होम / एक ऐसा मेटल जो कभी नहीं सकता हैं जल और वो हैं सोना, फिर कैसे सोने की लंका को दिया था जला?

एक ऐसा मेटल जो कभी नहीं सकता हैं जल और वो हैं सोना, फिर कैसे सोने की लंका को दिया था जला?

Prachi Jain • LAST UPDATED : August 30, 2024, 7:30 pm IST
ADVERTISEMENT

संबंधित खबरें

एक ऐसा मेटल जो कभी नहीं सकता हैं जल और वो हैं सोना, फिर कैसे सोने की लंका को दिया था जला?

India News (इंडिया न्यूज), Kaise Jali Sone Ki Lanka: हाल ही में आयोजित एक कार्यक्रम का विषय “लाइफ ऑफ लेसन्स फ्रॉम रामायण” था, जिसमें वाल्मीकि रामायण पर आधारित गहरी चर्चा की गई। इस कार्यक्रम की खास बात यह रही कि जब प्रश्नोत्तर सत्र शुरू हुआ, तो छात्रों ने कई रोचक सवाल पूछे। यशोदीप ने इन सभी सवालों के जवाब दिए और कार्यक्रम के समापन के बाद भी लगभग एक घंटे तक छात्रों के साथ बातचीत की। यह संवाद तब तक जारी रहा जब तक यशोदीप अपनी कार में रवाना नहीं हुए।

वाल्मीकि रामायण के आधार पर यशोदीप के उत्तर

यशोदीप ने स्पष्ट किया कि टीवी पर दिखाए जाने वाले रामायण के कार्यक्रम वाल्मीकि रामायण पर आधारित नहीं हैं। उन्होंने बताया कि जो वास्तविक रामायण है, वह बहुत अलग और अधिक गहन है। कार्यक्रम में एनआईटी बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष सुरेश हावरे, डायरेक्टर एनवी रमना राव, और बड़ी संख्या में विद्यार्थी शामिल थे, जिन्होंने यशोदीप के विश्लेषण को ध्यानपूर्वक सुना और सवाल किए।

मर्यादा पुरुषोत्तम होने के बाद भी क्यों श्री राम को लगा था ब्रह्महत्या दोष? कैसे मिली थी इससे मुक्ति

पत्रिका इंटरव्यू: एक किताब ने बदल दी दुनिया

पत्रिका के साथ विशेष बातचीत में यशोदीप ने अपनी यात्रा साझा की। उन्होंने बताया कि आईआईटी बॉम्बे और आईआईएम से पासआउट करने के बाद, उन्होंने छह साल तक नौकरी की और 12 साल तक बिजनेस किया। पिछले छह वर्षों से, वे वाल्मीकि रामायण पर गहन रिसर्च कर रहे हैं। यशोदीप ने यूट्यूब चैनल 21 नोट्स के माध्यम से वाल्मीकि रामायण के विभिन्न प्रसंगों को भी साझा किया है।

यशोदीप ने खुलासा किया कि माधवराव चितले की एक किताब, जो वाल्मीकि रामायण पर आधारित थी, उनके जीवन में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। इस किताब का संपादन उनकी मां ने किया था, जिससे यह किताब उनकी नजर में आई। किताब को पढ़ने के बाद, उन्होंने महसूस किया कि जो रामायण की छवि हमें सामान्य तौर पर मिलती है, वह वास्तविक वाल्मीकि रामायण से काफी भिन्न है। इस अनुभव ने उन्हें प्रेरित किया और उन्होंने पूरी वाल्मीकि रामायण पढ़ी, जिससे उन्हें इस महाकाव्य की गहराई और सच्चाई को समझने का अवसर मिला।

मर्यादा पुरुषोत्तम होने के बाद भी क्यों भगवान श्री राम ने क्यों फोड़ी थी कौए की आंख?

यशोदीप की खोज का महत्व

यशोदीप की रिसर्च ने यह स्पष्ट किया है कि वाल्मीकि रामायण की वास्तविकता और उसके पात्रों की छवियाँ मीडिया में प्रस्तुत की गई छवियों से बहुत भिन्न हैं। उनका अध्ययन इस बात की पुष्टि करता है कि धार्मिक ग्रंथों के वास्तविक संदर्भ और अर्थ को समझने के लिए गहन अध्ययन और शोध की आवश्यकता है। यशोदीप की यात्रा और उनके विचार हमें यह समझने में मदद करते हैं कि धार्मिक और सांस्कृतिक ग्रंथों का सही अध्ययन कितनी महत्वपूर्ण है, और कैसे हमें इन ग्रंथों के वास्तविक संदेश को समझना चाहिए।

कौन थी वो लंका की शक्तिशाली पहरेदार जिसका सामना करने खुद हनुमान जी भी नहीं आये थे सामने?

Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है। पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

इस देश में दुनिया के 4 सबसे ताकतवर नेताओं को देखकर खार खाते हैं लोग, पानी में डुबा कर लिया बदला, तस्वीरें देखकर पीट लेंगे माथा
इस देश में दुनिया के 4 सबसे ताकतवर नेताओं को देखकर खार खाते हैं लोग, पानी में डुबा कर लिया बदला, तस्वीरें देखकर पीट लेंगे माथा
रामकृष्ण मिशन और ब्रह्मो समाज के बीच हुए तनाव में बढ़ाई गई सुरक्षा, आने-जाने वाले हर व्यक्ति से पूछताछ
रामकृष्ण मिशन और ब्रह्मो समाज के बीच हुए तनाव में बढ़ाई गई सुरक्षा, आने-जाने वाले हर व्यक्ति से पूछताछ
महिला कर्मचारियों के साथ समर्थन में उतरे पुरूष कर्मचारी, नौकरी की सुरक्षा की मांग को लेकर किया प्रदर्शन
महिला कर्मचारियों के साथ समर्थन में उतरे पुरूष कर्मचारी, नौकरी की सुरक्षा की मांग को लेकर किया प्रदर्शन
BJP सांसद के कार्यालय में छिड़ गया ‘मटन युद्ध’, अखिलेश यादव के तंज ने मचा दी हलचल
BJP सांसद के कार्यालय में छिड़ गया ‘मटन युद्ध’, अखिलेश यादव के तंज ने मचा दी हलचल
हिंदुओं पर हुए हमले! मोहम्मद यूनुस ने कबूला इस्लामिक कट्टरपंथियों के आतंक का सच, अब PM मोदी करेंगे बांग्लादेश का ये हाल?
हिंदुओं पर हुए हमले! मोहम्मद यूनुस ने कबूला इस्लामिक कट्टरपंथियों के आतंक का सच, अब PM मोदी करेंगे बांग्लादेश का ये हाल?
19 नवंबर से इन 3 राशियों के हाथ लगेगी सोने की चाबी…सूर्यदेव, करेंगे शनि के नक्षत्र में प्रवेश, घर-बार से लेकर व्यापर तक मिलेगी अपार सफलता
19 नवंबर से इन 3 राशियों के हाथ लगेगी सोने की चाबी…सूर्यदेव, करेंगे शनि के नक्षत्र में प्रवेश, घर-बार से लेकर व्यापर तक मिलेगी अपार सफलता
मौत से बाल-बाल बचीं इस मशहूर कॉमेडियन की पत्नी, एक्ट्रेस ने शेयर किया हादसे का दर्दनाक मंजर, फोटो देख उड़ जाएंगे होश!
मौत से बाल-बाल बचीं इस मशहूर कॉमेडियन की पत्नी, एक्ट्रेस ने शेयर किया हादसे का दर्दनाक मंजर, फोटो देख उड़ जाएंगे होश!
NMCH में युवक की मौत के बाद चूहे ने खाया आंख फिर रोहिणी आचार्य ने किया ये ट्वीट
NMCH में युवक की मौत के बाद चूहे ने खाया आंख फिर रोहिणी आचार्य ने किया ये ट्वीट
बांधवगढ़ नेशनल पार्क में हिरण के बच्चे का शिकार, वन्यजीवों की सुरक्षा पर गंभीर खतरा
बांधवगढ़ नेशनल पार्क में हिरण के बच्चे का शिकार, वन्यजीवों की सुरक्षा पर गंभीर खतरा
दिल्ली में दमघोंटू हवा से परेशान लोग, प्रदूषण ने तोड़ा रिकॉर्ड, AQI पहुंचा 1282
दिल्ली में दमघोंटू हवा से परेशान लोग, प्रदूषण ने तोड़ा रिकॉर्ड, AQI पहुंचा 1282
दंपति की संदिग्ध मौत से हुआ बवाल! जले हुए शव और खून के निशान से बना रहस्य
दंपति की संदिग्ध मौत से हुआ बवाल! जले हुए शव और खून के निशान से बना रहस्य
ADVERTISEMENT