मैट गेट्ज की अटॉर्नी जनरल के रूप में नियुक्ति
मैट गेट्ज को ट्रंप ने अटॉर्नी जनरल के पद के लिए नामित किया है, लेकिन उनके नामांकन को लेकर गहरी चिंताएँ और विरोध सामने आ रहे हैं। गेट्ज पर यौन दुराचार और ड्रग्स के सेवन के आरोप लगे हैं, जिनकी जांच चल रही है। इसके अलावा, उन्हें एक नाबालिग लड़की के साथ सेक्स संबंध बनाने का आरोप भी झेलना पड़ा है, जिसे उन्होंने सिरे से नकारा है। गेट्ज पर आरोप लगाने वाली महिलाओं के एक वकील ने सार्वजनिक रूप से दावा किया था कि उनके पास गेट्ज के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं।
गेट्ज का नाम इस समय अमेरिकी राजनीति में एक कड़ी आलोचना का केंद्र बना हुआ है, और इस पर सवाल उठ रहे हैं कि क्या सीनेट उनकी नियुक्ति को मंजूरी देगा। अटॉर्नी जनरल के रूप में गेट्ज की नियुक्ति के लिए अमेरिकी सीनेट में कम से कम 51 वोटों की आवश्यकता होती है, जो कि वर्तमान में संदेहास्पद स्थिति में है। रिपब्लिकन पार्टी के कुछ नेता और सीनेटर भी गेट्ज की नियुक्ति पर असहमत हैं और उन्होंने यह भी कहा है कि वह उन्हें इस पद पर नियुक्त करने के खिलाफ हैं।
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यौन शोषण के आरोपों से घिरे अन्य नामांकित मंत्री
गेट्ज के अलावा, ट्रंप ने अन्य विवादास्पद नामांकनों की भी घोषणा की है, जिनमें से कई पर यौन शोषण और अनुशासनहीनता के आरोप हैं। इनमें प्रमुख हैं:
- पीट हेगसेग (Pete Hegseth) – रक्षा मंत्री: ट्रंप ने पीट हेगसेग को अपने रक्षा मंत्री के रूप में नामित किया है, हालांकि उनके खिलाफ 2017 में यौन शोषण के आरोप लगे थे। फॉक्स न्यूज के पूर्व एंकर पीट ने इन आरोपों को नकारा है, लेकिन फिर भी इन आरोपों ने उनके नामांकन को लेकर विवाद पैदा कर दिया है।
- रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर – स्वास्थ्य मंत्री: रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर को ट्रंप ने स्वास्थ्य मंत्री नामित किया है, जिनकी नियुक्ति पर सवाल उठ रहे हैं। उनका चयन कुछ राजनीतिक हलकों में मिश्रित प्रतिक्रिया का कारण बन रहा है, क्योंकि वह एक प्रमुख स्वास्थ्य रक्षक के रूप में जाने जाते हैं, लेकिन उनके विचारों को लेकर भी कई विवाद रहे हैं।
- तुलसी गबार्ड – खुफिया विभाग के निदेशक: ट्रंप ने तुलसी गबार्ड को खुफिया विभाग का निदेशक नामित किया है, जिन्हें कुछ लोग इस पद के लिए उपयुक्त मानते हैं, जबकि अन्य उनके राजनीतिक दृष्टिकोण और स्थिति पर सवाल उठा रहे हैं।
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अमेरिकी राजनीति में यौन शोषण के आरोपों का प्रभाव
अमेरिकी राजनीति में यौन दुराचार और शोषण के आरोपों का असर गहरा होता है। जब ऐसे आरोप किसी बड़े राजनीतिक व्यक्ति या सरकारी अधिकारी पर लगते हैं, तो उनका सार्वजनिक छवि पर बड़ा प्रभाव पड़ता है। ट्रंप के नामांकित व्यक्तियों के खिलाफ उठ रहे सवाल इस बात को साबित करते हैं कि यह आरोप केवल व्यक्तिगत नहीं हैं, बल्कि सत्ता और प्रशासन पर भी व्यापक प्रभाव डाल सकते हैं।
इन आरोपों ने ट्रंप के प्रशासन की आलोचना को और तेज कर दिया है, और अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या ट्रंप इन विवादों को पार कर पाएंगे और इन नामांकित व्यक्तियों की नियुक्ति को कानूनी रूप से सही ठहरा पाएंगे या नहीं।
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डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन में नियुक्त किए गए कई नामांकित व्यक्ति यौन दुराचार और अन्य गंभीर आरोपों का सामना कर रहे हैं, जिनकी जांच चल रही है। ट्रंप की स्थिति पर इन विवादों का असर पड़ता हुआ दिख रहा है, और सीनेट में इन नामांकित व्यक्तियों के खिलाफ विरोध की संभावना बढ़ गई है। आने वाले समय में, यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या ट्रंप अपने नामांकित व्यक्तियों की नियुक्ति को सीनेट से मंजूरी दिलवा पाते हैं, या इन आरोपों के कारण उन्हें पद छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।