संबंधित खबरें
कनाडा के बढ़े तेवर, भारत आने वाले यात्रियों की बढ़ी परेशानी, ट्रूडो सरकार ने इंडिया के खिलाफ उठाया ये बड़ा कदम
क्या छिड़ने वाला है तीसरा विश्व युद्ध! दुनिया के इन पावरफुल देशों का हुआ सामना तो पीएम मोदी का खास दोस्त मचाएगा तबाही
इस मुस्लिम देश में बच्चे दूसरे धर्म की जानकारी से रह जाएंगे महरूम, मां-बाप खुद ही गर्त में भेज रहे औलादें, सदमे में पूरी दुनिया
गुयाना और बारबाडोस में मोदी-मोदी, भारत के प्रधानमंत्री को मिलेंगे 2 सबसे बड़े सम्मान, जानें अब तक मिल चुके हैं कितने अवॉर्ड्स
इस देश पर 186 सालों से राज कर रहे हैं मजदूर-मिस्त्री, PM Modi जहां गए वहां की कहानी सुन कर सन्न रह गए दुनियावाले
दुनिया खत्म होने का पहला इशारा मिल गया? समुंदर किनारे दिखा ऐसा भयावह नजारा, ताकतवर देशों के छूटे पसीने
India News (इंडिया न्यूज), Saudi Arabia: सऊदी अरब में भिखारियों की समस्या एक गंभीर मुद्दा बन गई है, और इसमें सबसे ज्यादा भिखारी पाकिस्तान से आते हैं। यह सुनने में अजीब लग सकता है, लेकिन यह सच्चाई है कि पाकिस्तान से पेशेवर भिखारियों को सऊदी अरब और अन्य देशों में भेजा जाता है। इस समस्या का सामना करने के लिए पाकिस्तान सरकार ने भीख मांगने के उद्देश्य से विदेश जाने वाले व्यक्तियों का डेटा जुटाना शुरू किया है और इसके लिए एक नीति तैयार कर रही है।
पाकिस्तान आर्थिक संकट से जूझ रहा है, और इस संकट ने वहां पेशेवर भिखारियों की एक पूरी व्यवस्था को जन्म दिया है। डॉन की एक रिपोर्ट के अनुसार, बड़ी संख्या में पाकिस्तानियों को पेशेवर भिखारी के रूप में विदेशों में भेजा जा रहा है। यह एक व्यापक तस्करी नेटवर्क का हिस्सा है, जिसमें उमराह वीजा के माध्यम से भिखारियों को सऊदी अरब जैसे देशों में भेजा जाता है।
सऊदी अरब की ग्रैंड मस्जिद में पकड़े गए भिखारियों में 90% से अधिक पाकिस्तानी मूल के थे। इराक और सऊदी अरब के राजदूतों ने इस मामले को पाकिस्तान सरकार के सामने उठाया, क्योंकि इन गिरफ्तारियों की वजह से उनकी जेलों में भीड़भाड़ बढ़ रही है।
पाकिस्तान में करीब 3.8 करोड़ पेशेवर भिखारी हैं, जो अपनी आजीविका के लिए भीख मांगते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, इन भिखारियों की औसत आय प्रतिदिन 850 पाकिस्तानी रुपये होती है, जो सालाना करीब 42 बिलियन डॉलर के बराबर है। यह आंकड़ा पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति और वहां के पेशेवर भिखारी नेटवर्क की गंभीरता को दर्शाता है।
इन भिखारियों का विदेशों में जाना अक्सर उमराह वीजा के जरिए होता है, जो धार्मिक यात्रा के लिए दिया जाता है। लेकिन इसका दुरुपयोग करते हुए, भिखारी इन वीजा का इस्तेमाल कर सऊदी अरब में पहुंचते हैं और वहां भीख मांगते हैं। यह मानव तस्करी चैनलों के माध्यम से भी किया जा रहा है, जिससे सऊदी अरब की कानून व्यवस्था और धार्मिक स्थलों की शांति भंग हो रही है।
कौन हैं नीना कोठारी, अंबानी परिवार से है इनका खास नाता, करोड़ों की कंपनी हैं मालिक
पाकिस्तान की सरकार इस समस्या को गंभीरता से ले रही है और इसके समाधान के लिए गृह और विदेश मंत्रालय मिलकर एक नीति बना रहे हैं। प्रवासी पाकिस्तानियों और मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने भी इस दिशा में कार्य शुरू किया है ताकि इस प्रवृत्ति को रोका जा सके और पेशेवर भिखारियों की समस्या का हल निकाला जा सके।
सऊदी अरब में पाकिस्तान से आने वाले पेशेवर भिखारियों की समस्या एक जटिल और चिंताजनक विषय है। यह न केवल पाकिस्तान की आर्थिक और सामाजिक समस्याओं को उजागर करता है, बल्कि इससे सऊदी अरब जैसे देशों की सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर भी प्रभाव पड़ता है।
कौन हैं भाविका मंगलनंदन, जिन्होंने उड़ाई शहबाज शरीफ की धज्जियां, UN में पाकिस्तान को ऐसे दिखाया आईना
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.