी भगवान विष्णु की पत्नी और उनके समर्पित अनुयायी हैं। उनके चरणों में बैठना इस बात का प्रतीक है कि समर्पण और सेवा ही सच्चे प्रेम और भक्ति का सार है। यह दर्शाता है कि माँ लक्ष्मी भगवान विष्णु के प्रति पूरी तरह समर्पित हैं और उन्हें सेवा और भक्ति के माध्यम से संतुष्ट करती हैं।
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भगवान विष्णु के चरणों में बैठना यह भी दर्शाता है कि माँ लक्ष्मी की सच्ची शांति और संतोष भगवान विष्णु के साथ रहने में है। वे धन और ऐश्वर्य की देवी हैं, लेकिन उनकी सच्ची संपत्ति उनके पति के चरणों में है, जहाँ वे शांतिपूर्ण और संतुष्ट महसूस करती हैं।
भगवान विष्णु के चरणों में बैठकर माँ लक्ष्मी यह भी दर्शाती हैं कि वे भगवान विष्णु की रक्षा में हैं। यह दर्शाता है कि जो व्यक्ति भगवान विष्णु के शरण में आता है, उसे माँ लक्ष्मी का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है और उसे धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
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यह भी कहा जाता है कि माँ लक्ष्मी भगवान विष्णु के चरणों में बैठकर उन्हें स्थिर और अनुकूल बनाती हैं। उनके चरणों में बैठने से भगवान विष्णु की शक्ति और स्थिरता बनी रहती है, जिससे सृष्टि का संतुलन भी बना रहता है।
इन कारणों से माँ लक्ष्मी भगवान विष्णु के चरण कमलों में बैठती हैं, और यह हमें यह संदेश देता है कि समर्पण, सेवा, शांति, संतोष और स्थिरता सच्चे जीवन के मूल तत्व हैं।
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