संबंधित खबरें
'मेघनाथ बनकर मेरे लक्ष्मण जैसे भाई पर…' भाई जगमोहन की हार पर बिफरे किरोड़ी ; भितरघात का लगाया आरोप
सावधान! नहीं रहोगे सतर्क तो हो जाओगे रातों रात कंगाल, शादी के माहौल में जमकर लग रही सेंध
लव मैरिज करना पड़ा भारी, पिता ने बेटी को ससुराल से उठाकर किया… मौके पर पहुंची पुलिस
राजस्थान में हनुमान की हार ने बीजेपी की खुशी को किया डबल, दशकों पुराने किले को नहीं बचा पाए बेनीवाल
राजस्थान में 5 सीटों पर खिला कमल..BJP की हुई शानदार जीत, कांग्रेस को लगा झटका
दिनदहाड़े युवती के अपहरण मामले में पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 9 आरोपियों को किया गिरफ्तार
India News Rajasthan (इंडिया न्यूज़), Rajasthan News: राजस्थान के जयपुर में सुबह केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव पहुंचे। जहां एयरपोर्ट पहुंचते ही BJP के नेताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। इस दौरान केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा, ‘हम सभी जानते हैं कि कवच रेलवे की सुरक्षा के लिए बहुत बड़ा विकास है। कवच 4.0 वर्जन को आरडीएसओ ने 16 जुलाई 2024 को अंतिम रूप दिया था। इसका पहला इंस्टॉलेशन सवाई माधोपुर से पूरा हो चुका है। कोटा और नागदा में जयपुर-गांधीनगर स्टेशन पर पहला रूफ प्लाजा है। उसका भी मैं रिव्यू करूंगा।
इसके बाद रेल मंत्री सीएम आवास के लिए रवाना हुए। जहां उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुलाकात की और राज्य की रेल परियोजनाओं के बारे में चर्चा की। रेल मंत्री फिलहाल जयपुर में हैं और आज दोपहर वे सवाई माधोपुर पहुंचेंगे और रेलवे अधिकारियों के साथ सवाई माधोपुर से सुमेरगंज मंडी तक कवच 4.0 सुरक्षा प्रणाली का ट्रायल लेंगे। कवच 4.0 रेलवे सुरक्षा प्रणाली एक स्वचालित ट्रेन सुरक्षा प्रणाली है। इसके निरीक्षण के लिए रेल मंत्री सवाई माधोपुर से सुमेरगंज मंडी तक ट्रेन के लोको में सफर करेंगे। देश का पहला रेलवे ट्रैक जहां कवच 4.0 लागू होगा।
शराब पीकर क्यों फर्राटे से निकलने लगती है ‘अंग्रेजी’? आज खुल गई शराबियों की पोल!
रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार कवच 4.0 रेलवे सुरक्षा प्रणाली पूरी तरह से अत्याधुनिक सुरक्षा प्रणाली है, जो रेल दुर्घटनाओं को रोकने में अहम साबित होगी। इससे रेलवे ट्रैक पर ट्रेनें सुरक्षित चल सकेंगी। देश में पहली बार सवाई माधोपुर से कोटा के बीच 108 किलोमीटर की दूरी में यह प्रणाली लगाई गई है। दो माह में इसका काम पूरा होगा और आज से इसकी शुरुआत होगी। यह देश का पहला रेलवे ट्रैक है, जहां इसे लागू किया गया है।
UP Politics: “आरक्षण पर राहुल गांधी की नीति छलकपट वाली”, मायावती का कांग्रेस पर तीखा वार
स्पीड अधिक होने पर लगेंगे ऑटोमेटिक ब्रेक पायलट सिग्नल पर नहीं रहेंगे निर्भर कवच प्रणाली पर इंटरलॉकिंग लगाई गई है, जो अगला सिग्नल पढ़ने के बाद रेडियो तरंगों के माध्यम से सीधे इंजन को अपना पहलू दिखाएगी, जिससे पायलट को 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पर भी सिग्नल पढ़ने में सुविधा होगी। उसे लाइन पर सिग्नल पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। अगर लोको पायलट ट्रेन चलाने में कोई गलती या त्रुटि करता है, तो सिस्टम तुरंत अलर्ट हो जाएगा और आपातकालीन स्थिति में ब्रेक लगा देगा।
UP Politics: “आरक्षण पर राहुल गांधी की नीति छलकपट वाली”, मायावती का कांग्रेस पर तीखा वार
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.