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India News (इंडिया न्यूज), PM Modi Apologize After Shivaji Statue Collapse: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार (30 अगस्त) को महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग में 26 अगस्त को छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने की घटना के लिए माफ़ी मांगी। महाराष्ट्र के पालघर में एक कार्यक्रम में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जो लोग छत्रपति शिवाजी महाराज को अपना देवता मानते हैं और उन्हें गहरी ठेस पहुंची है। मैं उनसे सिर झुकाकर क्षमा मांगता हूं। हमारे मूल्य अलग-अलग हैं। हमारे लिए हमारे देवता से बड़ा कुछ नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज हमारे लिए सिर्फ एक नाम नहीं है। आज मैं अपना सिर झुकाकर अपने भगवान छत्रपति शिवाजी महाराज से माफ़ी मांगता हूँ।
भारतीय पीएम मोदी ने शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने को लेकर माफी मांगने के बाद कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हमारे मूल्य अलग हैं। हम वो लोग नहीं हैं जो भारत माता के वीर सपूत वीर सावरकर को गाली देते हैं, देशभक्तों की भावनाओं को कुचलते हैं। वो लोग वीर सावरकर को गाली देने के बाद भी माफ़ी मांगने को तैयार नहीं हैं। महाराष्ट्र के लोगों को ऐसे मूल्यों को जानना चाहिए। इस धरती पर आते ही मैं छत्रपति शिवाजी महाराज से माफ़ी मांगने का काम कर रहा हूँ।
छत्रपति शिवाजी महाराज से प्रेरणा लेकर हम विकसित महाराष्ट्र-विकसित भारत के संकल्प पर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। आज पालघर में विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास इसी दिशा में एक ऐतिहासिक प्रयास के रूप में याद किया जाएगा।https://t.co/FF57BStSHl
— Narendra Modi (@narendramodi) August 30, 2024
भारतीय पीएम मोदी ने आगे कहा कि एक समय था जब भारत की गिनती दुनिया के सबसे समृद्ध और मजबूत देशों में होती थी। भारत की इस समृद्धि का एक बड़ा आधार भारत की समुद्री शक्ति थी। हमारी इस ताकत को महाराष्ट्र से बेहतर और कौन जान सकता है? छत्रपति शिवाजी महाराज ने समुद्री व्यापार को, समुद्री शक्ति को नई ऊंचाई दी। उन्होंने देश की प्रगति के लिए नई नीतियां बनाईं, फैसले लिए।
बता दें कि, महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में एक किले में पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अनावरण की गई। मराठा साम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज की 35 फीट ऊंची प्रतिमा 26 अगस्त को ढह गई थी। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने तेज हवाओं के कारण प्रतिमा गिरने का आरोप लगाया। यह प्रतिमा सिंधुदुर्ग के राजकोट किले में स्थापित की गई थी, जहां पिछले सप्ताह भारी बारिश और तेज हवाएं चलीं थी। इससे पहले महाराष्ट्र के पालघर में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने वधवन बंदरगाह की आधारशिला रखी। इस परियोजना की कुल लागत करीब 76,000 करोड़ रुपये है। प्रधानमंत्री मोदी ने करीब 1,560 करोड़ रुपये की लागत वाली 218 मत्स्य पालन परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया।
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