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India News (इंडिया न्यूज), BJP Clarify On Kangana Remarks: हिमाचल प्रदेश से भाजपा सांसद और फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के बयानों से भारतीय जनता पार्टी भी अब परेशान हो चुकी है। कुछ दिनों पहले कंगना रनौत द्वारा दिए गए एक बयानों से बीजेपी ने किनारा कर लिया था। और उन्हें इस तरह का बयान नहीं देने की नसीहत दी थी। लेकिन कंगना फिर भी इससे बाज नहीं आ रही है। अब कंगना रनौत ने तीन कृषि कानूनों को वापस लाने की बात कही थी। इसके बाद भाजपा ने मंगलवार (24 सितंबर, 2024) को लोकसभा सांसद कंगना रनौत द्वारा तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को बहाल करने की मांग करने वाली टिप्पणियों से खुद को अलग कर लिया है। इसके साथ ही कहा गया है कि उन्हें पार्टी की ओर से इस मुद्दे पर बोलने के लिए अधिकृत नहीं किया गया है।
भाजपा के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा, “सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर केंद्र सरकार द्वारा वापस लिए गए कृषि बिलों पर भाजपा सांसद कंगना रनौत का बयान वायरल हो रहा है। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि यह बयान उनका निजी बयान है। कंगना रनौत भाजपा की ओर से ऐसा बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं और यह कृषि बिलों पर भाजपा के दृष्टिकोण को नहीं दर्शाता है। हम इस बयान की निंदा करते हैं।” इससे पहले मंगलवार को हिमाचल प्रदेश के मंडी से भाजपा सांसद कंगना रनौत ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया था कि तीन विवादास्पद कृषि कानून, जिन्हें किसान यूनियनों के लंबे विरोध के बाद निरस्त कर दिया गया था, सरकार को उन्हें वापस लाना चाहिए।
हिमाचल प्रदेश में अपने निर्वाचन क्षेत्र मंडी में पत्रकारों से बात करते हुए अभिनेत्री से नेता बनीं कंगना रनौत ने कहा, “मुझे पता है कि यह बयान विवादास्पद हो सकता है, लेकिन तीनों कृषि कानूनों को वापस लाया जाना चाहिए। किसानों को खुद इसकी मांग करनी चाहिए।” कंगना रनौत ने तर्क दिया कि तीनों कानून किसानों के लिए फायदेमंद थे, लेकिन कुछ राज्यों में किसान समूहों के विरोध के कारण सरकार ने उन्हें निरस्त कर दिया। उन्होंने कहा, “किसान देश के विकास में ताकत का स्तंभ हैं। मैं उनसे अपील करना चाहती हूं कि वे अपने भले के लिए कानूनों को वापस मांगें।”
मंडी की सांसद कंगना रनौत ने तब भी विवाद खड़ा कर दिया था, जब उन्होंने कहा कि किसान विरोध प्रदर्शन “भारत में बांग्लादेश जैसी स्थिति” पैदा करने की तैयारी कर रहे हैं और दावा किया था कि आंदोलन स्थलों पर शव लटके हुए पाए गए और बलात्कार हो रहे हैं। इस बयान के बाद भी भाजपा ने अपना स्पष्टीकरण दिया था और कंगना को इस तरह का बयान नहीं देने की हिदायत दी थी।
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