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India News (इंडिया न्यूज), Lucknow Woman Heart Attack: देश में प्राइवेट सेक्टर में काम करने कर्मचारियों के ऊपर लगातार बोझ बढ़ते जा रहा है। इस बीच लखनऊ में एचडीएफसी बैंक की एक महिला अधिकारी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। महिला लंच करने के लिए ऑफिस में बैठी थी, तभी वह अचानक जमीन पर पड़ी कुर्सी से गिरकर बेहोश हो गई। महिला कर्मचारी को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने महिला के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
बता दें कि, मंगलवार को गोमतीनगर स्थित एचडीएफसी बैंक की विभूतिखंड शाखा में एक महिला अधिकारी लंच करने के लिए कुर्सी पर बैठी थी। तभी वह अचानक बेहोश हो गई। उसकी पहचान सदफ फातिमा के रूप में हुई है। उसकी उम्र 45 साल बताई जा रही है। यह महिला कर्मचारी लखनऊ के वजीरगंज इलाके की रहने वाली है। हालांकि डॉक्टरों ने आशंका जताई है कि महिला अधिकारी की मौत हार्ट अटैक से हुई है। लेकिन मौत का असली कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा। इससे पहले पुणे में 26 वर्षीय महिला चार्टर्ड अकाउंटेंट की मौत हो गई। वह इसी साल मार्च में ईवाई कंपनी में शामिल हुई थी और जुलाई में उसकी मौत हो गई। उसके परिजनों ने दावा किया है कि काम के दबाव के कारण उसकी मौत हुई है।
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सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने लखनऊ में हुई इस घटना को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि लखनऊ में एचडीएफसी की महिला कर्मचारी की काम के दबाव और तनाव के चलते दफ्तर में ही कुर्सी से गिरकर मौत की खबर बेहद चिंताजनक है। उन्होंने आगे कहा कि ऐसी खबरें देश में मौजूदा अर्थव्यवस्था के दबाव का प्रतीक हैं। सभी कंपनियों और सरकारी विभागों को इस संबंध में गंभीरता से सोचना होगा। यह देश के मानव संसाधन की अपूरणीय क्षति है। ऐसी अचानक मौतें काम करने की स्थितियों को सवालों के घेरे में लाती हैं। किसी भी देश की वास्तविक प्रगति का पैमाना सेवा या उत्पाद के आंकड़ों में वृद्धि नहीं है। बल्कि यह है कि व्यक्ति मानसिक रूप से कितना स्वतंत्र, स्वस्थ और खुश है। कंपनियां कम लोगों से कई गुना अधिक काम कराती हैं।
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