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India News (इंडिया न्यूज), Reason Behind Iran Comment On Indian Muslims: ईरान इन दिनों इजरायल (Israel) के साथ हिंसक झगड़े को लेकर सुर्खियों में बना हुआ है। इस बीच वहां के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई ने भारत को लेकर ऐसा बयान दे दिया है, जिसकी वजह से ईरान की पूरी दुनिया में थू-थू हो रही है। ईरान ने भारतीय मुसलमानों को लेकर जहर उगला है लेकिन इसका असल मतलब कुछ और है। भारत के मुसलमानों के पीछे छुपकर ये देश अपनी खुन्नस निकाल रहा है। ईरान की इस चाल के पीछे की वजह सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे।
वैसे तो भारत ईरान की धरती पर चाबहार बंदरगाह विकसित कर रहा है। इससे न केवल भारत को मध्य एशिया में जाने का अवसर मिलेगा बल्कि ईरान की अर्थव्यवस्था को भी लाभ होगा। ईरान में कनेक्टिविटी भी बढ़ेगी, लेकिन भारत के साथ ईरान के मतभेदों का मुख्य कारण नई दिल्ली द्वारा लिए गए कुछ भू-राजनीतिक फैसले हैं, जिनका असर ईरान पर भी पड़ा है।
भारत ने अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) में ईरान के परमाणु कार्यक्रम के खिलाफ एक बार नहीं बल्कि तीन बार वोट किया है। जब भारत ने 1999 में परमाणु परीक्षण किया था, तब अमेरिका ने भारत पर कई प्रतिबंध लगाए थे, लेकिन 2004-05 तक भारत और अमेरिका अच्छे दोस्त बन गए। बाद में भारत और अमेरिका के बीच परमाणु समझौता भी हुआ। भारत ने पश्चिमी देशों के साथ मिलकर साल 2005, 2006 और 2009 में आईएईए में ईरान के परमाणु कार्यक्रम के खिलाफ लाए गए प्रस्तावों पर वोट किया था।
पिछले साल ईरान में महिलाओं ने बुर्का पहनने के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया था। यह मुद्दा महीनों तक अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में भी रहा था। ईरान एक कट्टर मुस्लिम देश है जो अपनी महिलाओं को सार्वजनिक स्थानों पर बुर्का पहनकर बाहर आने की भी इजाजत नहीं देता है। ऐसे में जब विरोध के बीच संयुक्त राष्ट्र में इस मुद्दे पर वोटिंग हुई उस समय भारत ने ईरान का साथ नहीं दिया था।
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एक समय था जब भारत अपनी जरूरत का 70 फीसदी तक कच्चा तेल ईरान से आयात करता था, लेकिन इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, फिलहाल भारत ईरान से एक बूंद पेट्रोल भी नहीं खरीद रहा है। अमेरिकी प्रतिबंधों के अलावा इसके पीछे कई और वजहें हैं, जिससे ईरान का भारत से नाराज होना लाजिमी है।
भारत और इजराइल दोनों अच्छे दोस्त हैं। पिछले साल 7 अक्टूबर को इजराइल पर हुए हमले के बाद इजराइल लगातार गाजा पट्टी और वेस्ट बैंक में हमास पर हमले कर रहा है। इन हमलों में अब तक 40 हजार से ज्यादा बेगुनाह फिलिस्तीनी अपनी जान गंवा चुके हैं। इस मुद्दे पर ईरान और इजराइल के बीच तनाव है, लेकिन भारत ने इस पर तटस्थ रुख अपनाया है। ईरान को यह पसंद नहीं है। इस युद्ध पर भारत का रुख साफ है। भारत इजराइल में घुसकर की गई आतंकी घटना के खिलाफ है। साथ ही भारत ने फिलिस्तीनी लोगों पर हो रहे हमलों का भी विरोध किया है।
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