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India News (इंडिया न्यूज), Iran Israel War: ईरान और इजरायल के बीच दिन-प्रतिदिन तनाव बढ़ता जा रहा है। इस बीच ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने कहा है कि जो कोई भी इजरायल के खिलाफ कार्रवाई से पीछे हटने या समझौता करने की कोशिश करेगा। उसे अल्लाह के क्रोध का सामना करना पड़ेगा। खामेनेई की यह टिप्पणी उन रिपोर्टों के बीच आई है। जिनमें कहा गया है कि इजरायल के खिलाफ कार्रवाई को लेकर ईरान में सरकार और सैन्य जनरलों के बीच मतभेद हैं। खामेनेई ने इजरायल के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की योजनाओं को लेकर इजरायल पर दबाव बनाने के पश्चिमी प्रयासों की निंदा की और इसे दुश्मन का मनोवैज्ञानिक युद्ध बताया।
शिया नेता ने कहा कि इजरायल के खिलाफ पीछे हटने पर सैन्य, राजनीतिक या आर्थिक रूप से कठोर ईश्वरीय दंड मिलेगा। दरअसल, 31 जुलाई को तेहरान में हमास नेता इस्माइल हनियेह की हत्या के बाद इजरायल और ईरान के बीच तनाव चरम पर है। ईरान ने हत्या के लिए इजरायल को दोषी ठहराया है और उसे दंडित करने की कसम खाई है। ईरान ने कहा है कि उसका जवाबी हमला दुश्मन के लिए ठोस और बेहद कठोर होगा। ईरान की धमकी ने मध्य पूर्व में एक बड़े संघर्ष के फैलने का जोखिम बढ़ा दिया है। इस बीच, अमेरिका सहित पश्चिमी देशों ने ईरान पर हमला न करने का दबाव बनाना जारी रखा है।
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बता दें कि, ईरान इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार, खामेनेई ने कहा कि अगर सरकारें अपने लोगों की ताकत का फायदा उठाएं और विरोधियों की वास्तविक ताकत का सही आकलन करें, तो वे बड़ी शक्तियों के दबाव से बच सकते हैं। सुप्रीम लीडर ने यह बात पश्चिमी देशों के दबाव के संदर्भ में कही। खामेनेई ने यह भी कहा कि लंबे समय तक दुश्मन की ताकत को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करने से मनोवैज्ञानिक दबाव बनता है। खामेनेई की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब ईरान के नए राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने इजरायल पर सीधे हमले से असहमति जताई है। वहीं तीखी बयानबाजी और धमकियों के बावजूद ईरान ने अभी तक इजरायल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है, जिसके कारण कुछ विश्लेषक इसे रणनीतिक विराम के तौर पर देख रहे हैं।
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