संबंधित खबरें
घर में शराब रखना होता है शुभ? आचार्य ने बताया रखने का सही तरीका…अचानक मिलने लगेंगी ये 3 अनमोल चीजें
आखिर क्या है वजह जो गर्भवती महिलाओं को नहीं काटते सांप, देखते ही क्यों पलट लेते हैं रास्ता? ब्रह्मवैवर्त पुराण में छुपे हैं इसके गहरे राज!
क्या आपके घर का मेन गेट भी है गलत दिशा में? तो हो जाएं सतर्क वरना पड़ सकता है आपकी जिंदगी पर बूरा असर!
अगर श्री कृष्ण चाहते तो चुटकियों में रोक सकते थे महाभारत का युद्ध, क्यों नही उठाए अपने अस्त्र? इस वजह से बने थे पार्थ के सारथी!
आखिर क्या वजह आन पड़ी कि भगवान शिव को लेना पड़ा भैरव अवतार, इन कथाओं में छुपा है ये बड़ा रहस्य, काशी में आज भी मौजूद है सबूत!
इन 3 राशि के जातकों के लिए खास है आज का दिन, गजकेसरी योग से होगा इतना धन लाभ की संभाल नही पाएंगे आप! जानें आज का राशिफल
India News (इंडिया न्यूज), Nag Panchami 2024: वैदिक पंचांग के अनुसार हर साल श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी का त्यौहार बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव की पूजा के साथ ही नाग देवता की पूजा का भी विशेष विधान है। आपको बता दें कि देशभर में नाग देवता के कई मंदिर स्थापित हैं, लेकिन उज्जैन में एक ऐसा मंदिर है, जिसके कपाट साल में सिर्फ एक दिन ही खुलते हैं। यह है ‘नागचंद्रेश्वर मंदिर’।
वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल नाग पंचमी का त्यौहार 9 अगस्त को मनाया जाएगा और नागचंद्रेश्वर मंदिर के कपाट 08 अगस्त को मध्य रात्रि 12:00 बजे खोले जाएंगे और भक्त 9 अगस्त की मध्य रात्रि 12:00 बजे तक नाग देवता के दर्शन कर सकते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस स्थान पर नाग देवता की पूजा करने से कालसर्प दोष के अशुभ प्रभावों से मुक्ति मिलती है।
Waqf Board: मोदी सरकार का बड़ा प्लान! वक्फ एक्ट में संशोधन की तैयारी कल पेश हो सकता है बिल
बता दें कि, नागचंद्रेश्वर मंदिर में 11वीं शताब्दी में स्थापित एक अद्भुत मूर्ति है, जिसमें नाग देवता अपना फन फैलाए हुए हैं और भगवान शिव और माता पार्वती नाग के आसन पर विराजमान हैं। यह दुनिया का एकमात्र ऐसा मंदिर है, जहां भगवान विष्णु की जगह भगवान शिव सर्प शय्या पर विराजमान हैं। कथा के अनुसार नागराज तक्षक ने भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए घर पर ही तपस्या की थी। तक्षक की तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उसे अमरता का वरदान दिया और इसके बाद नागराज तक्षक भगवान शिव के सान्निध्य में रहने लगा। इस मंदिर से जुड़ी मान्यता है कि यहां दर्शन करने वाले को सर्प दोष से मुक्ति मिल जाती है। इसलिए नाग पंचमी के दिन कपाट खुलने के बाद यहां लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। ऐसी भी मान्यता है कि यहां अपनी मनोकामना दोहराने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। 24 घंटे दर्शन के बाद मंदिर में रात 12:00 बजे दोबारा आरती की जाती है और कपाट फिर से बंद कर दिए जाते हैं।
महिलाओं को बैग में जरूर रखनी चाहिए ये जरूरी चीजें, खुद के साथ दूसरों की भी होगी मदद
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.