संबंधित खबरें
‘अधिकारी UP से कमाकर राजस्थान में …’, अखिलेश यादव का जयपुर में बड़ा बयान; CM योगी के लिए कही ये बात
पहले बना दोस्त का राजदार.. उसके बाद पहना दी लाखों की टोपी, जांच में जुटी पुलिस
Rajasthan By Election Result: देवली-उनियारा में मतगणना के दौरान रहेगी सख्त निगरानी, थप्पड़ कांड के बाद कलेक्टर सौम्या झा ने कसी कमर
Rajasthan Crime: स्कूल जा रही मासूम को बनाया हवस का शिकार, कोर्ट से आया बड़ा फैसला
राजस्थान में पूर्व छात्र ने पेट्रोल डाल खूद को फूंका, विश्वविद्यालय में मचा हड़कंप
Mahila Samwad Yatra: CM नीतीश के 'महिला संवाद यात्रा' का BJP ने किया स्वागत, कहा- 'यही समय है उनका…'
India News Rajasthan (इंडिया न्यूज़), Rao Surajmal: कोटा बूंदी जिले की सीमा पर एयरपोर्ट बना रहा है। यहां बूंदी नरेश राव राजा सूरजमल की 600 साल पुरानी मूर्ति और छतरी को शुक्रवार (20 सितंबर) को ध्वस्त कर दिया गया। लोगों ने आक्रोश जताते हुए छतरी के पुनर्निर्माण और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग शुरू कर दी। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सोशल मीडिया पर ‘X’ लिखकर आपत्ति जताई।
मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने ट्वीट किया मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने लिखा, बूंदी नरेश राव सूरजमल हाड़ा की छतरी को ध्वस्त करना दुखद और व्यथित करने वाली घटना है। क्या केडीए ने छतरी का ऐतिहासिक महत्व जानते हुए भी ऐसा किया? मामले की जांच कर कार्रवाई जरूरी है। लोगों की भावनाओं का सम्मान किया जाना चाहिए।
भारत ने US से कर ली इस खास ड्रोन की डील पक्की! ताकत बढ़ते ही चीन-पाकिस्तान के छूटेंगे पसीने
नई मूर्ति और छतरी के लिए जमीन आवंटन का मामला जब राज्य सरकार और ओम बिरला तक पहुंचा तो प्रशासन बैकफुट पर आ गया। क्या केडीए ने छतरी का ऐतिहासिक महत्व जानते हुए भी ऐसा किया? इस संबंध में जांच और उचित कार्रवाई जरूरी है। जनभावना को सर्वोपरि रखना व्यवस्था संचालकों की नैतिक जिम्मेदारी है। बूंदी के तुलसी रामपुरिया गांव की जिस जमीन पर सूरजमल की प्रतिमा को जेसीबी से तोड़ा गया, वहां राज्य सरकार एयरपोर्ट बना रही है। एयरपोर्ट अथॉरिटी के साथ राज्य सरकार ने एमओयू भी साइन कर लिया था।
Ranthambore News: रणथंभौर नेशनल पार्क में बाघ T 2312 की मौत, मचा हड़कंप
इसके बाद एयरपोर्ट बनाने का काम चल रहा है। शुक्रवार (20 सितंबर) दोपहर को कोटा यूआईटी की टीम ने एयरपोर्ट की जमीन के बीच बनी 600 साल पुरानी छत्री और महाराजा सूरजमल की प्रतिमा को जेसीबी से ध्वस्त कर दिया। इसका ग्रामीणों ने विरोध किया। ग्रामीणों के विरोध के बावजूद अधिकारियों ने उनकी एक नहीं सुनी और ऐतिहासिक इमारत को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया। हंगामा बढ़ने पर लोगों ने जिला कलक्टर को उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। इसके बाद बूंदी और कोटा जिला प्रशासन ने ग्रामीणों से वार्ता की और प्रतिमा व छत्री को नए स्थान पर बनाने का लिखित आश्वासन दिया, तब जाकर ग्रामीण माने।
फ्लाइंग ऑफिसर से एयर चीफ मार्शल तक, भारतीय वायु सेना में किसे कितनी सैलरी मिलती है? जानें डिटेल्स
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.