होम / चुपचाप फेफड़ों को अंदर से सड़ा रहा है Silent pneumonia, इस जानलेवा बीमारी के लक्षणों को जल्दी पहचान पाना भी है मुश्किल

चुपचाप फेफड़ों को अंदर से सड़ा रहा है Silent pneumonia, इस जानलेवा बीमारी के लक्षणों को जल्दी पहचान पाना भी है मुश्किल

Nishika Shrivastava • LAST UPDATED : November 11, 2024, 8:56 pm IST
ADVERTISEMENT

संबंधित खबरें

चुपचाप फेफड़ों को अंदर से सड़ा रहा है Silent pneumonia, इस जानलेवा बीमारी के लक्षणों को जल्दी पहचान पाना भी है मुश्किल

What is Silent Pneumonia

India News (इंडिया न्यूज़), What is Silent Pneumonia: फेफड़े शरीर के लिए एक महत्वपूर्ण अंग हैं, जिन्हें स्वस्थ रखना बहुत जरूरी है। वायु प्रदूषण से लेकर किसी हानिकारक गैस या केमिकल के संपर्क में आने से आपके फेफड़े खराब हो सकते हैं, जिससे काफी परेशानियां हो सकती हैं। ज्यादातर मामलों में फेफड़ों के प्रभावित होने पर निमोनिया शुरू हो जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि साइलेंट निमोनिया (Silent Pneumonia) क्या होता है?

दिल्ली जैसे शहरों में तेजी से बढ़ते प्रदूषण की वजह से साइलेंट निमोनिया के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, साइलेंट निमोनिया आज के समय में एक गंभीर समस्या बनता जा रहा है, खासकर उन इलाकों में जहां प्रदूषण का स्तर काफी ज्यादा है, जैसे राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली। दरअसल प्रदूषण की वजह से हवा में पीएम 2.5 जैसे खतरनाक तत्व भारी मात्रा में आ जाते हैं, जो फेफड़ों में सूजन और संक्रमण का कारण बन सकते हैं। डॉक्टरों का कहना है कि यह एक धीमे और अक्सर ‘छिपे हुए’ संक्रमण की तरह काम करता है, जो धीरे-धीरे व्यक्ति को कमजोर कर सकता है और अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए तो स्थिति गंभीर हो सकती है।

क्या है साइलेंट निमोनिया?

साइलेंट निमोनिया एक प्रकार का बैक्टीरियल या वायरल निमोनिया है, जो फेफड़ों में सूजन और संक्रमण का कारण बनता है। यह निमोनिया आमतौर पर माइकोप्लाज्मा निमोनिया (एक बैक्टीरिया) या कुछ वायरल संक्रमणों के कारण होता है। साइलेंट होने का मतलब है कि इसके लक्षण आमतौर पर हल्के होते हैं और व्यक्ति को इसे नोटिस करने में समय लगता है।

आंतों के अंदर सड़ रही गंदगी को निचोड़कर बाहर फेक देंगे ये 5 जूस, हफ्ते भर में पेट की होगी चकाचक सफाई

लक्षणों को जल्दी पहचान पाना है मुश्किल

साइलेंट निमोनिया के लक्षण अक्सर हल्के और स्पष्ट होते हैं, इसलिए इसे अन्य सामान्य बीमारियों से अलग करना मुश्किल है। डॉक्टरों का कहना है कि यह बीमारी सर्दी, खांसी, हल्का बुखार और थकान के रूप में शुरू हो सकती है और ऐसे लक्षण आम सर्दी या वायरल संक्रमण से मिलते-जुलते हैं। इस वजह से लोग इसे अनदेखा कर सकते हैं, जबकि असल में यह फेफड़ों को नुकसान पहुंचाने वाली स्थिति हो सकती है।

डॉक्टरों के मुताबिक, साइलेंट निमोनिया के मामले खासकर वायु प्रदूषण से प्रभावित इलाकों में बढ़ रहे हैं। प्रदूषित हवा में धूल, कार्बन मोनोऑक्साइड और दूसरे खतरनाक रसायन होते हैं, जो सीधे फेफड़ों में जाकर संक्रमण का कारण बन सकते हैं। दिल्ली जैसे शहरों में, जहां प्रदूषण का स्तर अधिक है, डॉक्टरों ने इस स्थिति को लेकर चेतावनी दी है।

क्या होते है प्याज पर लगे काले धब्बे? अंदर से खोखला हो जाएगा शरीर, काटने से पहले करें ये काम

