हिंदू धर्म में कुछ जानवरों को विशेष सम्मान और पूजा जाता है, और ये जानवर धार्मिक प्रतीकों, मान्यताओं और परंपराओं से जुड़े होते हैं। यहाँ पर हम नौ ऐसे जानवरों की चर्चा करेंगे जिन्हें हिंदू धर्म में पूजा जाता है और जिनका विशेष महत्व है:
1. गाय (गौ)
गाय को हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है। इसे ‘गौ माता’ के रूप में पूजा जाता है। गाय का दूध, घी और अन्य उत्पाद धार्मिक अनुष्ठानों और पूजा-पाठ में उपयोग किए जाते हैं। गाय का सम्मान हिंदू संस्कृति में दया, समर्पण और माता के प्रति श्रद्धा का प्रतीक है।
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2. हाथी (गज)
हाथी को भगवान गणेश के वाहन के रूप में पूजा जाता है। भगवान गणेश को विघ्नहर्ता और बुद्धि, समृद्धि और भाग्य के देवता के रूप में पूजा जाता है। हाथी की छवि गणेश जी के प्रतीक के रूप में स्थापित की जाती है, और यह समृद्धि और शुभता का प्रतीक है।
3. कुत्ता (कुक्कुर)
कुत्ता को विशेषकर भगवान भैरव के वाहन के रूप में पूजा जाता है। भैरव, भगवान शिव का एक रूप हैं, और कुत्ते को उनकी भक्ति में महत्वपूर्ण माना जाता है। कुत्ता भी भक्तिपूर्वक भैरव के मंदिरों में पूजा जाता है, विशेषकर कुत्ता पंचमी पर।
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4. घोड़ा (अश्व)
घोड़ा को भी हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। विशेषकर अश्वमेध यज्ञ में घोड़े का प्रमुख स्थान होता है। भगवान अश्वपति, घोड़े के देवता के रूप में पूजे जाते हैं, और घोड़ा शक्ति और ऊर्जा का प्रतीक है।
5. बकरी (अवधूत)
बकरी को भी कुछ विशेष अवसरों पर पूजा जाता है। इसे बलि के लिए उपयोग किया जाता है और धार्मिक अनुष्ठानों में भी इसका महत्व होता है। विशेष रूप से, बकरी का बलिदान कुछ तंत्र-मंत्र क्रियाओं में किया जाता है।
6. मुर्गा (मुरगा)
मुर्गे को कुछ विशेष तंत्र-मंत्र अनुष्ठानों और बलि में भी शामिल किया जाता है। हालांकि, हिंदू धर्म में मुर्गे की पूजा उतनी प्रचलित नहीं है, परंतु धार्मिक क्रियाओं में इसका स्थान होता है।
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7. मेंढ़क (बॉगर)
मेंढ़क को भी कुछ धार्मिक अनुष्ठानों में पूजा जाता है। इसे विशेषकर पानी से संबंधित पूजा और अनुष्ठानों में शामिल किया जाता है। मेंढ़क को पृथ्वी और जल के साथ जुड़े तत्वों का प्रतीक माना जाता है।
8. भालू (रक्षित)
भालू को विशेष रूप से कुछ लोक देवताओं और आदिवासी पूजा में शामिल किया जाता है। यह विशेषकर लोक संस्कृति और आदिवासी परंपराओं में पूजा जाता है, जहाँ इसे शक्ति और संरक्षण के प्रतीक के रूप में मान्यता दी जाती है।
9. साँप (नाग)
साँप या नागों की पूजा विशेष रूप से नाग पंचमी के दिन की जाती है। नाग देवताओं को पृथ्वी, जल और समृद्धि के प्रतीक के रूप में पूजा जाता है। विशेष रूप से, भगवान शिव के साथ नागों की उपस्थिति होती है, जो उनके आभूषण के रूप में दिखाए जाते हैं।
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निष्कर्ष
हिंदू धर्म में विभिन्न जानवरों को उनके प्रतीकात्मक महत्व और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पूजा जाता है। ये जानवर हिंदू संस्कृति और परंपरा के महत्वपूर्ण अंग हैं और उनकी पूजा से जुड़ी अनेक परंपराएँ और अनुष्ठान हैं। इन जानवरों का सम्मान और पूजा धार्मिक आस्था, परंपरा और सांस्कृतिक मान्यताओं का हिस्सा है।
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