संबंधित खबरें
'राम भजन' में मग्न हुए भारतीय प्रधानमंत्री, PM मोदी का मंजीरा बजाते हुए वीडियो वायरल, भारत-गुयाना के रिश्तों में बड़ा मोड़
नेतन्याहू को किसने बना दिया इंटरनेशनल 'हैवान'? गुस्से से लाल हुई ताकतवर नेता की आंखे, दिया ऐसा जवाब की कांप गए मुस्लिम दुश्मन
इधर भस्मासुर बने ट्रुडो, उधर खाने को तरस रहे देश के लोग, बच्चों का हाल देख कर दुनिया के सबसे ख़राब प्राइम मिनिस्टर बनेंगे ख़ालिस्तानी प्रेमी!
भारत-रूस की दोस्ती छुएगी आसमान, पुतिन के गुरु ने किया ऐसा ऐलान, सनातनियों के साथ-साथ पीएम मोदी भी हुए गदगद!
'टेररिज्म, ड्रग्स और साइबर क्राइम…,' PM मोदी ने गुयाना की संसद को किया संबोधित, दूसरे विश्वयुद्ध को लेकर खोला गहरा राज!
पहली ही मुलाकात में नार्वे की राजकुमारी के बेटे ने 20 साल की लड़की से किया रेप, फिर जो हुआ…सुनकर कानों पर नहीं होगा भरोसा
India News (इंडिया न्यूज), Bangladesh Government Crisis: बांग्लादेश में अवामी लीग के बाद अब खालिदा जिया की पार्टी को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद चल रहा सियासी घमासान अब दिलचस्प होता जा रहा है। बांग्लादेश की कमान अगले चुनाव तक नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के हाथों में है। वहीं बांग्लादेश इस समय आर्थिक और राजनीतिक मोर्चे पर उथल-पुथल का सामना कर रहा है। 15 सालों से सत्ता में रहीं शेख हसीना को सरकार से हटने वाले छात्र आंदोलन के नेता अब कुछ और बड़ा करने जा रहे हैं जिससे शेख हसीना की जानी दुश्मन खालिदा जिया को जोरदार झटका लगने वाला है। दरअसल छात्र अपनी पार्टी बनाने की प्लानिंग कर रहे हैं। बांग्लादेश में जल्द चुनाव कराने की दो प्रमुख पार्टियों के छात्रों की अपील खारिज कर दी गई है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, छात्र आंदोलन के नेताओं का मकसद पिछले 15 सालों से बांग्लादेश में जो हालात बने हुए हैं उसे खत्म करना।
छात्र नेताओं का कहना है कि शेख हसीना ने 17 करोड़ की आबादी वाले बांग्लादेश को तहस नहस करके रख दिया है। इसलिए छात्र आंदोलन के नेता इन सुधारों के लिए एक नई पार्टी बनाने की सोच रहे हैं। बांग्लादेश में छात्र आंदोलन जून के अंत में शुरू हुआ और उग्र हो गया, जिसके बाद शेख हसीना ने बांग्लादेश छोड़ दिया। छात्र नेताओं के आंदोलन में हिंसा हुई और 500 से ज्यादा लोग मारे गये।
शेख हसीना के बांग्लादेश से जाने के बाद, देश में मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में एक अंतरिम सरकार का गठन किया गया, जिसमें दो छात्र नेताओं को वरिष्ठ नेताओं के ऊपर पद दिया गया। छात्र आंदोलन के प्रमुख महफूज आलम ने अपने बयान में कहा कि वह एक महीने बाद पार्टी बनाने पर फैसला लेंगे, इससे पहले वह आम मतदाताओं से सलाह लेना चाहते हैं।
ढाका यूनिवर्सिटी में मौजूद महफूज आलम ने कहा कि वह बांग्लादेश की जनता अब दो पार्टियों से थक चुकी हैं और जनता को हम पर भरोसा है। शेख हसीना के खिलाफ जिस नेता ने आंदोलन में बड़ी भूमिका निभाई थी वो थे तहमीद चौधरी। इन्होनें इस बात पर जोर दिया कि ज्यादातर संभावना है कि वह अपनी पार्टी तैयार करेंगे जो कि पार्टी स्वतंत्रता और धर्मनिरपेक्षता पर आधारित होगी, जिसको लेकर वह काम कर रहे हैं।
कंपनी ने की छंटनी, कर्मचारी ने Boss को सिखाया ऐसा सबक जिंदगी भर रहेगा याद
मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार में शामिल छात्र आंदोलन के प्रमुख नेता 26 वर्षीय नाहिद इस्लाम कहते हैं कि इस आंदोलन के पीछे का कारण यह था कि वे एक नया बांग्लादेश बना रहे थे। हालाँकि किसी भी फासीवादी या तानाशाह को पीछे मुड़कर नहीं देखा जा सकता, कुछ समय शेष रहते हुए कुछ सामान्य सुधारों की आवश्यकता है। इस्लाम ने कहा है कि अंतरिम सरकार बीएनपी और अवामी लीग की डेमोक्रेट्स के पास जल्द से जल्द जाने की मांग पर विचार नहीं कर रही है।
एक राज्य…13 साल,10 बड़े कांड; बंगाल में रेप-मर्डर केस में पहले भी घिरती रही हैं CM ममता
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.