स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह

साथ ही स्वास्थ्य विशेषज्ञ लोगों को साइलेंट निमोनिया के प्रति अधिक सतर्क रहने की सलाह दे रहे हैं। इसके हल्के लक्षण होने के कारण इसे जल्दी पहचाना नहीं जा सकता और प्रदूषण प्रभावित क्षेत्रों में इसके बढ़ने की संभावना अधिक होती है। अगर किसी को खांसी, बुखार, सीने में दर्द या सांस लेने में दिक्कत हो तो इसे नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।

 

 

Disclaimer: इंडिया न्यूज़ इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

Badrinath Highway: हिल कटिंग के दौरान हादसा, पांडुकेश्वर गांव में घुसा बोल्डर, मची अफरातफरी
Badrinath Highway: हिल कटिंग के दौरान हादसा, पांडुकेश्वर गांव में घुसा बोल्डर, मची अफरातफरी
आखिरकार Amitabh Bachchan ने अपने परिवार के लिए उठाया ये कदम, पोस्ट शेयर कर बोले- ‘शायद ही कभी बात करता हूं लेकिन…’
आखिरकार Amitabh Bachchan ने अपने परिवार के लिए उठाया ये कदम, पोस्ट शेयर कर बोले- ‘शायद ही कभी बात करता हूं लेकिन…’
Rajasthan By Election Result: देवली-उनियारा में मतगणना के दौरान रहेगी सख्त निगरानी, थप्पड़ कांड के बाद कलेक्टर सौम्या झा ने कसी कमर
Rajasthan By Election Result: देवली-उनियारा में मतगणना के दौरान रहेगी सख्त निगरानी, थप्पड़ कांड के बाद कलेक्टर सौम्या झा ने कसी कमर
Rajasthan Crime: स्कूल जा रही मासूम को बनाया हवस का शिकार, कोर्ट से आया बड़ा फैसला
Rajasthan Crime: स्कूल जा रही मासूम को बनाया हवस का शिकार, कोर्ट से आया बड़ा फैसला
पूर्व भारतीय क्रिकेटर अजीत चंदिला ने की भविष्यवाणी, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत की 3-1 से होगी जीत
पूर्व भारतीय क्रिकेटर अजीत चंदिला ने की भविष्यवाणी, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत की 3-1 से होगी जीत
इन 5 लोगों के लिए जहर है आंवला, खाने से बन सकता है गले का फंदा, जान लें इसके खाने से शरीर पर क्या होगा भारी नुकसान
इन 5 लोगों के लिए जहर है आंवला, खाने से बन सकता है गले का फंदा, जान लें इसके खाने से शरीर पर क्या होगा भारी नुकसान
राजधानी दिल्ली में संपत्ति खरीदने पर अब नहीं होंगे धोखाधड़ी के शिकार, 12 लाख संपत्तियों का डेटा ऑनलाइन, जानें पूरा मामला
राजधानी दिल्ली में संपत्ति खरीदने पर अब नहीं होंगे धोखाधड़ी के शिकार, 12 लाख संपत्तियों का डेटा ऑनलाइन, जानें पूरा मामला
1984 सिख विरोधी दंगों के 47 पीड़ितों को LG सक्सेना ने बांटे नियुक्ति पत्र, पहले भर्ती योग्यता में मिली थी छूट
1984 सिख विरोधी दंगों के 47 पीड़ितों को LG सक्सेना ने बांटे नियुक्ति पत्र, पहले भर्ती योग्यता में मिली थी छूट
सुबह खाली पेट खाएं ये मीठी चीज, ब्लड शुगर कंट्रोल करने से लेकर खोखली हड्डियों की मजबूती तक में करेगा मदद
सुबह खाली पेट खाएं ये मीठी चीज, ब्लड शुगर कंट्रोल करने से लेकर खोखली हड्डियों की मजबूती तक में करेगा मदद
राजस्थान में पूर्व छात्र ने पेट्रोल डाल खूद को फूंका, विश्वविद्यालय में मचा हड़कंप
राजस्थान में पूर्व छात्र ने पेट्रोल डाल खूद को फूंका, विश्वविद्यालय में मचा हड़कंप
जोड़ों से गायब हो जाएगा भयंकर से भयंकर Uric Acid, क्रिस्टल को सोख लेगी ये खास चटनी, बस इन 5 चीजों से करें तैयार
जोड़ों से गायब हो जाएगा भयंकर से भयंकर Uric Acid, क्रिस्टल को सोख लेगी ये खास चटनी, बस इन 5 चीजों से करें तैयार
ADVERTISEMENT